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सीबीआई जांच में फरार हुआ तस्कर 3 साल बाद पकड़ा:बहुचर्चित कमल प्रजापति एनकाउंटर के बाद फरार हुआ था; बस से उतरते ही पुलिस ने धरा

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सीबीआई जांच में फरार हुआ तस्कर 3 साल बाद पकड़ा:बहुचर्चित कमल प्रजापति एनकाउंटर के बाद फरार हुआ था; बस से उतरते ही पुलिस ने धरा

जोधपुर

प्रजापति एनकाउंटर को लेकर कथित वीडियो भी सामने आया था। इसके बाद पुलिस ने आज गुरुवार को उसके साथी हड़मत को उदयपुर से पकड़ा। - Dainik Bhaskar

प्रजापति एनकाउंटर को लेकर कथित वीडियो भी सामने आया था। इसके बाद पुलिस ने आज गुरुवार को उसके साथी हड़मत को उदयपुर से पकड़ा।

पुलिस ने बहुचर्चित कमल प्रजापति केस की सीबीआई जांच के दौरान फरार उसके साथी को 3 साल बाद गिरफ्तार किया है। आरोपी पुलिस की जीप को टक्कर मार कर बाड़मेर के तस्कर कमलेश प्रजापति को बचा कर ले गया था। पुलिस के पास इसके MP बॉर्डर के आसपास छिपे होने का इनपुट मिला था। इसे पकड़ने के लिए पुलिस 3 दिन से डेरा डाले थी। चाय की थड़ी पर पुलिस की मौजूदगी का एहसास होने पर यह उदयपुर की तरफ बस से भाग निकला। जहां बस से उतरते ही इसे गिरफ्तार किया गया।

उदयपुर से पुलिस हड़मत को गिरफ्तार कर लाई और सांडेराव (पाली) पुलिस को सौंप दिया।

उदयपुर से पुलिस हड़मत को गिरफ्तार कर लाई और सांडेराव (पाली) पुलिस को सौंप दिया।

कमल प्रजापति को भगा कर ले गया था

जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि टीम ने 2021 से फरार चल रहे हड़मत सारण पुत्र दुर्गाराम जाट निवासी करना पुलिस थाना सिणधरी जिला बाड़मेर को 5 दिसंबर गुरुवार को गिरफ्तार किया है। पाली रेंज के टॉप 10 और 3 साल से फरार 25,000 के इनामी आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी सीबीआई की ओर से चल रही कमलेश प्रजापति मुठभेड़ की जांच के दौरान फरार हो गया था।

यह वही आरोपी है जो पुलिस से घिरने पर बाड़मेर के तस्कर कमल प्रजापति को छुड़ा ले गया था। 3 सालों से यह घर नहीं आया था ऐसे में पुलिस से बचता रहा था। हड़मत मध्यप्रदेश और राजस्थान की बॉर्डर के इलाकों में तस्करी करने लगा था। पुलिस को बड़ी खेप आने का इनपुट मिला था। इसके बाद इसकी गिरफ्तारी हुई।

चाय की दुकान पर दिखा

रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया- हमारी साइक्लोनर टीम को इसी महीने इनपुट मिला था कि जोधपुर और बाड़मेर जिले के 2 बड़े इनामी आरोपी मध्यप्रदेश से मादक पदार्थों की तस्करी राजस्थान में कर रहे हैं। इस बार ये बड़ी खेप लेकर आने वाले हैं। ऐसे में टीम को एमपी बॉर्डर के लिए रवाना किया गया। प्रतापगढ़ के पास छोटी सादड़ी के पास केरी गांव में टीम 3 दिसंबर से डेरा जमाए थी। इसी दौरान सूचना मिली कि हड़मत यहां एक चाय की दुकान पर अक्सर आया करता है। ऐसे में पुलिस उसके आने से पहले ही वहां बैठी थी।

2021 में कमल प्रजापति एनकाउंटर की सीबीआई जांच के दौरान फरार हुआ था।

2021 में कमल प्रजापति एनकाउंटर की सीबीआई जांच के दौरान फरार हुआ था।

बस में साइक्लोनर के जवान ने रखी नजर

रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया- हड़मत वहां आया और इशारों में ही दुकानदार से टीम के बारे में पूछा तो दुकानदार ने उसे बताया कि नए लोग हैं 2-3 दिन से यहां आने लगे हैं। इस पर आरोपी को शक हो गया और वह वहां से निकल गया। चाय की थड़ी पर कई लोग भी मौजूद थे, ऐसे में कैजुअल्टी को भांपते हुए पुलिस ने उसे शक नहीं होने दिया। आशंका थी कि उसके पास हथियार भी हो सकता है।

इसी का फायदा उठाकर वह वहां से एक बाइक पर बैठकर निकल गया। इसके बाद बॉर्डर से उदयपुर की ओर अलग-अलग गाड़ियां बदलकर चकमा देने लगा। साइक्लोनर की टीम उसके पीछे ही थी। वह उदयपुर जाने वाली बस में बैठ गया। ऐसे में टीम ने उसी बस में एक पुलिस जवान को भी बैठा दिया। जवान ने बस में यह पुख्ता किया कि उसके पास कोई हथियार नहीं है। इसके बाद आज सुबह उसके उदयपुर पहुंचते ही उसे घेरकर पकड़ लिया गया।

पूछताछ में बोला- पत्नी भी छोड़ गई

पूछताछ में आरोपी ने बताया- उसके अन्य साथी चित्तौड़गढ़ की तरफ तरफ तस्करी में लिप्त हैं। पूछताछ में उसने बताया कि वह पुलिस के डर से अपने घर नहीं जा सका। इस दौरान उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई है। बाद में टीम ने पूछताछ के बाद उसे पाली पुलिस को सुपुर्द कर दिया। पूछताछ में अब उससे मादक पदार्थ तस्करी को लेकर जानकारियां सामने आ सकेगी।

सीबीआई जांच के दौरान हुआ था फरार

बता दें कि साल 2021 में सांडेराव पुलिस की ओर से तस्कर कमलेश प्रजापति की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई के दौरान आरोपी कमलेश ने थाना अधिकारी की गाड़ी को टक्कर मार कर जानलेवा हमला कर दिया था। इस हमले में थाना अधिकारी बुरी तरह से घायल हो गए थे। जबकि कमलेश की गाड़ी भी पूरी तरह से टूट गई थी। इस मामले में आरोपी हड़मत उसे सकुशल बचा ले गया था।

बाद में आरोपी की दस्तयाबी के लिए पुलिस की ओर से बाड़मेर में दबिश दी गई थी। इस दौरान हुई मुठभेड़ में अप्रेल 2021 आरोपी कमलेश प्रजापति मारा गया था। बाद में इस मामले की सीबीआई जांच की जा रही थी। इस जांच में आरोपी हड़मत को भी तलब किया गया था लेकिन वह उपस्थित नहीं हो रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पाली रेंज आईजी की ओर से 25,000 का इनाम घोषित किया गया था।

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