सऊदी में भूख-प्यास से तड़पकर भारतीय की मौत:GPS फेल होने से रेगिस्तान में भटका, बाइक का तेल खत्म हुआ; 4 दिन बाद मिला शव
तस्वीर तेलंगाना के शेहजाद खान की है, जिसकी सऊदी अरब के रेगिस्तान में मौत हो गई।
सऊदी अरब में काम कर रहे 27 साल के भारतीय नागरिक मोहम्मद शेहजाद खान की मौत हो गई है। तेलगांना का रहने वाला शेहजाद सऊदी के रेगिस्तान रुब-अल खाली में फंस गया था। इसे दुनिया की सबसे खतरनाक जगहों में से एक कहा जाता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शेहजाद सुडान के अपने एक दोस्त के साथ इस इलाके से गुजर रहा था। रास्ते में उनका GPS सिग्नल फेल हो गया। इसके कुछ समय बाद उनकी गाड़ी में तेल और फोन की बैटरी भी खत्म हो गई, जिस वजह से वे किसी से मदद नहीं मांग पाए।
शेहजाद और उसका दोस्त लंबे समय तक रेगिस्तान की चिलचिलाती गर्मी में बिना पानी, खाने के फंसे रहे। भूखे-प्यास रहने की वजह से उनकी तबियत बिगड़ गई और दोनों की मौत हो गई। शेहजाद और उसके दोस्त का शव 4 दिन बाद 22 अगस्त को रेगिस्तान में उनकी बाइक के पास मिला। शेहजाद पिछले तीन साल से सऊदी अरब की एक टेली-कम्युनिकेशन कंपनी में काम कर रहा था।
रुब-अल खाली अरब के रेगिस्तान का सबसे बड़ा हिस्सा है। यह 650 किलोमीटर तक फैला है।
दुनिया के सबसे सूखे इलाकों में से एक है रुब-अल खाली रेगिस्तान
रुब-अल खाली को एम्प्टी डेजर्ट भी कहा जाता है। यह अरब के रेगिस्तान का सबसे बड़ा हिस्सा है, जो सऊदी के कुल क्षेत्रफल का एक-चौथाई है। रुब-अल खाली 650 किलोमीटर तक फैला है। यह सऊदी अरब के दक्षिणी हिस्से और पड़ोसी देशों जैसे ओमान, UAE और यमन तक फैला हुआ है।
रुब-अल खाली दुनिया के सबसे सूखे इलाकों में से एक है। इसके एक बड़े हिस्से को अब तक एक्सप्लोर नहीं किया गया है। इस रेगिस्तान में रेत के नीचे पेट्रोलियम का विशाल भंडार है। 1948 में इसी रेगिस्तान के उत्तर-पूर्वी इलाके अल-गवार में दुनिया का सबसे बड़ा पारंपरिक तेल भंडार मिला था। सऊदी अरब की राजधानी रियाद से 260 किमी दूर अल-गवार में तेल के अरबों बैरल मौजूद हैं।
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