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सचिन पायलट से कम नहीं उनके सूरमा ! साइलेंटली दे डाली BJP के इस दिग्गज को मात

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सचिन पायलट से कम नहीं उनके सूरमा ! साइलेंटली दे डाली BJP के इस दिग्गज को मात

Rajasthan election 2023 Tonk news : राजस्थान के टोंक जिले में बीजेपी कांग्रेस के लिए मुकाबला बराबर का रहा। इस चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों को दो-दो सीटें जीतकर संतोष करना पड़ा। जबकि पिछले चुनाव में टोंक जिले में कांग्रेस ने तीन सीटें और भाजपा ने एक सीटें जीती थी।

सचिन पायलट

टोंक : राजस्थान के टोंक जिले में रविवार को मतगणना में चार विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच का मुकाबला बराबर का रहा। इस चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों को दो-दो सीटें जीतकर संतोष करना पड़ा। जबकि पिछले चुनाव में टोंक जिले में कांग्रेस ने तीन सीटें और भाजपा ने एक सीटें जीती थी। राजस्थान की सबसे हॉट सीट टोंक विधानसभा से सचिन पायलट फिर से विधायक के रूप में अपनी दूसरी पारी की शुरुआत करेंगे। उन्होंने बीजेपी के अजीत मेहता को हराया। इसी तरह 3 दशकों से जीत के लिए तरस रही कांग्रेस को इस बार भी मालपुरा विधानसभा से निराश होना पड़ा। भाजपा प्रत्याशी कन्हैयालाल चौधरी फिर से तीसरी बार विधायक चुने गए। वही देवली उनियारा विधानसभा से मौजूदा विधायक हरिश्चंद्र मीना फिर से रिपीट हुए है। निवाई में भी मौजूदा विधायक प्रशांत बैरवा को हार का सामना करना पड़ा। जिन्हें बीजेपी के रामसहाय वर्मा ने हराया।

पायलट स्थानीय उम्मीदवार को पटखनी देकर फिर से रिपीट

सचिन पायलट के कारण हॉट सीट बनी टोंक विधानसभा पर फिर से कांग्रेस विजय रही। सचिन पायलट दूसरी बार फिर से अपने विधायक का कार्यकाल की शुरुआत करेंगे। उन्होंने बीजेपी के स्थानीय उम्मीदवार अजीत सिंह मेहता को 29,475 वोटो से पराजित किया। बता दें कि इस बार स्थानीयता का मुद्दा टोंक विधानसभा में हावी रहा। इसको लेकर भाजपा ने 2013 में विधायक रह चुके अजीत सिंह मेहता को यहां से चुनाव लड़ाया।जिसके चलते सचिन पायलट को इस बार चुनाव में प्रचार के दौरान काफी मेहनत करनी पड़ी। वर्ष 2018 में उन्होंने यूनुस खान को 54 हजार से अधिक मतों से पराजित किया था।

मालपुरा में लगातार तीसरी बार खिला कमल

टोंक जिले की मालपुरा विधानसभा सीट जहां से पिछले 30 सालों से कांग्रेस अपनी जीत के लिए तरस रही है। इस बार गहलोत ने चुनाव के नजदीकी दिनों में मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए मालपुरा को जिला बनाने की घोषणा की। लेकिन गहलोत का यह दांव भी विफल रहा। मौजूदा विधायक कन्हैयालाल चौधरी फिर से रिपीट हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस की घीसालाल चौधरी को 16,189 वोटो से पराजित किया हैं। कन्हैया लाल चौधरी वर्ष 2013, 2018 में बीजेपी से लगातार चुनाव जीते हुए विधायक रहे। अब फिर से 2023 के चुनाव जीतकर चौधरी अपनी तीसरी पारी की शुरुआत कर रहे हैं।

कांग्रेस के हरीश मीणा निकले छुपे रुस्तम

देवली उनियारा विधानसभा से चुनाव परिणाम काफी चौंकाने वाले सामने आए। यहां के मौजूदा विधायक और सचिन पायलट समर्थक हरीश मीणा फिर से निर्वाचित हुए हैं। खास बात है कि क्षेत्र में हरीश मीणा ने बड़े ही गुपचुप तरीके से अपनी रणनीति के तहत काम किया। इसकी किसी को भी भनक नहीं लग पाई। माना जा रहा था कि इस बार बीजेपी के विजय बैसला चुनाव जीत सकते हैं। लोग भी क्षेत्र के माहौल के हिसाब से विजय बैसला की जीत को ही तय मान रहे थे। लेकिन जब चुनाव परिणाम आए तो, सबको चौका दिया। हरीश मीणा ने बीजेपी के विजय बैसला जो कर्नल किरोड़ी बैंसला के बेटे हैं, उन्हें 19,175 मतों से पराजित किया। हरीश मीणा 2018 में देवली उनियारा से विधायक रहे हैं। अब फिर से विधायक के रूप में अपनी दूसरी पारी की शुरुआत करेंगे।

प्रशांत बैरवा हारे और बीजेपी के रामसहाय जीते

निवाई पीपलू विधानसभा से मौजूदा विधायक प्रशांत बैरवा को हार का सामना करना पड़ा है। इस दौरान बीजेपी के रामसहाय वर्मा यहां से निर्वाचित हुए। रामसहाय वर्मा वर्ष 2018 में प्रशांत बैरवा से चुनाव हार गए थे। लेकिन बीजेपी ने फिर से राम सहाय वर्मा पर विश्वास जताकर। उन्हें निवाई से फिर से टिकट दिया। लेकिन इस बार राम सहाय वर्मा बीजेपी की उम्मीदों पर उतरे और उन्होंने कांग्रेस के प्रशांत बैरवा को 12941मतों से पराजित किया।

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