*स्व.भैरों सिंह शेखावत की जन्म शताब्दी का कार्यक्रम रहा फीका, स्थानीय राजनीति हुई हावी, नहीं पहुंचे केंद्रीय मंत्री सहित अनेक आला नेता*
BY DR MUDITA POPLI
बीकानेर। भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता रहे स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत की जन्म शताब्दी का समारोह आज रविंद्र रंगमंच में आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में संसदीय कार्य मंत्री तथा बीकानेर के सांसद अर्जुन राम मेघवाल सहित अन्य नेताओं के आने की घोषणा की गई थी। उल्लेखनीय है कि भैरों सिंह शेखावत भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय स्तर के नेता रहे हैं तथा राजस्थान के मुख्यमंत्री से लेकर भारत के उपराष्ट्रपति पद का सफर उन्होंने तय किया था।राजस्थान में जनसंघ का दीपक जलाने वाले और बाद में बनी भाजपा का कमल खिलाने वाले सबसे अग्रणी नेता भैरोसिंह शेखावत ही थे।
राजस्थान के तीन बार मुख्यमंत्री और देश के उपराष्ट्रपति बने बाबोसा को 2002 में पार्टी ने उपराष्ट्रपति बनाया था। “बाबोसा” के नाम से प्रसिद्ध शेखावत प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में अधिकांश कार्यकर्ताओं को न केवल नाम से जानते और बुलाते थे बल्कि सबसे आत्मीय संबंध भी रखते थे। वे आठ क्षेत्रों से जीतने वाले देश के अकेले नेता रहे जो आठ अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से सदन में पहुंचे थे।
आज उनके जन्म शताब्दी वर्ष का कार्यक्रम रविंद्र रंगमंच में आयोजित हुआ जहां संसदीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल मुख्य अतिथि थे। परंतु स्थानीय राजनीति के चलते कई दिग्गज नेताओं को सम्मान नहीं मिलने और उन्हें कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बनाने के कारण कार्यक्रम विवादों में उलझ गया। उल्लेखनीय है कि पूर्व भाजपा नेता तथा पूर्व विधायक देवी सिंह भाटी स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत के खास सिपहसालारों में से रहे। स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत को छात्र नेताओं का भी अपने कार्यकाल में बहुत सहयोग मिला परंतु बीकानेर में आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम में बीकानेर की भाजपा विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी को भी आमंत्रित नहीं किया गया। ना ही इस कार्यक्रम में एमजीएसयू के छात्र संघ नेताओं को आमंत्रित किया गया जिसके बाद उन्होंने इस कार्यक्रम के बहिष्कार की घोषणा की। एमजीएसयू छात्र संघ ने तो कार्यक्रम के बहिष्कार की घोषणा करते हुए यह तक कहा कि स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत के नाम का फायदा उठाने के लिए कुछ लोग केवल कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं जिसके चलते कार्यक्रम में संसदीय मंत्री तथा बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल तक नहीं पहुंचे।
स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत भाजपा का एक ऐसा चेहरा रहे हैं जिसका केवल उनके अपने दल द्वारा ही नहीं अपितु कांग्रेस सहित अन्य दलों द्वारा भी सदैव सम्मान किया जाता रहा है ।उनके निधन पर वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तो सारा कार्य छोड़कर पहुंचे थे, यही नहीं कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने भी उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया था।उनके निधन के बाद सुप्रसिद्ध पत्रकार चंदन मित्रा ने 17 मई 2010 को एक लेख लिखा जिसकी अंतिम पंक्तियों में लिखा था- उन्होंने पूरी शान से जीवन बिताया। भावी पीढ़ियां उन्हें छपे हुए शब्दों व टीवी फुटेज से जानेंगी। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमने हाड़-मांस का ऐसा मानव देखा। ऐसे कद्दावर नेता की जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में इस प्रकार का बहिष्कार और स्थानीय राजनीति का हावी होना भाजपा के अंदर चल रही कलह को उजागर करता है।

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