जयपुर में करमाबाई जाट महिला संघ द्वारा मांकरमा की पुण्यतिथि पर भव्य आयोजन
जयपुर। ‘ओमाश्रय शांति धाम’ में मांकरमा की पुण्यतिथि पर करमाबाई जाट महिला संघ द्वारा एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जयपुर जिले की महासचिव डॉ. प्रमिला चौधरी, स्वास्थ्य सचिव डॉ. दि. व्या सारण, और डॉ. अनीता चौधरी ने मांकरमा को पुष्पांजलि अर्पित की और आश्रय प्राप्त निराश्रितों के लिए शाम का भोजन वितरित किया। यह आयोजन करमाबाई जाट महिला संघ के तत्वावधान में सम्पन्न हुआ।
संघ की अध्यक्ष, श्रीमती अलका चौधरी ने कहा कि मांकरमाबाई ने सदैव समाज सेवा को प्राथमिकता दी और हम उनके आदर्शों का पालन करते हुए समाज के कमजोर वर्गों की सेवा करते रहेंगे। संघ की टीम ने इस मौके पर बुजुर्गों के स्वास्थ्य की जानकारी भी ली और आगामी दिनों में नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित करने की घोषणा की। इस अवसर पर संघ के सदस्यों ने कहा कि मांकरमाबाई का जीवन हमारे लिए प्रेरणा स्रोत है और हम उनकी शिक्षाओं को अपने जीवन में आत्मसात करके समाज की सेवा में तत्पर रहेंगे।
मांकरमाबाई का जन्म राजस्थान के एक छोटे से गांव कालवा, नागौर में हुआ था। उनका जीवन संघर्ष और भक्ति का एक अद्भुत उदाहरण है। उन्होंने अपने जीवन में कृष्ण भक्ति को सर्वोपरि रखा और समाज सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया। करमाबाई ने ‘लोक भक्ति आंदोलन’ का नेतृत्व किया, जिसमें उन्होंने जन-जन को भक्ति और सेवा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। उनका मानना था कि सच्ची भक्ति केवल मंदिरों में नहीं, बल्कि जनसेवा में है। उन्होंने अपने जीवनकाल में कई समाज सुधार के कार्य किए और लोगों को जागरूक किया कि भक्ति और सेवा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
करमाबाई का जीवन अत्यंत साधगीपूर्ण था, लेकिन उनकी कर्मनिष्ठा और सेवा भावना ने उन्हें समाज में एक विशेष स्थान दिलाया। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक सुधार के क्षेत्र में अनेक कार्य किए। उनकी शिक्षाओं ने अनेक लोगों को प्रेरित किया और उनके आदर्शों पर चलकर समाज की सेवा करने का संकल्प लिया। संघ के अथक प्रयासों से ही मांकरमा की जन्मस्थली कालवा में मांकरमा का पेनोरमा बन रहा है। इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए संघ राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल जी का आभारी है। इस पहल से मांकरमाबाई के जीवन और उनके कार्यों को व्यापक रूप से प्रस्तुत किया जाएगा, जिससे आने वाली पीढ़ियां उनके योगदान और आदर्शों से प्रेरित हो सकेंगी। यह आयोजन जयपुर की जाट महिला संघ ‘करमाबाई’ के लिए गर्व का विषय है। उपस्थित सदस्यों ने भी इस कार्यक्रम की सराहना की और भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन करने की प्रतिबद्धता जताई। समारोह के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने मिलकर मांकरमा के आदर्शों और सिद्धांतों का पालन करने का संकल्प लिया। इस कार्यक्रम ने समाज में एकता और सेवा के भाव को और अधिक प्रबल करने का संदेश दिया।
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