सप्त शक्ति कमांड ने राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को किया सम्मानित
जयपुर, 31 जनवरी
गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर सप्त शक्ति कमांड ने प्रोजेक्ट वीर गाथा 4.0 प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन करने वाली हरियाणा की श्रुति और राजस्थान की निधि को सम्मानित किया। इन प्रतिभाशाली छात्राओं को लेफ्टिनेंट जनरल मंजिंदर सिंह, आर्मी कमांडर, सप्त शक्ति कमांड की ओर से सराहना पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए। यह सम्मान इन छात्राओं के कठिन परिश्रम, समर्पण और असाधारण कौशल को मान्यता देने के उद्देश्य से दिया गया।
आर्मी कमांडर का संदेश: मेहनत और लगन का सम्मान
सम्मान समारोह के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल मंजिंदर सिंह ने दोनों छात्राओं को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं न केवल छात्रों की रचनात्मकता को निखारती हैं, बल्कि उनमें देशभक्ति, वीरता और नैतिक मूल्यों को भी मजबूत करती हैं।
उन्होंने आगे कहा, “हमारी युवा पीढ़ी में अपार संभावनाएं हैं। अगर सही दिशा में प्रेरित किया जाए, तो वे देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। श्रुति और निधि जैसे प्रतिभाशाली छात्र देश की उम्मीद हैं और इन्हें प्रोत्साहित करना हमारा कर्तव्य है।”
प्रोजेक्ट वीर गाथा 4.0: देशभक्ति और वीरता को समर्पित पहल
प्रोजेक्ट वीर गाथा रक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय की एक संयुक्त पहल है, जिसका उद्देश्य छात्रों में देशभक्ति, वीरता और राष्ट्र प्रेम की भावना को बढ़ावा देना है। इस पहल के तहत विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, जिसमें छात्र स्वतंत्रता सेनानियों और वीरता पुरस्कार विजेताओं की कहानियों पर लेखन, चित्रकला, कविता और अन्य कलात्मक माध्यमों से अपने विचार व्यक्त करते हैं।
इस वर्ष वीर गाथा 4.0 प्रतियोगिता में पूरे देश से हजारों छात्रों ने भाग लिया। इनमें से 100 छात्रों का राष्ट्रीय स्तर पर चयन किया गया, जिनमें श्रुति (हरियाणा) और निधि (राजस्थान) भी शामिल हैं। यह पूरे सप्त शक्ति कमांड क्षेत्र के लिए गर्व की बात है कि उनके क्षेत्र से दो छात्राओं ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
प्रतिभाशाली छात्राएं: श्रुति और निधि की सफलता की कहानी
- श्रुति (हरियाणा) – भिवानी स्थित केएम पब्लिक स्कूल, हांसी रोड की छात्रा श्रुति ने पैरा ग्राफ लेखन प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया। उनकी रचना में वीरता, बलिदान और राष्ट्रप्रेम का गहरा संदेश था, जिससे उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर चयनित किया गया।
- निधि (राजस्थान) – राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, कटारा अजीज, तोडाभीम की छात्रा निधि को चित्रकला प्रतियोगिता में उनकी उत्कृष्ट रचनात्मकता के लिए सम्मानित किया गया। निधि हमेशा से ही चित्रकला में रुचि रखती हैं और उन्होंने अपनी कला के माध्यम से देशभक्ति और वीरता को खूबसूरती से दर्शाया।
दोनों छात्राओं की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार और विद्यालय के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह अन्य छात्रों के लिए भी एक प्रेरणा है।
युवा पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए सप्त शक्ति कमांड की पहल
सप्त शक्ति कमांड केवल सीमाओं की सुरक्षा में ही नहीं, बल्कि युवा पीढ़ी को प्रेरित करने और उनमें राष्ट्रवाद की भावना जागृत करने में भी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। इस दिशा में कमांड द्वारा कई कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:
- आउटरीच कार्यक्रम – छात्रों को भारतीय सेना के कार्यों और मूल्यों से अवगत कराने के लिए विभिन्न सत्रों का आयोजन।
- मोटिवेशनल लेक्चर्स – छात्रों को मेहनत, अनुशासन और राष्ट्र सेवा के महत्व को समझाने के लिए प्रेरक व्याख्यान।
- ‘Know Your Army’ मेले – इन मेलों के माध्यम से छात्रों को सेना के उपकरणों, अभियानों और सैनिकों के जीवन से परिचित कराया जाता है।
- प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम – देशभक्ति को प्रोत्साहित करने के लिए रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन।
निष्कर्ष: एक प्रेरणादायक उपलब्धि
श्रुति और निधि की यह उपलब्धि न केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि यह इस बात का प्रमाण भी है कि भारत के युवा असाधारण क्षमताओं से परिपूर्ण हैं। यदि उन्हें सही मार्गदर्शन और प्रेरणा मिले, तो वे न केवल अपनी प्रतिभा को निखार सकते हैं, बल्कि देश के गौरव को भी बढ़ा सकते हैं।
प्रोजेक्ट वीर गाथा जैसी पहलें हमारे इतिहास, संस्कृति और राष्ट्रीय मूल्यों से युवाओं को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। सप्त शक्ति कमांड द्वारा इन छात्राओं का सम्मान, उनके उत्साह और समर्पण को सराहना देने के साथ-साथ अन्य छात्रों को भी ऐसे मंचों पर भाग लेने के लिए प्रेरित करेगा।
इस उपलब्धि के साथ, श्रुति और निधि ने यह साबित कर दिया कि प्रतिभा, मेहनत और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ, यह उम्मीद की जाती है कि आने वाले वर्षों में और भी युवा इस तरह की प्रतियोगिताओं में अपनी छाप छोड़ेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे।
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