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डीआईजी इंटेलिजेंस विदुर भारद्वाज ने सीमावर्ती ग्रामीणों से किया संवाद, नशे की बढ़ती तस्करी और ड्रोन गतिविधियों पर जताई चिंता
बीकानेर, 06 मार्च 2025 – अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बढ़ती तस्करी और ड्रोन गतिविधियों को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। इसी क्रम में डीआईजी इंटेलिजेंस ब्रांच जोधपुर विदुर भारद्वाज ने बीकानेर जिले के सीमावर्ती गांव 13 एमडी का दौरा किया और स्थानीय ग्रामीणों से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने सीमा सुरक्षा से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की और ग्रामीणों को नशे और साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया।
सीमा पर बढ़ रही तस्करी और ड्रोन गतिविधियां चिंताजनक
डीआईजी भारद्वाज ने कहा कि बीकानेर जिले से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाल ही में मादक पदार्थों की तस्करी के मामले बढ़े हैं। खासकर ड्रोन के जरिए नशे की खेप गिराने की घटनाओं में इजाफा हुआ है। उन्होंने इसे देश की युवा पीढ़ी के लिए एक बड़ा खतरा बताया और ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे सतर्क रहें। उन्होंने कहा, “नशा एक गंभीर बीमारी की तरह है, जो युवाओं को बर्बाद कर रही है। हमें इसे जड़ से खत्म करना होगा और इसके खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा।”
उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति गांव में दिखाई दे या कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आए तो तुरंत बीएसएफ या इंटेलिजेंस विभाग को सूचित करें। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की सतर्कता से अवैध तस्करी और देश विरोधी गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सकती है।
ग्रामीणों को किया साइबर अपराधों और सोशल मीडिया फ्रॉड से सतर्क
विदुर भारद्वाज ने न केवल सीमावर्ती सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा की, बल्कि सोशल मीडिया और साइबर फ्रॉड से जुड़ी समस्याओं पर भी ग्रामीणों को जागरूक किया। उन्होंने बताया कि आधुनिक तकनीक के दुरुपयोग के कारण साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। कई बार लोग अनजाने में फर्जी लिंक, नकली बैंक कॉल्स, या सोशल मीडिया पर झूठी जानकारी के शिकार हो जाते हैं। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति को बैंकिंग या निजी जानकारी न दें और साइबर अपराधों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
स्थानीय सरपंच और अधिकारियों की मौजूदगी
इस मौके पर गांव के सरपंच लखविंदर सिंह ने भी ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए डीआईजी भारद्वाज का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सीमावर्ती सुरक्षा में अहम भूमिका निभा सकते हैं और प्रशासन के साथ मिलकर देश की रक्षा में योगदान दे सकते हैं।
इस दौरान इंटेलिजेंस ब्रांच बीकानेर के उप कमांडेंट महेश चंद जाट भी उपस्थित रहे और उन्होंने ग्रामीणों को सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी।
सीमा सुरक्षा में ग्रामीणों की भूमिका अहम
डीआईजी भारद्वाज ने कहा कि सीमा सुरक्षा में ग्रामीणों की सतर्कता बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, “अगर हम सब मिलकर नशे के कारोबार और अवैध गतिविधियों के खिलाफ लड़ें, तो इसे जड़ से खत्म किया जा सकता है।” उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि अगर कोई भी संदिग्ध गतिविधि हो तो तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को सूचित करें ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।
सरकार और सुरक्षा एजेंसियां कर रही सख्त कार्रवाई
गौरतलब है कि बीएसएफ, पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियां सीमा पार से हो रही नशे की तस्करी और ड्रोन गतिविधियों को रोकने के लिए लगातार ऑपरेशन चला रही हैं। हाल ही में बीएसएफ ने बीकानेर और श्रीगंगानगर जिलों में कई ड्रोन को मार गिराया और बड़ी मात्रा में हेरोइन और अन्य मादक पदार्थ जब्त किए हैं।
निष्कर्ष
डीआईजी विदुर भारद्वाज का यह दौरा सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा और जागरूकता बढ़ाने के लिहाज से महत्वपूर्ण रहा। ग्रामीणों ने भी प्रशासन को सहयोग देने का आश्वासन दिया और कहा कि वे अपने गांव और देश की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से सतर्क रहेंगे। इस संवाद कार्यक्रम से स्पष्ट है कि प्रशासन और जनता के आपसी सहयोग से सीमावर्ती क्षेत्रों में नशे और अन्य अवैध गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण लगाया जा सकता है।
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