तेरापंथ महिला मंडल गंगाशहर ने ‘स्वरधारा’ कविता पाठ के साथ मनाया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
बीकानेर – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर तेरापंथ महिला मंडल गंगाशहर द्वारा स्वरधारा काव्य संध्या का आयोजन शांतिनिकेतन प्रांगण में किया गया। कार्यक्रम साध्वी श्री विशद् प्रज्ञा जी एवं साध्वी श्री लब्धियशा जी के पावन सानिध्य में संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी, बीकानेर शहर की जिला अध्यक्ष श्रीमती सुमन छाजेड़ उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाते हुए अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती ममता जी रांका ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। स्वरधारा काव्य संध्या में प्रतिष्ठित कवियत्री श्रीमती मनीषा आर्य सोनी और श्रीमती सरोज वाला को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम का मंगलाचरण श्रीमती सुनीता पगलिया ने प्रेरणादायक गीत के माध्यम से किया, जबकि मंत्री श्रीमती मीनाक्षी अंचलिया एवं श्रीमती रेखा चौरडिया ने स्वागत काव्य पाठ के द्वारा किया।

नारी सशक्तिकरण पर भावपूर्ण काव्य पाठ
कार्यक्रम की मुख्य कवियित्री का परिचय श्रीमती पिंकी चोपड़ा ने दिया। कवियित्री मनीषा सोनी ने “नारी तू स्वाभिमानी” विषय पर अपनी ओजस्वी कविता के माध्यम से उपस्थित जनों का मन मोह लिया। वहीं, कवियित्री सरोज भाटी ने “नारी तू नारायणी, नहीं किसी से हारी” विषय पर प्रभावशाली काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम में तेरापंथ महिला मंडल की कई सदस्याओं ने भी काव्य पाठ प्रस्तुत किया, जिनमें श्रीमती संतोष बोथरा, सुमित्रा बोथरा, प्रिया पारख, राजश्री ललवानी और कमलेश सामसुखा प्रमुख रहीं। इन बहनों ने “नारी जागृति” पर अपनी रचनाएं सुनाईं, जो महिलाओं की आत्मनिर्भरता और सामाजिक उत्थान पर केंद्रित थीं।
साध्वी श्री लब्धियशा जी ने “नारी निर्माण एवं सृजन” पर अपने विचार व्यक्त किए, जबकि साध्वी श्री विधि प्रभा जी ने “नारी उत्थान” विषय पर एक सुंदर कविता प्रस्तुत की। समणी चैतन्य प्रज्ञा ने “नारी अभिमान” पर अपने प्रेरणादायक विचार रखे।

तेरापंथ सभा के उपाध्यक्ष श्री पवन छाजेड़ ने सभी महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित कीं। इस अवसर पर अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के सदस्य एवं तेयुप गंगाशहर के उपाध्यक्ष श्री ललित राखेचा ने राजा जनक का उदाहरण देते हुए महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपनी बेटियों और बहुओं को सक्षम बनाने में कोई कसर न छोड़ें।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं कवियित्रियों को मंडल की बहनों द्वारा साहित्य भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आभार श्रीमती रुचि छाजेड़ ने व्यक्त किया, जबकि सफल संचालन कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती कविता चोपड़ा ने किया।
8 मार्च को हुआ भव्य महिला दिवस समारोह
8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर तेरापंथ महिला मंडल गंगाशहर द्वारा एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन मुनि श्री कमल कुमार जी एवं मुनि श्री श्रेयांश कुमार जी के सानिध्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलाचरण एवं प्रेरणा गीत से किया गया, जिसे मंडल की बहनों ने प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती ममता जी रांका ने अपने उद्बोधन में कहा कि महिलाओं को अपने आंतरिक विकास की शुरुआत स्वयं से करनी चाहिए। जब महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी, तो वे समाज में बेहतर योगदान दे सकेंगी।

तेरापंथ महिला मंडल गंगाशहर प्रतिवर्ष समाज की एक विशिष्ट महिला शख्सियत को “प्रेरणा सम्मान” से सम्मानित करता है, जो समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनती हैं। इस वर्ष यह सम्मान श्रीमती बबीता जैन, प्राचार्य, राजकीय महाविद्यालय, भीनासर को प्रदान किया गया। मंडल अध्यक्ष श्रीमती संजू जी लालणी ने उन्हें विशेष पताका पहनाकर एवं अभिनंदन पत्र भेंट कर सम्मानित किया।
“नारी को अपनी पहचान खुद बनानी होगी”
मुनि श्री कमल कुमार जी ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “फैशन के इस युग में शिक्षित महिलाओं का सम्मान करना गौरव की बात है। तेरापंथ महिला मंडल ने जिस तरह से नारी विकास की दिशा में कार्य किया है, वह सराहनीय है।” उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं को विनम्रता, प्रेम और सहिष्णुता के साथ अपने गौरव को बनाए रखना चाहिए।
सम्मान प्राप्त करने के बाद श्रीमती बबीता जैन ने कहा, “भगवान महावीर की सूक्ष्म दृष्टि और आचार्य तुलसी की दूरदर्शिता ने नारी को अनेक कुप्रथाओं से मुक्त कर दिया है। हर महिला को अपने सम्मान की शुरुआत खुद से करनी होगी, क्योंकि जब वह स्वयं को सम्मान देगी, तो समाज भी उसका सम्मान करेगा।”
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह का सफल संचालन महिला मंडल मंत्री श्रीमती मीनाक्षी अंचलिया ने किया, जबकि अंत में सभी आगंतुकों का आभार प्रकट किया गया।
नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल
तेरापंथ महिला मंडल गंगाशहर द्वारा आयोजित यह भव्य कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। इस कार्यक्रम ने न केवल महिलाओं को उनकी शक्ति का एहसास कराया, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि जब महिलाएं संगठित होकर आगे बढ़ती हैं, तो वे अपनी राह की हर बाधा को पार कर सकती हैं।
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