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राजस्थान में फिर गिरी चीनी मिसाइल: महाजन में एयर डिफेंस ने हवा में उड़ाया, हर टुकड़ा चीन की फैक्ट्री से निकला

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राजस्थान में फिर गिरी चीनी मिसाइल: महाजन में एयर डिफेंस ने हवा में उड़ाया, हर टुकड़ा चीन की फैक्ट्री से निकला

By Defence Journalist Sahil

महाजन (बीकानेर), 11 मई 2025:
राजस्थान की सीमा अब सिर्फ पाकिस्तान की धमकियों तक सीमित नहीं रही — अब चीन के हथियार सीधे भारतीय ज़मीन तक पहुंच रहे हैं। बीकानेर जिले के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के पास एक बार फिर चीनी मिसाइल का मलबा मिला है, जिसे भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही मार गिराया

यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी बीकानेर के कालू क्षेत्र, जैसलमेर और श्रीगंगानगर के पास ऐसे ही मिसाइल के टुकड़े, बूस्टर, और गाइडेंस सिस्टम के हिस्से मिल चुके हैं। खास बात यह है कि हर मलबे की बनावट, सर्किट, और धातु संरचना पर चीन की सैन्य इंडस्ट्री के निशान साफ देखे जा सकते हैं।


हर टुकड़ा चीनी हथियार की गवाही दे रहा है

रक्षा सूत्रों के अनुसार अब तक जो मलबा सामने आया है, उसमें निम्न बातें पाई गईं:

  • मिसाइल का नोज़ कोन (जहाँ वारहेड होता है) और बूस्टर सेक्शन, दोनों चीन की HQ सीरीज़ मिसाइलों जैसे HQ-9E या FD-2000 के डिज़ाइन से मेल खाते हैं।
  • टुकड़ों पर चाइनीज प्रोडक्शन कोड, अमेरिकन मूल के कैपेसिटर (जिन्हें चीन ब्लैक मार्केट या रिवर्स इंजीनियरिंग से इस्तेमाल करता है), और वायरिंग सिस्टम HQ-9 प्लेटफॉर्म जैसा ही है।
  • कुछ टुकड़े MLRS (Multiple Launch Rocket System) मिसाइल के भी हो सकते हैं, जैसे पाकिस्तान के पास मौजूद A-100E, जो चीन से आयात की गई प्रणाली है।

चीन की हथियार प्रणाली, पाकिस्तान के हाथ

ये मिसाइलें या तो पाकिस्तान द्वारा लॉन्च की गई हैं या परीक्षण के नाम पर सीमा पार से छोड़ी गई हैं। परंतु इनकी दिशा, गिरने का पैटर्न और संरचना इस ओर इशारा करते हैं कि ये सिर्फ परीक्षण नहीं, बल्कि भारतीय एयर डिफेंस की क्षमता को जांचने की कोशिश हैं।

महाजन रेंज भारत की सबसे रणनीतिक मिलिट्री साइट्स में से एक है, जहां सेना के बड़े युद्धाभ्यास और एयर डिफेंस टेस्ट होते हैं। ऐसे में यहां बार-बार मिसाइल गिरना सैन्य-राजनीतिक संदेश से कम नहीं है।


भारत की जवाबी तैयारी: हवा में तबाही से पहले खत्म

इन सभी मामलों में भारत का एयर डिफेंस नेटवर्क सक्रिय और प्रभावी रहा है:

  • रडार ट्रैकिंग से लेकर इंटरसेप्शन तक, हर चरण में प्रणाली ने सटीकता दिखाई।
  • मिसाइलों को भारतीय सीमा में प्रवेश से पहले ही हवा में नष्ट कर दिया गया।
  • सेना और एयरफोर्स की संयुक्त सक्रियता से यह साफ है कि भारत किसी भी प्रकार की घुसपैठ को लेकर पूरी तरह तैयार है।

बीकानेर का महाजन क्यों बन रहा है निशाना?

राजस्थान का महाजन क्षेत्र अब लगातार ऐसे टुकड़ों का केंद्र बनता जा रहा है। इससे पहले:

  • कालू गांव (लूणकरणसर, बीकानेर) में मिसाइल का खोल मिला था
  • जैसलमेर और श्रीगंगानगर में भी मलबे के हिस्से मिले थे
  • हर केस में चीन निर्मित हथियारों की पुष्टि हुई है

यह साफ संकेत है कि भारत की सीमा अब सिर्फ पाकिस्तान से नहीं, बल्कि पाकिस्तान के ज़रिये चीन से भी चुनौती झेल रही है।


अब पाकिस्तान नहीं, चीन की छाया असली चुनौती

राजस्थान की रेतीली ज़मीन पर गिरते मिसाइल टुकड़े अब भारत को साफ संकेत दे रहे हैं:

  • पाकिस्तान सिर्फ एक लॉन्च प्लेटफॉर्म है
  • चीन के हथियार, चीन की तकनीक, और चीन के उद्देश्य अब भारत की सीमाओं तक पहुंच चुके हैं
  • भारत को अब अपनी नीति और जवाबी रणनीति को पाकिस्तान नहीं, चीन के संदर्भ में तैयार करना होगा

यह कोई आकस्मिक घटना नहीं है — यह सुनियोजित रणनीतिक परीक्षा है।


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