गुरु पुष्य योग विशेष
कोई भी शुभ कार्य करने के लिए यह नक्षत्र बहुत शुभ माना जाता है क्योंकि देवताओं के जो गुरु हैं बृहस्पति उन्हें पद प्रतिष्ठा सफलता धन और सुभिता का ग्रह माना जाता है। इस नक्षत्र में की गई खरीदारी अक्षय रहती है और इस योग में यानी गुरु पुष्य योग में जब हम निवेश करते हैं तो उसका भारी लाभ होता है। इस योग में किए गए कार्यों में सफलता और शुभता में वृद्धि होने के साथ साथ मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी मिलता है।
कब होता है गुरु पुष्य योग
गुरुवार के दिन जब पुष्य नक्षत्र पड़ता है तो गुरु पुष्य योग का शुभ योग बनता है। इस योग को गुरु पुष्य अमृत योग भी कहा जाता है, क्योंकि बृहस्पतिवार भी देवताओं का वार है और पुष्य नक्षत्र भी देवताओं के लिए पूजनीय है इसलिए यह एक शुभ नक्षत्र है और पुष्य नक्षत्र की जो स्वामी है वह भी बृहस्पति हैं और बृहस्पतिवार के भी स्वामी बृहस्पति ही है इसीलिए इसी नक्षत्र में लक्ष्मी पूजन का भी विशेष महत्व है।
गुरु पुष्य नक्षत्र की तिथि, मुहूर्त और इसमें क्या करें।
गुरु पुष्य नक्षत्र प्रारंभ :-
दिनांक :- 25 जनवरी 2024
प्रारंभ :- सुबह :- 8:16 am
समाप्ति :- 26 जनवरी को सुबह 10:30 पर होगी ।
गुरु पुष्य नक्षत्र का महत्व
25 तारिक को दिन भर गुरु पुष्य योग रहेगा उसमे सोना खरीदने का सबसे अधिक महत्व है। ऐसा मानना जाता है कि सोने में निवेश करने का यह आदर्श समय है। उनमें से कुछ नए व्यवसाय शुरू करने के लिए इस योग का उपयोग करने के बारे में भी सोचते हैं। यह लाभकारी योग आमतौर पर साल में दो या तीन बार होता है। इस दिन को गुरु पुष्य नक्षत्र के रूप में मनाया जाता है। गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र होने पर गुरु पुष्य योग बनता है। और परिणामस्वरूप, यह दिन विशेष रूप से भाग्यशाली माना जाता है। मां लक्ष्मी की आराधना करते हैं और उनकी कृपा मिलती है। कुछ लोगों का मानना है कि उस दिन अमृत योग भी बनता है।
गुरु पुष्य नक्षत्र में क्या करें
नए कार्य की शुरुआत, भूमि-भवन, वाहन, सोने-चांदी के आभूषण, बही खाते आदि की खरीदी के लिए गुरु पुष्य योग सर्वश्रेष्ठ हैं।
इस नक्षत्र में की गई खरीदी स्थायी समृद्धि प्रदान करती है।
इसके अलावा पुष्य नक्षत्र में गुरु से संबंधी चीजें जैसे सोना, पीतल का हाथी, दक्षिणावर्ती शंख खरीदने से लक्ष्मी आकर्षित होती है।
नई प्रॉपर्टी की खरीद या फ्लैट बुक कराना फायदेमंद रहेगा।
गुरु पुष्य योग के दिन खरीदारी करें।
विशेष
श्रीसूक्त का पाठ करें या पुरुषक्त का पाठ करें जिससे सब प्रकार के सुखों की प्राप्ति होगी 🙏
ज्योतिषाचार्य मोहित बिस्सा
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