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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस: बीएसएफ जोधपुर फ्रंटियर मुख्यालय में महिला सशक्तिकरण और सम्मान का भव्य आयोजन

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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस: बीएसएफ जोधपुर फ्रंटियर मुख्यालय में महिला सशक्तिकरण और सम्मान का भव्य आयोजन

जोधपुर, 7 मार्च 2025 – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) फ्रंटियर मुख्यालय, जोधपुर में शुक्रवार को एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम “कार्य को तेज करें” (Accelerate Action) पर आधारित यह आयोजन महिलाओं के अधिकारों, लैंगिक समानता और उनके सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।

महिला सशक्तिकरण और सम्मान का उत्सव

बीएसएफ जोधपुर फ्रंटियर मुख्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में बावा संगठन द्वारा विशेष सत्रों का आयोजन किया गया, जिसमें सीमा सुरक्षा बल में कार्यरत महिला प्रहरियों के साथ-साथ बावा संगठन, राजस्थान की प्रमुख श्रीमती प्रतिभा गर्ग, श्रीमती मधु हुड्डा, श्रीमती मीनी जौई, श्रीमती शांति राजा और अन्य वरिष्ठ सदस्याओं ने भाग लिया।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिला कर्मियों के योगदान को सम्मानित करना और उनके स्वास्थ्य, सुरक्षा व कल्याण को बढ़ावा देना था। इस अवसर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिनमें स्वास्थ्य जांच, एक्यूप्रेशर थेरेपी, बोन मैरो टेस्टिंग, और सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) प्रशिक्षण जैसे जागरूकता सत्र शामिल थे।

महिला प्रहरियों के अनुभवों की प्रेरणादायक कहानियाँ

कार्यक्रम के दौरान बीएसएफ की महिला प्रहरियों ने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी अपनी ड्यूटी को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाया।

महिला प्रहरियों ने बताया कि चाहे भीषण गर्मी हो, तेज़ धूल भरी आंधियाँ हों या कड़ाके की ठंड, वे अपने पुरुष सहकर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देश की सीमाओं की रक्षा कर रही हैं। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि बीएसएफ में भर्ती होने के बाद उन्हें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा और किस तरह उन्होंने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और मेहनत से हर मुश्किल को पार किया।

महिला सशक्तिकरण पर जोर

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती प्रतिभा गर्ग ने अपने संबोधन में महिलाओं के अधिकारों, समान अवसरों और समाज में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा,

“महिलाओं का समाज में योगदान अविस्मरणीय और अपरिहार्य है। यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम उन्हें समान अवसर प्रदान करें, ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें। महिला सशक्तिकरण सिर्फ एक विचार नहीं, बल्कि एक आंदोलन है, जिसे हमें आगे बढ़ाना होगा।”

बीएसएफ में महिला प्रहरियों की भूमिका और योगदान

सीमा सुरक्षा बल में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को रेखांकित करते हुए बीएसएफ के उप महानिरीक्षक श्री राजपाल सिंह ने बताया कि राजस्थान फ्रंटियर में वर्तमान में 777 महिला प्रहरी तैनात हैं, जो विभिन्न रैंकों और कैडरों में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा,

“सीमा सुरक्षा बल की महिला प्रहरी हर चुनौती का डटकर सामना कर रही हैं। वे अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा में पुरुष सैनिकों के साथ समान रूप से योगदान दे रही हैं। यह न केवल महिला सशक्तिकरण का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि महिलाएँ किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।”

उन्होंने आगे बताया कि बीएसएफ, राजस्थान फ्रंटियर के महानिरीक्षक श्री एम.एल. गर्ग के नेतृत्व में महिला प्रहरियों की भलाई और कल्याण से जुड़ी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाता है।

महिला प्रहरियों की प्रेरणादायक कहानियाँ

कार्यक्रम के दौरान बीएसएफ में सेवा दे रहीं कुछ महिला प्रहरियों की कहानियाँ भी साझा की गईं, जिन्होंने अपने अद्वितीय समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा से एक मिसाल कायम की है। इन महिला अधिकारियों और जवानों ने न केवल सीमाओं की रक्षा में अपनी भूमिका निभाई है, बल्कि कठिन परिस्थितियों में भी अपनी योग्यता और साहस का परिचय दिया है।

समापन और महिला दिवस की शुभकामनाएँ

कार्यक्रम के समापन पर सभी महिला प्रहरियों और बावा संगठन की सदस्याओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएँ दी गईं। बीएसएफ के अधिकारियों ने महिलाओं के अधिकारों, उनकी सुरक्षा और उनके सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

इस भव्य आयोजन ने न केवल महिला सैनिकों के योगदान को सम्मानित किया, बल्कि समाज में महिला सशक्तिकरण और समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश भी दिया।


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