सेना का ट्रक खाई में गिरा,राजस्थान के 2 जवान शहीद:मां-पत्नी को खबर नहीं, परिजनों-ग्रामीणों को घर आने से रोका; आज होगा अंतिम संस्कार

जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में शनिवार दोपहर सेना का ट्रक खाई में गिर गया। इस हादसे में 4 जवान शहीद हुए हैं, जिनमें से 2 जवान राजस्थान के हैं। नागौर में राजोद (जायल) के हवलदार हरिराम और बहरोड़ के रिवाली निवासी जवान नीतीश कुमार के पार्थिव देह को आज पैतृक गांव लाया जाएगा।
परिजनों अनुसार, पार्थिव देह को कार्गों से दोपहर करीब 1.30 बजे तक दिल्ली लाया जाएगा। इसके बाद सेना के ट्रक से सड़क मार्ग से पैतृक गांव पहुंचेंगे। जहां तिरंगा यात्रा निकालने के बाद सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जवान नीतीश के परिजनों ने अभी उनकी मां और पत्नी को उनकी शहादत की सूचना नहीं दी है। ऐसे में, ग्रामीणों को फिलहाल उनके घर आने से मना किया गया है।

मां-पत्नी को शहादत की खबर नहीं
हादसे में शहीद हुए बहरोड़ के रिवाली गांव के निवासी नितीश कुमार (29) पुत्र सुरेंद्र यादव श्रीनगर के बांदीपोरा जिले में 13 आरआर बटालियन में तैनात थे। जवान के शहीद होने की सूचना मिलने के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है। शहीद की पत्नी रिंकू और मां अभी तक शहादत की खबर नहीं दी गई है। उन्हें एक्सीडेंट होना बताया गया है। हालांकि, शहीद के पिता सुरेंद्र सिंह यादव और छोटे भाई शोभित यादव सहित पूरे गांव को इसकी जानकारी है।
गांव के लोग और परिजनों ने शहीद के घर पर आवाजाही बंद कर दी है। रिश्तेदारों को भी घर आने से रोका गया है। घर से लगभग 100 मीटर दूर सड़क किनारे स्थित हनुमान मंदिर के पास ग्रामीण अलाव तापते हुए नजर आए।
शहीद के छोटे भाई शोभित यादव ने बताया कि उसने अपने बड़े भाई से कल ही शनिवार सुबह करीब 9:30 बजे बात की थी। नितीश ने कहा था कि उसकी पिछले 11 महीने से सैलरी नहीं आई है और वह सीओ के पास इंटरव्यू के लिए जाएगा। बाद में शाम करीब 7 बजे शहीद के सीओ ने शोभित को सूचना दी कि अब नितीश इस दुनिया में नहीं रहा।

रविवार दोपहर करीब 11 बजे शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई।
दो महीने की छुट्टी के बाद 28 नवंबर को लौटे थे
शिक्षक रघुराज शास्त्री ने बताया कि नितीश कुमार बचपन से ही मिलनसार और हंसमुख स्वभाव के थे। जब भी वह छुट्टी पर घर आते थे, वह सभी से हंसते-हंसते मिलते थे। हाल ही में, 28 नवंबर को 60 दिन की छुट्टी के बाद वह ड्यूटी पर लौटे थे। क्योंकि उसके बुआ के बेटे की शादी 24 नवंबर को बहरोड़ में हुई थी, जिसमें वह शामिल होने के साथ-साथ भात भरने के लिए भी आए थे।

रिवाली गांव में शोक की लहर है। फिलहाल जवान की मां-पत्नी को शहादत की खबर नहीं दी गई। घर पहुंचने वाले रिश्तेदारों को रास्ते में ही रोका जा रहा है।
पत्नी वेटनरी कंपाउंडर की तैयारी कर रही
शहीद नितीश की पत्नी अंशु यादव गृहणी हैं और जयपुर में वेटनरी कंपाउंडर की कोचिंग कर रही हैं। शहीद का एक बेटा धैर्य (2 साल 4 महीने) है, जिसका जन्म 6 सितंबर 2023 को हुआ था। नितीश की शादी 24 मई 2021 को मुंडावर के गांव मुण्डनवाड़ा की रहने वाली रिंकू के साथ हुई थी। छोटा भाई शोभित यादव गृह मंत्रालय में सचिवालय सुरक्षा बल में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात है और मां कीरोस्ता देवी गृहणी हैं।
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