दुल्हन को पहली बार हेलिकॉप्टर से गांव लाया दूल्हा:9 लाख रुपए किए खर्च, अधिकारियों से लेनी पड़ी परमीशन
एक सपना था कि जब भी विवाह करुंगा, तब पत्नी को हेलीकॉप्टर में ही गांव लेकर आऊंगा। ये सपना किसी बॉलीवुड सेलिब्रेटी या फिर बड़े उद्योगपति का नहीं था। ये सपना एक सामान्य किसान का था और उसने पूरा भी किया। जालौर के सांचौर में स्थित बेडिया गांव के टी.आर. चौधरी ने अपनी नव विवाहित दुल्हन को पहली गांव ले जाने का अद्भुत प्रबंध किया। वो हेलीकॉप्टर में पत्नी को बीकानेर से बेड़िया गांव तक ले गया।
वर टी.आर. चौधरी और उनकी पत्नी निरमा।
चौधरी का विवाह बीकानेर के पटेल नगर में रहने वाली निरमा से हुआ। सगाई के वक्त ही चौधरी ने अपनी पत्नी से वादा कर लिया था कि वो उसे हेलिकॉप्टर में ही गांव ले जाएगा। पहले तो इसे मजाक समझा गया लेकिन विवाह से पहले की तैयारी से अहसास हो गया कि ऐसा कुछ होने वाला है। चौधरी ने अपने स्तर पर एक प्राइवेट कंपनी से संपर्क किया और हेलीकॉप्टर का प्रबंध किया। ये हेलीकॉप्टर गुरुवार को बीकानेर के सार्दुल क्लब मैदान पहुंच गया। जैसे ही विवाह की रस्म पूरी हुई, वैसे ही दुल्हन को लेकर चौधरी सीधे यहीं पहुंचे। सार्दुल क्लब पर पहुंचकर निरमा काफी रोमांचित नजर आई। दोनों पति पत्नी के साथ कुछ परिजन भी हेलीकॉप्टर में ही जालौर के लिए रवाना हुए। इस दौरान ससुराल वालों ने परंपराओं को निर्वाह करते हुए वर-वधु को विदाई दी।
करीब नौ लाख का खर्चा
किसान परिवार को अपने बेटे टी.आर. चौधरी के इस सपने को पूरा करने में करीब नौ लाख रुपए का खर्च आया। जिसमें हेलीकॉप्टर का किराया, ईंधन के अलावा करीब बीस कर्मचारियों का स्टाफ भी साथ आया था। गुरुवार दोपहर बाद इस विमान ने बीकानेर से उड़ान भरी तब तक उसका खर्च लगा।
प्रशासन से ली स्वीकृति
हेलीकॉप्टर सेवा के लिए जिला प्रशासन से भी स्वीकृति लेनी पड़ती है। दुल्हन के बहनोई आशीष चौधरी ने बताया कि प्रशासनिक औपचारिकाएं पूरी करने के बाद ही प्राइवेट कंपनी ने हेलीकॉप्टर बीकानेर भेजा था। एक सामान्य परिवार के लिए ऐसा करना काफी रोमांचक है।
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