150 साल जीने के लिए रखे थे 12 डॉक्टर:लैब टेस्टेड खाना खाते थे, सोने के ताबूत में दफनाए गए थे माइकल जैक्सन





25 जून 2009, लॉस एंजिल्स का एक आम दिन था।
दोपहर करीब 2:26 बजे टीवी चैनल, वेबसाइट पर खबर आई कि किंग ऑफ पॉप माइकल जैक्सन नहीं रहे। खबर आते ही सन्नाटा छा गया, कई लोग सड़कों पर ही बेहोश होने लगे और पूरे लॉस एंजिल्स का खुशनुमा माहौल मातम के मंजर में तब्दील हो गया।
चंद मिनटों में ही गूगल, ट्विटर, विकीपीडिया यूजर ट्रैफिक से क्रैश हो गए। दुनियाभर के लोग जानना चाहते थे कि 150 सालों तक जीने की चाह रखने वाले माइकल जैक्सन अचानक महज 50 साल की उम्र में कैसे मर सकते हैं।

मौत के बाद ली गई माइकल जैक्सन की आखिरी तस्वीर।
माइकल जैक्सन की मौत 25 जून 2009 को दोपहर करीब 12 बजे ही हो चुकी थी। उनकी मौत प्रोपोफॉल और बेंजोडायजेपाइन जैसी हैवी दवाइयों के ओवरडोज के चलते हार्ट अटैक आने से हुई थी। वो 150 साल से ज्यादा जीना चाहते थे, जिसके लिए उन्होंने अपने घर पर ही 12 पर्सनल डॉक्टर्स की एक टीम रखी थी, जो उन्हें दवाइयां और सही डाइट देते थे। माइकल का खाना भी पहले लेबोरेटरी में टेस्ट होता था फिर वो उसे खाते थे।
जिस समय उनकी मौत हुई तब भी उनके पर्सनल डॉक्टर कोनराड मुरे उनके साथ होंब्ली हिल्स, लॉस एंजिल्स में थे। माइकल को नींद न आने पर कई ड्रग डोज दिए गए थे, जिससे वो जल्दी सो सकें। कुछ समय बाद डॉक्टर ने माइकल को कमरे में बेसुध पड़े देखा तो तुरंत उन्हें CPR दिया। जब रिस्पॉन्स नहीं मिला तो डॉक्टर ने मेडिकल हेल्प मांगने के लिए घर में लैंडलाइन और मोबाइल ढूंढे, लेकिन सिक्योरिटी के चलते घर के सारे लैंडलाइन बंद थे। वो तुरंत बाहर की तरफ भागे और गार्ड से 911 पर कॉल करने को कहा।

माइकल जैक्सन का कमरा जहां उन्होंने आखिरी सांसें लीं।
मेडिकल हेल्पलाइन नंबर 911 पर कॉल ठीक 12ः22 बजे किया गया। महज 3 मिनट में ही एंबुलेंस डॉक्टर्स के साथ पहुंच गई। जब डॉक्टर्स पहुंचे तो माइकल सास लेना बंद कर चुके थे। उन्हें CPR दिया गया, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं मिला। उन्हें तुरंत रोनाल्ड रीगन UCLA मेडिकल सेंटर ले जाया गया। करीब दो घंटे की कोशिश के बाद दोपहर 2ः26 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
माइकल जैक्सन की मौत के सदमे में 13 लोगों ने आत्महत्या कर ली। सुसाइड प्रिवेंशन हॉटलाइन में उनकी मौत के अगले दिन ऑस्ट्रेलिया में 50 कॉल किए गए थे। वो लोग इतने सदमे में थे कि आत्महत्या करना चाहते थे। हॉटलाइन के CEO डॉन ओनील ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनके पास अचानक कॉलर बढ़ गए।
बिना दिमाग के दफनाया जाने वाला था शव, फ्यूनरल में खर्च हुए 8 करोड़
संदिग्ध हालातों में हुई मौत का सही कारण पता लगाने में पुलिस और डॉक्टर्स को महीनों लग गए। पोस्टमॉर्टम के लिए माइकल का दिमाग निकालकर उसकी जांच की गई थी। घरवाले फ्यूनरल करना चाहते थे, लेकिन 2 महीनों तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया। ऐसे में परिवार वाले माइकल का शव बिना उनके दिमाग के ही दफनाना चाहते थे। हालांकि लोगों के समझाने के बाद परिवार वाले भी इंतजार करने के लिए राजी हो गए।

माइकल जैक्सन के फ्यूनरल में 8 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे।
मौत के ठीक 39 दिन बाद 3 सितंबर 2009 को माइकल जैक्सन का प्राइवेट फ्यूनरल हुआ, जिसमें महज 200 लोग शामिल हुए।
सोने के ताबूत में दफनाए जाने पर चोरी का था डर
माइकल के शव को सोने के ताबूत में रखकर कॉन्क्रीट में दफन किया गया था। उन्हें मेकअप आर्टिस्ट ने ठीक उसी तरह तैयार किया, जैसे वो परफॉर्मेंस से पहले तैयार हुआ करते थे। माइकल के घरवालों को डर था कि अगर माइकल के शव की लोकेशन डिस्क्लोज की गई तो उनके चाहने वाले कब्र खोदकर उनका शव चुरा सकते हैं।
इस कारण उनके शव को रहस्यमयी तरीके से दफनाने का फैसला किया गया था। हालांकि बाद में माइकल का शव फॉरेस्ट लॉन के ग्रेट माइसीलियम में दफनाया गया, जहां हॉलीवुड के क्लार्क गबल, जीन हार्लो, वॉल्ट डिज्नी जैसी बड़ी हस्तियां दफन हैं।
माइकल की मौत के 8 महीने बाद 8 फरवरी 2010 को उनके डॉक्टर कोनराड मूरे को उनकी गैर इरादतन हत्या का आरोप दोषी पाया गया।

माइकल जैक्सन के पर्सनल डॉक्टर कोनराड मूरे। जिन पर माइकल की गैरइरादतन हत्या का केस चला।
मेमोरियल की टिकट खरीदने के लिए मिले थे 16 लाख आवेदन, 300 करोड़ लोगों ने देखा
7 जुलाई 2009 को लॉस एंजिल्स के स्टेपल्स सेंटर में माइकल जैक्सन का एक मेमोरियल बनाया गया। इसके उद्घाटन में शामिल होने के लिए टिकट खरीदने के लिए 16 लाख लोगों ने आवेदन दिया था। इसकी स्ट्रीमिंग को US के 3.5 करोड़ लोगों ने देखा जबकि दुनियाभर के 300 करोड़ लोगों ने देखा था। ये अब तक के इतिहास का सबसे ज्यादा देखा गया इवेंट है।

मौत के 10 साल बाद भी सबसे ज्यादा कमाई करने वाले सिंगर थे माइकल
फोर्ब्स के अनुसार मौत के बाद माइकल की 17,110 करोड़ रुपए कमाई हुई थी। 2019 की लिस्ट के मुताबिक माइकल मौत के 10 साल बाद भी सबसे ज्यादा कमाने वाले सिंगर थे। जबकि दूसरे नंबर पर पॉपुलर सिंगर एल्विस प्रेस्ली थे। 2018 तक माइकल के नाम पर 28.40 अरब की कमाई हुई। रिपोर्ट की मानें तो माइकल मौत से ठीक पहले दिवालिया होने की कगार पर थे। ऐसे में उनकी मौत के बाद हुई कमाई से परिवार ने उनका कर्ज चुकाया था

माइकल जैक्सन का सिग्नेचर स्टेप।
किंग ऑफ पॉप माइकल जैक्सन दुनिया के सबसे बेहतरीन सिंगर रह चुके हैं। अपने गानों, मूनवॉक, डांसिंग स्टाइल के अलावा माइकल दुनिया को देखने के नजरिए और साइंस को चैलेंज करने पर भी काफी चर्चा में रहे हैं। माइकल की महज 50 साल की उम्र में मौत हो गई, हालांकि वो हमेशा से 150 साल से ज्यादा जीना चाहते थे।
इसके लिए वो रोजाना ऑक्सीजन चेंबर में सोते थे और घर पर ही लेबोरेटरी बनवाकर लंबा जीवन जीने के लिए पर्सनल रिसर्च करवाते थे। माइकल जैक्सन का ये भी मानना था कि दुनिया में एक समय ऐसा जरूर आएगा जब मरे हुए लोगों को जिंदा करना साइंस की मदद से पॉसिबल होगा। माइकल जैक्सन दुनिया के सबसे मशहूर सिंगर माने जाते हैं जिनके नाम पर 39 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं।
8 भाई-बहनों में सबसे छोटे थे माइकल
माइकल जैक्सन का जन्म 29 अगस्त 1958 को गैरी, इंडियाना में हुआ था। ये अपनी माता-पिता की 8वीं संतान थे। उनका पूरा परिवार जैक्सन स्ट्रीट में 2 कमरों के मकान में गुजारा करता था। पिता जोसेफ वॉल्टर (जोई जैक्सन) एक पूर्व बॉक्सर थे जो गिटार बजाते थे वहीं मां कैथरीन भी पियानो परफॉर्मर थीं।

जैक्सन 5 बैंड के लिए ली गई माइकल जैक्सन और उनके भाइयों की तस्वीर।
परफॉर्मेंस बिगड़ने पर बेल्ट से पीटते थे पिता
घर के आर्थिक हालात ठीक नहीं थे तो माइकल के पिता ने 1964 में जैक्सन ब्रदर नाम का एक बैंड बनाया, जिसमें सारे भाई-बहन मिलकर स्ट्रीट परफॉर्मेंस देकर कमाई करते थे। माइकल के पिता उन्हें खास पसंद नहीं करते थे। वो अक्सर माइकल की नाक और उनके चेहरे की बनावट का मजाक उड़ाकर उन्हें पीटते थे। एक इंटरव्यू में माइकल ने बताया था कि उनके पिता परफॉर्मेंस बिगड़ने पर उन्हें बेल्ट से बुरी तरह पीटते थे। पिता के रवैये से माइकल के जेहन पर बुरा असर पड़ा था।

पिता जोइ के साथ माइकल जैक्सन।
जब जैक्सन 7 साल के हुए तो 1965 में उनके ग्रुप का नाम जैक्सन 5 पड़ गया और वो इसे लीड करने लगे। जैक्सन 5 लगातार अपने गाने लॉन्च करने लगा और उन्हें US में पहचान मिलने लगी। 1977 में जैक्सन 5 बैंड टूट गया और माइकल न्यूयॉर्क सिटी आकर फिल्मों में काम करने लगे।
उनकी पहली फिल्म द विज थी, लेकिन ये फ्लॉप हो गई। इस फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर क्विंसी जोन्स ने माइकल का टैलेंट परखते हुए उनके साथ 3 सोलो म्यूजिक एलबम लॉन्च किए जो काफी पसंद किए गए।
नाक टूटी तो लग गया करियर पर ब्रेक
1978 में माइकल की नाक डांस करते हुए टूट गई। उनकी राइनोप्लास्टी करवाई गई, लेकिन इसके बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी। इसके चलते उन्हें कई दिनों तक गाने से दूरी बनानी पड़ी और करियर की शुरुआत से पहले ही ब्रेक लग गया। 1 साल के ब्रेक के बाद माइकल ने सिंगिंग में कमबैक किया और कई हिट देते हुए पहचान बनाई।

राइनोप्लास्टी के बाद ली गई माइकल जैक्सन की तस्वीर।
1982 में माइकल का छठा म्यूजिकल एलबम थ्रिलर रिलीज हुआ, जो दुनिया का सबसे ज्यादा बिकने वाला एलबम बना। इसकी 7 करोड़ कॉपीज बिकी थीं। इस एलबम को रिकॉर्ड 8 ग्रैमी अवॉर्ड मिले थे। माइकल हर एलबम सेल पर 12 डॉलर रॉयल्टी लेकर दुनिया के सबसे ज्यादा रॉयल्टी लेने वाले स्टार बने।
अचानक गोरे होकर विवादों से घिरे थे माइकल जैक्सन
1983 तक अफ्रीकन-अमेरिकन माइकल जैक्सन डार्क स्किन टोन के थे, लेकिन इसके बाद से ही उनका स्किन कलर अचानक लाइट होने लगा। विवादों में आने के बाद उनके स्किन डॉक्टर अर्नोल्ड क्लेन ने बताया कि उन्हें वर्टिगो (सफेद दाग) की परेशानी है, जिससे उनके शरीर में सफेद-काले धब्बे बन गए हैं। उन धब्बों को छुपाने के लिए माइकल सफेद मेकअप करते थे।
वर्टिगो का ट्रीटमेंट करवाते हुए उन्हें स्किन ब्लीच करवानी पड़ी और वो गोरे हो गए। लोगों ने रेसिज्म के आरोप लगाए कि जैक्सन अफ्रीकन स्किन टोन बदलना चाहते थे, इसलिए उन्होंने ब्लीचिंग का सहारा लिया। कई लोगों का मानना था कि माइकल जैक्सन अपनी त्वचा और लुक को लेकर बेहद चिंतित रहते हैं।

स्किन डिजीज वर्टिगो के साथ ली गई माइकल के ट्रांसफॉर्मेशन की तस्वीर।
मां का दावा- उन्हें कॉस्टमेटिक सर्जरी की लत थी
माइकल की मौत के बाद उनकी मां ने दावा किया कि माइकल ने वर्टिगो से छुटकारा पाने के लिए कुछ सर्जरी करवाई थी, लेकिन फिर खुद को सुंदर बनता देख उन्हें कॉस्टमेटिक सर्जरी करवाने की लत लग गई। माइकल ने 1988 में बायोग्राफी में खुद भी कबूला था कि उन्होंने 2 बार राइनोप्लास्टी और एक बार चिन की सर्जरी करवाई थी।
उम्र रोकने के लिए ऑक्सीजन बेड पर सोते थे माइकल जैक्सन
1986 में माइकल की हायपरबैरिक ऑक्सीजन चैम्बर में सोते हुए एक तस्वीर सामने आई थी। दरअसल माइकल अपनी उम्र रोकने के लिए ऑक्सीजन चैम्बर में सोते थे।

ऑक्सीजन चैम्बर में सोते हुए माइकल जैक्सन।
महिलाओं के हार्मोनल इंजेक्शन लेते थे माइकल जैक्सन
माइकल जैक्सन अपनी वॉयस पिच हाई रखने के लिए फीमेल हार्मोनल इंजेक्शन के शॉट लिया करते थे। इसका एक कारण ये भी था कि वो महिलाओं की तरह स्किन और कम फेशियल हेयर चाहते थे। माइकल ने अपनी आंखों की भी सर्जरी करवाई थी। वहीं उन्हें लड़कियों की तरह कपड़े पहनना और तैयार होना पसंद था।
अपने चिंपांजी को लेकर मेयर के पास पहुंचे थे माइकल जैक्सन
माइकल जैक्सन ने कामयाब होने के बाद एक चिंपांजी को गोद लिया था, जिसका नाम बबल था। वो अपने हर टूर और ट्रैवल के दौरान बबल को साथ रखते थे। यहां तक कि माइकल वर्ल्ड टूर बैड के दौरान 1987 में एक बार ओसाका, जापान के मेयर से मिलने बबल को साथ ले गए थे।

ओसाका में मेयर से मीटिंग के दौरान बबल को अपने हाथों से चाय पिलाते हुए माइकल।
जब बबल की उम्र बढ़ने लगी तो वो एग्रेसिव हो गया और ना चाहते हुए भी माइकल को उसे एनिमल रिसर्च सेंटर को सौंपना पड़ा। सबको डर था कि बबल माइकल के न्यूबॉर्न प्रिंस माइकल को चोट पहुंचा सकता था।

हर जगह बबल को साथ ले जाने पर माइकल की तुलना डिज्नी कार्टून कैरेक्टर से होती थी।
1890 में मरे आदमी की हड्डियां खरीदना चाहते थे माइकल जैक्सन
शिकागो ट्रिब्यूनल के मुताबिक 1987 में माइकल 1890 में मर चुके जोसेफ मेरिक का स्केलेटन खरीदना चाहते थे। उनके पब्लिसिस्ट ने इसके लिए 8 करोड़ की बोली लगाई थी। दरअसल जोसेफ मेरिक को एक अजीबोगरीब बीमारी थी, जिसके चलते उन्हें एलिफेंट मैन कहा जाता था। माइकल उनका स्केलेटन खरीदकर उस पर रिसर्च करवाना चाहते थे, क्योंकि उन्हें साइंस में बेहद दिलचस्पी थी।

द एलिफेंट मैन नाम से मशहूर जोसेफ मेरिक और उनका कंकाल।
2700 एकड़ में बनाया था घर
मार्च 1988 में माइकल ने कैलिफोर्निया में 2700 एकड़ में अपना नया घर बनवाया, जिसका नाम नेवरलैंड था। इस घर की कीमत 17 मिलियन डॉलर यानी 139 करोड़ रुपए थी। इस घर में बड़ा व्हील, बच्चों का झूला कैरोसेल, मूवी थिएटर और जू था। सिर्फ इस घर के लिए उन्होंने 40 पेट्रोलिंग स्टाफ रखा था।

माइकल जैक्सन का घर नेवरलैंड।
13 साल के लड़के ने लगाए सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोप
अगस्त 1993 में 13 साल के जॉर्डन चैंडलर ने माइकल पर चाइल्ड सेक्शुअल एब्यूज के आरोप लगाए थे। केस के दौरान जॉर्डन और उसके पिता एवांस ने माइकल की कुछ पर्सनल डिटेल भी शेयर की थीं, जो उन्हें हैरेसमेंट के दौरान पता चली थीं। कुछ महीनों बाद सबूतों की कमी के चलते केस धीमा पड़ गया और इसी बीच माइकल ने कोर्ट के बाहर सेटलमेंट कर लिया। उन्होंने इसके लिए जॉर्डन को 188 करोड़ रुपए दिए थे।

चाइल्ड एब्यूज केस की सुनवाई के दौरान ली गई माइकल की तस्वीर।
छवि खराब होने पर बन गए ड्रग एडिक्ट
पेप्सी ऐड के दौरान हुए एक्सीडेंट के बाद माइकल को स्कैल्प सर्जरी करवानी पड़ी थी। सर्जरी के बाद से ही माइकल कुछ पेनकिलर्स पर निर्भर करने लगे थे, लेकिन जब चाइल्ड एब्यूज केस से उनकी छवि बिगड़ी तो वो ड्रग एडिक्ट बन गए। इसका असर उनकी तबीयत पर ऐसा पड़ा कि 12 नवंबर 1993 को उन्होंने अपने सारे कॉन्सर्ट कैंसिल करवा दिए।
ड्रग खरीदने के लिए बनवाए थे 19 जाली आईकार्ड
माइकल जैक्सन पर बनी TMZ चैनल की डॉक्यूमेंट्री हू रियली किल्ड माइकल जैक्सन में दावा किया गया है कि माइकल ने ड्रग्स खरीदने के लिए 19 नकली आई कार्ड बनवाए थे। उनके पास पर्सनल डॉक्टर्स की टीम थी, जो उन्हें हर तरह के ड्रग का प्रिस्क्रिप्शन देते थे। माइकल के स्किन डॉक्टर आर्नोल्ड क्लेन एक डायरी मेंटेन करते थे, जिसमें इस बात को नोट किया जाता था कि किस ID से कौन-सी दवा ली जा रही है।

माइकल जैक्सन की मूनवॉक।
विवादों के बीच की एल्विस प्रेस्ली की बेटी से शादी
बिगड़ती तबीयत और छवि खराब होने के बीच ही मशहूर सिंगर एल्विस प्रेस्ली की बेटी लीजा ने माइकल को प्रपोज किया और दोनों ने मई 1994 में शादी कर ली। कई लोगों का मानना था कि चाइल्ड एब्यूज केस से लोगों का ध्यान हटाने के लिए माइकल ने शादी की थी। दोनों की शादी 19 महीनों में ही टूट गई। तलाक के बाद माइकल ने HIStory एलबम लॉन्च की, जिसने उनके पिछले रिकॉर्ड भी तोड़ दिए। इस एल्बम की 2 करोड़ कॉपीज बिकी थीं।

माइकल जैक्सन और लीजा प्रेस्ली की शादी की तस्वीर।
1995 में आया पैनिक अटैक
1995 में एक टीवी शो रिहर्सल के दौरान माइकल जैक्सन को पैनिक अटैक आया और वो बेहोश हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। कुछ महीनों बाद उन्होंने 35 देशों में 58 कॉन्सर्ट किए, जिसमें 45 लाख लोग शामिल हुए थे।
सिडनी टूर के दौरान माइकल जैक्सन ने अपने स्किन डॉक्टर क्लेन की असिस्टेंट डेबी रोवे से दूसरी शादी कर ली। शादी से पहले ही डेबी 6 महीने की प्रेग्नेंट थीं। 13 फरवरी 1997 को माइकल के पहले बेटे प्रिंस माइकल का जन्म हुआ। 1998 में डेबी ने बेटी पेरिस को जन्म दिया।

माइकल जैक्सन और डेबी रोवे के रिसेप्शन की तस्वीर।
कुछ सालों बाद 2000 में दोनों का तलाक हो गया और 8 मिलियन डॉलर के सेटलमेंट में बच्चों की कस्टडी माइकल को मिली। जब 2004 में माइकल पर दोबारा चाइल्ड अब्यूज के आरोप लगे तो बच्चों की कस्टडी डेबी के पास चली गई।
1994 में माइकल के घर पर हुए रेड में पुलिस को एक बुक मिली थी जिसमें कई बच्चों की बिना कपड़ों की तस्वीरें थीं। पुलिस ने जब उनसे पूछताछ की तो माइकल ने सफाई में कहा कि ये बुक उन्हें किसी ने भेजी होगी, जो उन्होंने कभी खोली ही नहीं। माइकल की मौत के बाद उनकी मेड ने भी बताया था कि माइकल घर में बच्चों को बिना कपड़ों के रखते थे।
मौत के समय था 3 हजार करोड़ का कर्ज
एक समय माइकल हर हफ्ते 97 करोड़ रुपए कमाई करते थे, लेकिन जब उनकी मौत हुई तो वो 3 हजार करोड़ रुपए के कर्जे में डूबे हुए थे। उनकी मौत के बाद भी वो कई सालों तक सबसे ज्यादा कमाई करने वाले सिंगर रहे थे। माइकल जैक्सन ने अपनी जिंदगी में 4 हजार करोड़ रुपए का डोनेशन किया।

1996 में माइकल जैक्सन कॉन्सर्ट करने भारत आए थे। इस दौरान शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के घर भी गए थे। तस्वीर में माइकल को गिफ्ट दिखाते हुए बाल ठाकरे।
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