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2 करोड़ रुपए की घूस मांगने वाली ASP ने पहले Love Marriage की, बाद में दहेज का केस ठोका, पढ़ें कौन है दिव्या मित्तल?

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Divya Mittal: राजस्थान पुलिस सेवा की महिला अधिकारी को 2 करोड़ रुपए की घूस मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। महिला अफसर का नाम दिव्या मित्तल है। वो राजस्थान पुलिस की एसओजी में एडिशनल एसपी पद पर तैनात थीं। रिश्वतखोरी के आरोपों से घिरी दिव्या के बारे में यहां पढ़ें सबकुछ…
2 करोड़ रुपए की घूस मांगने वाली ASP दिव्या मित्तल कौन है?
एसओजी में तैनात दिव्या मित्तल ने पहले लव मैरिज की थी
शादी के बाद में दहेज का केस ठोका और तलाक ले लिया
अब पुलिस की गिरफ्त में इस महिला अफसर से पूछताछ जारी है
जयपुर: राजस्थान मेंदवा कारोबारी से 2 करोड़ रुपए रिश्वत मांगने के आरोप में पुलिस अधिकारी गिरफ्तार हुई है। हम बात कर रहे हैं एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल की। दिव्या मित्तल अपनी निजी जिन्दगी भी विवादों में रही हैं। दिव्या साल 2010 बैच की आरपीएस हैं। जून 2014 में दिव्या इंटरनेट के जरिए सोशल मिडिया पर हिसार निवासी सीए प्रतीक बंसल के संपर्क में आई। कुछ दिनों की चेटिंग के बाद दोनों की दोस्ती हुई और फिर दोनों में प्यार हो गया। दिव्या मित्तल और प्रतीक बंसल ने साथ रहने का फैसला किया। दोनों लीव इन रिलेशन में रहने लगे। दिव्या मित्तल ने अपने पिता विनोद मित्तल को प्रतीक बंसल से शादी करने के लिए राजी कर लिया लेकिन प्रतीक बंसल का परिवार आनाकानी करने लगा। दिव्या मित्तल और प्रतीक उदयपुर और भरतपुर सहित कुछ शहरों में लिव इन रिलेशन यानी पति पत्नी की तरह एक साथ रहे।

मंदिर में गुपचुप तरीके से रचाई शादी बाद में ठोका तलाक का केस

दिव्या मित्तल जिद करने लगी कि प्रतीक बंसल जल्द से जल्द उससे शादी करे लेकिन प्रतीक की मां शादी के लिए राजी नहीं हुई। इसके बाद दिव्या और प्रतीक ने एक मंदिर में गुपचुप तरीके से शादी कर ली। इस दौरान प्रतीक ने दिव्या को भरोसा दिलाया कि थोड़े दिन बाद सब ठीक हो जाएगा तो वे सभी रिश्तेदारों और जानकारों को साथ लेकर शादी समारोह करेंगे। वर्ष 2015 में दिव्या के पिता विनोद मित्तल ने प्रतीक बंसल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। दहेज प्रताड़ना के साथ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। मुकदमें में यह आरोप लगाया गया कि प्रतीक एक पति के रूप में दिव्या मित्तल के साथ कई महीनों तक अलग अलग शहरों में साथ रहा लेकिन अब अपनाने से इनकार कर दिया है। इस मुकदमें के कुछ ही महीनों बाद दिव्या मित्तल और प्रतीक बंसल में तलाक हो गया। तलाक होने के बाद दिव्या अकेली ही रहने लगी। उदयपुर और अजमेर में पोस्टिंग के दौरान वे अकेली ही रहती थी।

10 साल की नौकरी में 7 साल उदयपुर रहीं दिव्या मित्तल

2010 बैच की आरपीएस दिव्या मित्तल जुलाई 2013 में ट्रेनिंग से लेकर वर्ष 2017 तक उदयपुर में ही अलग अलग पदों पर तैनात रही। अक्टुबर 2015 से अगस्त 2017 तक वे उदयपुर में आबकारी विभाग में तैनात रही। इस दौरान शराब माफियाओं से नजदीकी हुई। बाद में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी दिव्या को राज्य सरकार ने एपीओ कर दिया। दो महीने एपीओ रहने के बाद एमबीसी (मेवाड़ भील कॉप्स) खेरवाड़ा उदयपुर में लगाया। 9वीं आरएसी बटालियन टोंक में तैनाती के दौरान दिव्या मित्तल का प्रमोशन हुआ और वे एडिशनल एसपी बन गई। जनवरी 2021 में दिव्या को एसओजी अजमेर में एडिशनल एसपी के तौर पर पोस्टिंग मिली। यहां ड्रग तस्करी के 3 प्रकरण दर्ज हैं जिसकी जांच एसओजी की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल के पास थी। इसी तरह के एक केस में हरिद्वार के दवा कारोबारी को फंसाया जा रहा था। बचने की एवज में कारोबारी से 2 करोड़ रुपए की घूस मांगी गई थी। शिकायत के सत्यापन के बाद एसीबी ने ट्रेप का जाल बिछाया लेकिन ट्रेप फेल हो गया। इसके बाद एसओजी ने सबूतों के आधार पर केस दर्ज करके दिव्या मित्तल को गिरफ्तार कर लिया।

हर साल प्रोपर्टी में इन्वेस्ट करती थी दिव्या मित्तल

आरपीएस अधिकार के तौर पर दिव्या मित्तल का वेतन करीब डेढ लाख रुपए है लेकिन दिव्या ने करोड़ों रुपए की प्रोपर्टी अर्जित कर ली। उदयपुर में उन्होंने बड़ा फार्म हाउस खरीदा और उसमें करोड़ों रुपए खर्च करके आलीशान बंगला बनाया। यहां सौ से ज्यादा कमरे बनाए गए जिनमें स्विमिंग पूल और जिम जैसी लग्जरी सुविधाएं उपलब्ध है। बड़ा मैरिज गार्डन भी है जिनमें एक आयोजन के तीन लाख रुपए लिए जाते हैं। दिव्या ने जयपुर में भी आलीशान बंगला बना रखा है। साथ ही अपने गांव झुंझुनूं के चिड़ावा में शानदार मकान बना रखा है। इसके अलावा दिव्या ने अपने रिश्तेदारों के नाम पर कई जगह करोड़ों रुपए निवेश कर रखे हैं। लोगों का कहना है कि दिव्या हर साल लाखों रुपए प्रोपर्टी में इन्वेस्ट करती रही है। एसीबी दिव्या की पूरी संपति का ब्यौरा एकत्रित करने में जुटी हुई है।

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