महाजन फायरिंग फील्ड रेंज में सेना के नायब सूबेदार काले चंद्रकांत महादेव का निधन
बीकानेर। राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित महाजन फायरिंग फील्ड रेंज में सेना के एक अधिकारी का असमय निधन हो गया। नायब सूबेदार काले चंद्रकांत महादेव, जो युद्ध अभ्यास के लिए महाजन आए हुए थे, अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण इस दुनिया को अलविदा कह गए।
घटना का विवरण
महाजन पुलिस थाना से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सेना की एक टुकड़ी युद्धाभ्यास के लिए महाजन फायरिंग रेंज में तैनात थी। इस दौरान, नायब सूबेदार काले चंद्रकांत महादेव की तबीयत अचानक खराब हो गई। सेना के अधिकारियों और जवानों ने तुरंत उन्हें नजदीकी चिकित्सा केंद्र पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और कानूनी प्रक्रिया पूरी की। पुलिस के अनुसार, प्राथमिक जांच में किसी प्रकार की संदिग्ध परिस्थिति सामने नहीं आई है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु के सही कारणों का पता चल सकेगा।
सेना व प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस दुखद घटना पर सेना और प्रशासनिक अधिकारियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि नायब सूबेदार काले चंद्रकांत महादेव एक अनुशासित और समर्पित सैनिक थे, जिन्होंने देश सेवा में अपना पूरा जीवन समर्पित किया। उनके निधन से सेना में गहरा शोक व्याप्त है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
नायब सूबेदार काले चंद्रकांत महादेव के परिवार की जानकारी जुटाई जा रही है। उनके पार्थिव शरीर को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक स्थान भेजने की तैयारी की जा रही है। सेना की ओर से उनके परिवार को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया गया है।
महाजन फायरिंग फील्ड रेंज का महत्व
महाजन फायरिंग फील्ड रेंज भारतीय सेना की सबसे महत्वपूर्ण युद्धाभ्यास स्थलों में से एक है। यहां सेना की विभिन्न इकाइयों के प्रशिक्षण अभ्यास आयोजित किए जाते हैं। आधुनिक हथियारों और युद्धक रणनीतियों का अभ्यास करने के लिए यह रेंज महत्वपूर्ण मानी जाती है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद होगी आगे की कार्रवाई
फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, और रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु के वास्तविक कारणों की पुष्टि हो सकेगी।
नायब सूबेदार काले चंद्रकांत महादेव के असमय निधन से सेना और उनके साथियों में शोक की लहर है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
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