बड़े पापा ने कहा था जज बनना है, बेटी अक्षिता सुराणा ने साकार किया सपना; RJS में पाई 123वीं रैंक, परिवार में छाई खुशियां
राजस्थान ज्यूडिशियल सर्विस (RJS) 2024 में पाली की रहने वाली अक्षिता सुराणा ने 123वीं रैंक हासिल की। उनके पिता नवरतन सुराणा बिजनेस करते हैं। वहीं माता बसंती सुराणा गृहिणी है।
परिवार के साथ प्रसन्नचित्त मुद्रा में अक्षिता सुराणा
पाली। राजस्थान हाई कोर्ट की ओर से राजस्थान ज्यूडिशियल सर्विस (RJS) परीक्षा का परिणाम रविवार को घोषित किया गया। पाली की रहने वाली अक्षिता सुराणा ने आरजेएस में 123वीं रैंक हासिल की। अक्षिता सुराणा का चयन होने पर उनके परिवार में खुशी छा गई। अक्षिता ने बताया कि लॉ में प्रवेश लेने के बाद शिक्षक मनोज शर्मा ने प्रेरित किया ओर बेस तैयार करवाया था।
बीकानेर मूल की पाली प्रवासी अक्षिता सुराणा जैन के आर.जे.एस. में चयन होने पर सुराणा व जैन समाज की ओर से जश्न मनाया गया तथा उसको शुभकामनाएं दी गई।
समर्पण सेवा समूह की अध्यक्ष बीकानेर निवासी फलोदी प्रवासी मीनाक्षी गोलछा सुराणा ने बताया कि बीकानेर के आचार्यों के चौक के पास के सुराणा मोहल्ले के मूल निवासी धर्मनिष्ठ सुश्रावक नेमीचंद, कृपाचंद, शांति लाल व नवरत्न सुराणा परिवार की सदस्य अक्षिता ने बिना किसी ट्यूशन व कोचिंग के यह सफलता हासिल की है। साधारण परिवार की अक्षिता व उसकी छोटी बहन भी एल.एल.बी.शिक्षित है । अक्षिता की पिता कपड़े का व्यवसाय करते है वहीं माता बसंती सुराणा ज्ञान पाठशाला में बच्चों को धार्मिक शिक्षा देने की सेवाएं पिछले छह वर्षों से दे रही है। अक्षिता भी शिक्षा के साथ धार्मिक संस्कारों से परिपूर्ण हे। अक्षिता ने सगा भाई नहीं होने पर स्वयं कड़ी मेहनत व लगन से अपने पिता व परिवार का सहारा बनने उनका नाम रोशन करने के लिए यह मुकाम हासिल किया है।
अक्षिता ने बताया कि देव, गुरु व धर्म तथा कुलदेवी मोरखाणा की माताजी की असीम कृपा व परिजनों, गुरुजनों के सहयोग से यह सफलता का सौपान हासिल कर पाई है।
बीकानेर के सुराणा के मोहल्ले में अक्षिता के चयन पर श्री सुसवाणी माता मोरखाणा मंदिर मोरखाना ट्रस्ट के उपाध्यक्ष महादेव सुराणा, श्री खरतरगच्छ जैन युवा परिषद के अध्यक्ष व समस्त ओसवाल सुराणा पंचायती ट्रस्ट के मंत्री अनिल सुराणा, कोषाध्यक्ष अजय सुराणा, अक्षिता के ताउ रमेश सुराणा, अनिल सुराणा सहित मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों व पदाधिकारियों, फलोदी के धनराज ललिता देवी गोलछा, पाली के सुश्रावक संतोष कावड़िया व बिन्दू देवी कावड़िया ने दृढ़ संकल्प के साथ सफलता का सेहरा बांधने पर बधाई दी तथा मिष्ठान बांटकर खुशिया मनाई। फलोदी, पाली, बीकानेर में अक्षिता के परिजनों ने ढोल के साथ नृत्य कर जश्न मनाया।
बड़े पापा के कहने पर चुना फील्ड
पाली के लोढ़ों का वास में रहने वाली अक्षिता सुराणा ने आरजेएस में 123वीं रैंक हासिल की। उनके पिता नवरतन सुराणा बिजनेस करते हैं। वहीं माता बसंती सुराणा गृहिणी है। अक्षिता ने बताया कि चौथी बार परीक्षा देने के बाद विश्वास था कि इस बार चयन जरूर हो जाएगा। उन्होंने बताया कि आरजेएस बनने का सपना लॉ में प्रवेश लेते समय देखा था। बीकानेर में रहने वाले बड़े पापा रमेश सुराणा ने कहा था कि आरजेएस बनना है। आज मेरा व उनका दोनों का सपना पुरा हुआ।
हनुमानगढ़ की राधिका बंसल को मिला पहला स्थान
उल्लेखनीय है टॉप 10 में 9 लड़कियां हैं। वहीं, टॉप 20 में 16 लड़कियां हैं। पहला स्थान हनुमानगढ़ की राधिका बंसल पुत्री पुरुषोत्तमदास बंसल ने प्राप्त किया है। परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद जैसे ही राधिका के घर उसके चयन की खबर पहुंची तो बधाई देने वालों का तांता लग गया। दूसरा और तीसरा स्थान क्रमश: तनुराग सिंह चौहान और परमा चौधरी ने हासिल किया है। राजस्थान ज्यूडिशियल सर्विस (आरजेएस) परीक्षा में फाइनल 222 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है।
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