इजराइल बड़े-बड़ों को घुसकर कैसे मारता है:टूथपेस्ट, टेलीफोन या गुलदस्ता; मोसाद के टॉप खतरनाक ऑपरेशन और अनोखे तरीके

ईरान की राजधानी तेहरान में स्थित हाई सिक्योरिटी ‘नेशात’ गेस्टहाउस। ईरान के राष्ट्रपति की शपथ ग्रहण में पहुंचे हमास चीफ इस्माइल हानियेह को यहीं ठहराया गया था। 31 जुलाई 2024 को हानिये के कमरे में एक जोरदार धमाका हुआ। इसमें हानियेह और उनका बॉडीगार्ड मारा गया।
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के मुताबिक इजराइल ने शॉर्ट रेंज गाइडेड मिसाइल से सटीक निशाना लगाया और हानियेह की हत्या की। इसमें अमेरिका ने उसकी मदद की है। दूसरी तरफ ब्रिटिश मीडिया हाउस ‘द टेलीग्राफ’ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद ने नेशात गेस्टहाउस के तीन कमरों में बम रखवाए थे।
इजराइल ने भले ही इस्माइल हानियेह को मारने की जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन दूसरे देशों में घुसकर मारने का उसका पुराना इतिहास रहा है। कभी फोन बम, कभी कान में जहर का इंजेक्शन, कभी महज टूथपेस्ट से। मोसाद के एजेंट्स पर अपने दुश्मनों को चुन-चुनकर मारने के आरोप लगते रहे हैं।
मंडे मेगा स्टोरी में जानेंगे कि 95 लाख की आबादी वाला छोटा सा इजराइल कैसे दूसरे देश में घुसकर बड़े-बड़ों को मार देता है। शुरुआत कुछ चर्चित मामलों से करते हैं…












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