EDUCATION

खेल प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों का उत्साह बरकरार, जीवन में खेल भावना बनाए रखने पर जोर

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

खेल प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों का उत्साह बरकरार, जीवन में खेल भावना बनाए रखने पर जोर

31 अगस्त 2024, राजकीय महाविद्यालय गंगाशहर। महाविद्यालय में आयोजित खेल प्रतियोगिताओं का समापन एक उत्साहपूर्ण माहौल में हुआ। अंतिम दिन के आयोजनों में विद्यार्थियों ने अपनी खेल क्षमता और टीम स्पिरिट का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर बबिता जैन ने छात्रों को खेल भावना बनाए रखने की अहमियत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन हर स्थिति में संतुलन बनाए रखना और आपसी सहयोग के भाव को बनाए रखना महत्वपूर्ण है। खेलों के माध्यम से ही इस दृष्टिकोण का विकास किया जा सकता है।

खेल प्रभारी श्री मोहित शर्मा ने जानकारी दी कि प्रतियोगिताओं के अंतिम दिन विभिन्न खेलों की प्रतिस्पर्धा हुई। इसमें कबड्डी, सतोलिया, ऊंची कूद, लंगड़ी टांग और सामूहिक योग प्रदर्शन शामिल थे।

कबड्डी के मुकाबले में छात्र वर्ग में पियूष परिहार, विवेक मारू, सुरजीत सिंह, विनय गहलोत, और रवि भादू की टीम ने जीत दर्ज की। छात्रा वर्ग की कबड्डी में आचुकी शर्मा, गुनगुन गहलोत, तानिया सांखला, सोनू पंचारिया, और भावना परिहार की टीम विजेता रही।

ऊंची कूद में छात्र वर्ग में दिनेश बिश्नोई ने प्रथम, जितेंद्र मेघवाल ने द्वितीय, और महेंद्र कुड़िया ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। लंगड़ी टांग में छात्र वर्ग में मनीषा गिरधर, गुनगुन गहलोत, तानिया सांखला, सोनू पंचारिया, और आचुकी शर्मा की टीम ने जीत हासिल की।

सतोलिया के मुकाबले में छात्र वर्ग में जितेंद्र मेघवाल, केशव सांवरिया, नरेश मेघवाल, महेंद्र कुड़िया, राधेश्याम भाटी, रोहित गिरधर, और कैलाश मेघवाल की टीम विजेता रही। छात्रा वर्ग में अन्नपूर्णा पंचारिया, चंचल शर्मा, भावना सुथार, मनीषा गेधर, और सोनू शर्मा की टीम ने जीत का परचम लहराया।

खेल सप्ताह की सभी प्रतियोगिताओं का सफल आयोजन डॉ महेश लोहिया, डॉ संतोष बैद, डॉ प्रेम रतन हटीला, डॉ समीक्षा व्यास, डॉ लीला कुमारी, और सुश्री रौनक सोलंकी के निर्देशन में संपन्न हुआ। इस अवसर पर विद्यार्थियों और महाविद्यालय के कर्मचारियों ने खेलों के माध्यम से एकजुटता और सामूहिक प्रयास की भावना को बढ़ावा देने पर जोर दिया।

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare
error: Content is protected !!