बागबान 2024: एक यादगार शाम, जिसमें 39 बागबानों का हुआ सम्मान
उदयपुर।
22 दिसंबर की शाम उदयपुर के अशोका ग्रीन ऑडिटोरियम में एक ऐसा नज़ारा देखने को मिला, जिसने हर माता-पिता और बच्चे के दिल में एक खास जगह बना ली। इस खास शाम को “बागबान 2024” (सीजन 2) का आयोजन किया गया, जिसे अचीवर्स और मेंगो धमाका इवेंट्स द्वारा आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में 39 बागबानों (माता-पिता) को उनके बच्चों द्वारा मंच पर सम्मानित किया गया।
“बागबान” का विचार और उद्देश्य:
कार्यक्रम के आयोजकों अमित माथुर और सुनीता सिंघवी ने इस आयोजन के पीछे की सोच साझा करते हुए बताया कि “बागबान” का उद्देश्य समाज को यह संदेश देना है कि माता-पिता से बढ़कर कुछ भी नहीं है। “बागबान” की खासियत यह है कि इसमें बच्चे अपने माता-पिता की संघर्षपूर्ण कहानी अपने शब्दों में लिखकर प्रस्तुत करते हैं और उनके सम्मान में मंच पर उन्हें सार्वजनिक रूप से नमन करते हैं। यह एक ऐसा मंच है, जो भावनाओं से सराबोर होकर माता-पिता और बच्चों के बीच के रिश्ते को और भी मजबूत करता है।
भावुक कर देने वाले क्षण:
कार्यक्रम में सबसे खास बात यह रही कि सम्मानित होने वाले बागबानों की उम्र 92 वर्ष से लेकर 55 वर्ष तक थी। जब बच्चों ने अपने माता-पिता को मंच पर बुलाकर उनके संघर्ष और बलिदान की कहानी साझा की, तो पूरे ऑडिटोरियम में भावुकता की लहर दौड़ गई। मंच पर सम्मानित होते समय कई परिवारों की आंखों में खुशी और गर्व के आंसू झलकते नजर आए।
गणपति वंदना से हुई कार्यक्रम की शुरुआत:
कार्यक्रम का शुभारंभ मूक-बधिर बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत की गई एक सुंदर गणपति वंदना से हुआ, जिसने सभी का दिल जीत लिया। यह प्रस्तुति दर्शकों के लिए बेहद प्रेरणादायक और अनोखी थी।
मुख्य अतिथियों की उपस्थिति ने बढ़ाई शोभा:
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रेम मार्बल के श्री परमेश्वर अग्रवाल और NICC की डॉ. स्वीटी छाबड़ा थे। स्पेशल गेस्ट के रूप में इकोन इंडस्ट्री के चेयरमैन डॉ. जितेंद्र कुमार तायलिया मौजूद थे। इसके अलावा, अन्य गणमान्य अतिथियों में शकुंतला देवी अग्रवाल ट्रस्ट के श्री करण अग्रवाल, मेवाड़ हेलीकॉप्टर के कैप्टन विक्रांत शाकद्वीपी, भारत इंटीरियर्स के श्री राधेश्याम जांगिड़, आमीन फाउंडेशन के श्री अनीस मियांजी, वन टू ऑल के श्री शरद लोढ़ा और श्री वरुण सुराना, अशोका ग्रीन के श्री मुकेश माधवानी, SMD के संतोष मेघवाल, आर्ट एंड आर्टिस्ट्स के श्री राज अग्रवाल और दुल्हा मेकर्स के श्री राकेश माथुर जैसे प्रतिष्ठित नाम शामिल थे।
संचालन और टीम का योगदान:
इस शाम को और भी यादगार बनाने में डॉ. गोवर्धन रामचंदानी और रश्मीत कौर छाबड़ा ने अपने शानदार संचालन से अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बागबान की पूरी टीम ने अथक प्रयास किया और सभी मेहमानों का स्वागत बेहद गर्मजोशी से किया।
मुम्बई और अन्य शहरों से भी पहुंचे बच्चे:
कार्यक्रम की सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मुंबई और अन्य शहरों से भी बच्चे अपने माता-पिता को लेकर इस विशेष आयोजन में भाग लेने पहुंचे। यह कार्यक्रम न केवल उदयपुर बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा बन गया।
समापन:
“बागबान 2024” का यह आयोजन न केवल माता-पिता और बच्चों के बीच के रिश्तों को सशक्त करने वाला साबित हुआ, बल्कि यह एक ऐसा सामाजिक संदेश भी लेकर आया, जो हर परिवार के लिए एक उदाहरण बन सकता है। आयोजकों और प्रतिभागियों की मेहनत और भावनाओं ने इस कार्यक्रम को वास्तव में अविस्मरणीय बना दिया।
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