सीएम भजनलाल बोले- सीनियर से जूनियर सीखते हैं कि कलम किस तरह की स्याही से चलानी है… – PUBLIC SERVICE DAY
‘लोक सेवा दिवस’ के अवसर पर मुख्यमंत्री कहा कि यह गलत और सही का धर्म युद्ध है. सही का रास्ता चुनोगे तो नींद अच्छी आएगी.
लोक सेवा दिवस के मौके पर सीएम का कार्यक्रम
जयपुर: ‘लोक सेवा दिवस’ के अवसर पर सोमवार को एक बार फिर अफसरों की कार्यशैली को लेकर चर्चा हुई. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ‘लोक सेवा दिवस’ सुशासन दिवस के अवसर पर OTS सभागार में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के लोक सेवकों को सच्चाई की राह पर चलने का संदेश दिया. सीएम ने कहा कि काम में आचरण सही होना चाहिए. कोई आपके पास किस भाव से आ रहा है, इस पर ध्यान देने की जरूरत है.
सीनियर की कार्यशैली से जूनियर सिखता है. जब कोई अफसर बन कर आता है तो वो बिल्कुल कोरे कागज की तरह होता है. सीनियर अधिकारी उसे सिखाता है कि कलम किस तरह की स्याही से चलानी है. उधर मुख्य सचिव सुधांश पंत ने एक बार फिर दोहराया कि लोक सेवक समय पर आएं. स्वतः ही जवाबदेही होनी चाहिए. आचरण में कमी होगी तो लोग उंगली उठाएंगे. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस दौरान प्रदेश में सुशासन के तहत किए गए नवाचारों, उत्कृष्ट कार्यों, संपर्क पोर्टल पर लोक शिकायतों के निस्तारण की विभाग/व्यक्तिगत/जिला श्रेणी में विभिन्न अधिकारियों को मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार-2025 एवं राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पुरस्कार भी दिए.
निरंतर जनसुनवाई करें :मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाए रखने में लोक सेवकों की अहम भूमिका होती है. विकसित भारत और विकसित राजस्थान के निर्माण के लिए अन्तिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को विकास की योजनाओं से लाभान्वित करना बेहद जरूरी है. साथ ही इस कार्य के सफल क्रियान्वयन की जिम्मेदारी लोक सेवकों की है. उन्होंने कहा कि लोक सेवक को सुशासन के लिए कर्तव्यनिष्ठा, दृढ़ इच्छाशक्ति एवं पूर्ण संवेदनशीलता के साथ काम करना चाहिए. जरूरतमंद व्यक्ति अभाव में जब लोक सेवक के पास आता है, तो पूर्ण जिम्मेदारी से उसकी हर संभव मदद करनी चाहिए. उन्होंने आमजन को त्वरित राहत पहुंचाने के लिए लोक सेवकों को निरंतर जनसुनवाई करने के लिए निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि हमें टीम भावना के रूप में सार्वजनिक हित और लोक-कल्याण के साझा लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कार्य करना चाहिए.
सरदार पटेल ने लोक सेवकों को कहा था ‘स्टील फ्रेम’ : मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने वर्ष 1947 में आज ही के दिन भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को संबोधित किया था. उन्होंने अपने ऐतिहासिक भाषण में लोक सेवकों को ‘स्टील फ्रेम’ अर्थात देश की शासन व्यवस्था की रीढ़ कहा था. लोक सेवा का अर्थ निस्वार्थ भाव से जनता की भलाई के लिए कार्य करना है. बिना किसी स्वार्थ के, निष्ठा और ईमानदारी से कार्य करना ही सच्ची लोक सेवा होती है. इसलिए लोक सेवा दिवस मनाने का उद्देश्य लोक सेवकों के योगदान को पहचान कर उन्हें सम्मानित करना है.
ग्राम स्तर तक ई-फाइल प्रणाली को किया गया लागू : मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लोकहित, त्वरित एवं भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की संकल्पना के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है. इसलिए सेवाओं की सरल, सुगम एवं त्वरित प्रदायगी के लिए नवाचारों को बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए एक जिला-एक उत्पाद नीति, नई पर्यटन इकाई नीति, एकीकृत स्वच्छ ऊर्जा नीति, नवीन खनिज नीति जैसी महत्वपूर्ण नीतियां जारी की गई हैं. साथ ही, ग्राम स्तर तक ई-फाइल प्रणाली को लागू कर दिया गया है. सभी विभागों में ऑनलाइन पेपरलेस कार्य हो रहा है.
सीएम ने कहा कि आमजन के कार्यों के निस्तारण में तेजी आई है. जन अभियोगों का निराकरण सुशासन का एक अभिन्न अंग है. उन्होंने कहा कि राजस्थान संपर्क पोर्टल के माध्यम से डेढ़ करोड़ से अधिक शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है. गत एक साल में दर्ज लगभग 33 लाख मामलों में से 99 प्रतिशत से अधिक निस्तारित हो चुके हैं. साथ ही दिसंबर माह में मनाये गए सुशासन सप्ताह में भी राजस्थान का स्थान देश के शीर्ष 3 राज्यों में रहा है.
राइजिंग राजस्थान समिट से प्रदेश मजबूत बनेगा : मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा प्रारम्भ किए गए ‘एक पेड़ मां के नाम अभियान’ से प्रेरित होकर प्रदेश में हरियालो राजस्थान अभियान के तहत गत वर्ष 7 करोड़ 22 लाख पौधे लगाए गए. साथ ही इस वर्ष 10 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में निवेश को प्रोत्साहित कर रोजगार सृजन के उद्देश्य से राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित किया गया, जिसमें निवेशकों द्वारा लगभग 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू किए गए हैं, जिनमें से 3 लाख करोड़ रुपये के एमओयू की ग्राउंड ब्रेकिंग भी की जा चुकी है.
आचरण में कमी होगी तो लोग उंगली उठाएंगे : उधर, मुख्य सचिव सुधांश पंत ने एक बार फिर दोहराया कि लोक सेवक समय पर आएं. समय पर आएंगे तो काम में गति मिलेगी. उन्होंने कहा कि लोक सेवक को स्वतः ही जवाबदेही होनी चाहिए. आचरण में कमी होगी तो लोग उंगली उठाएंगे. इस लिए आप का कार्य इस तरह से हो की पीड़ित को न्याय मिल सके. उन्होंने कहा कि ईमानदारी और जवाबदेही है एक अच्छे लोक सेवक की पहचान है.
जल संरक्षण और जनसंवाद पर दिया जोर : वहीं, झुंझुनू में सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने ‘कर्मभूमि से मातृभूमि’ अभियान के तहत जल संचयन को बढ़ावा देते हुए एक जल संरचना का शिलान्यास किया. सभा में बड़ी संख्या में नारी शक्ति और आमजन की मौजूदगी रही. सभा के उपरांत मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मलसीसर डैम का निरीक्षण किया. यह डैम कुंभाराम लिफ्ट कैनाल परियोजना के अंतर्गत बनाया गया है और जिले को पेयजल आपूर्ति में अहम भूमिका निभाता है. मुख्यमंत्री ने परियोजना की विस्तृत जानकारी भी अधिकारियों से ली.
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