श्री गंगानगर।नागपाल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा ‘नेशन बिल्डर अवॉर्ड 2025’ का भव्य आयोजन, देश-विदेश से आए 68 शिक्षकों को किया गया सम्मानित
महाराजा अग्रसेन विद्या मंदिर स्कूल में हुआ कार्यक्रम।
डॉक्टर अश्विनी नागपाल, संस्थापक, नागपाल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बताया गया श्री गंगानगर 22 सितम्बर 2025 को नागपाल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा ‘नेशन बिल्डर अवॉर्ड 2025’ का भव्य आयोजन महाराजा अग्रसेन विद्या मंदिर स्कूल में संपन्न हुआ। यह आयोजन शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले उन शिक्षकों को समर्पित था, जिन्होंने न केवल शैक्षणिक गुणवत्ता में उत्कृष्टता प्राप्त की है, बल्कि समाज निर्माण और राष्ट्र विकास में भी अहम भूमिका निभाई है। इस गरिमामयी समारोह में भारत सहित विभिन्न देशों से पधारे कुल 68 विशिष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
डॉक्टर प्रेरणा नागपाल, उपाध्यक्ष, नागपाल चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा स्वागत भाषण दिया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में श्री विष्णु खत्री (डी एस पी) उपस्थित रहे, जिन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि एक शिक्षक केवल पाठ्यक्रम ही नहीं पढ़ाता, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को दिशा देता है। उन्होंने सभी सम्मानित शिक्षकों को बधाई दी और उन्हें “वास्तविक राष्ट्र निर्माता” कहा। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री वेद प्रकाश जलंधरा (ए ई ओ), और श्रीमति सुषमा बतरा (अध्यक्ष, समाजिक एकता मंच) ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और अपने संबोधन में शिक्षा को समाज की रीढ़ बताया।
डॉक्टर हरीश कंसल, कोषाध्यक्ष, नागपाल चैरिटेबल ट्रस्ट , डॉक्टर अमित सिंगला, सह सचिव, नागपाल चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा सक्रीय सहभागिता रही इस अवसर पर मंच पर कई विशेष अतिथि भी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से एडवोकेट सुमेश शर्मा, एडवोकेट विनोद गोयल, डॉ. अनिल टंटिया, डॉ. पूनम चंद आचार्य, श्री गौरव मित्तल, श्री मनीष गर्ग, डॉ. विनोद गुप्ता, श्रीमति कमला सिंगला, श्रीमति सुनीता आचार्य और श्री नथूराम सिंगला, निधि कामरा, डॉ. विकेश कामरा शामिल थे। सभी विशेष अतिथियों ने अपने-अपने उद्बोधनों में शिक्षक सम्मान को समय की आवश्यकता बताया और कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में शिक्षा की गरिमा और अधिक बढ़ती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता नागपाल चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री अक्षत नागपाल ने की। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि “एक राष्ट्र तभी सशक्त बन सकता है जब उसके शिक्षक सशक्त, प्रेरणादायक और निष्ठावान हों।” उन्होंने आगे कहा कि यह पुरस्कार सिर्फ सम्मान नहीं, बल्कि एक संदेश है कि शिक्षक समाज की धुरी हैं और उन्हें उचित पहचान और सम्मान मिलना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने यह भी बताया कि सभी चयनित शिक्षकों को पारंपरिक रूप से माल्यार्पण, शॉल ओढ़ाकर तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
समारोह में उपस्थित शिक्षकों, समाजसेवी और शिक्षा जगत से जुड़े सैकड़ों लोगों ने इस आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा की। यह कार्यक्रम न केवल एक सम्मान समारोह था, बल्कि एक प्रेरणा का स्रोत भी बना, जिसने यह संदेश दिया कि जब शिक्षक सम्मानित होते हैं, तो समाज का भविष्य उज्ज्वल होता है।
इस प्रेरणादायक कार्यक्रम ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि शिक्षकों का सम्मान केवल उनका नहीं, बल्कि पूरे समाज का सम्मान होता है। नागपाल चैरिटेबल ट्रस्ट की यह पहल न केवल शिक्षकों के मनोबल को बढ़ाएगी, बल्कि अन्य संस्थानों को भी इस दिशा प्रदान करेगी।
ज्ञात हो कि इस पुरस्कार का आयोजन गत वर्ष 16 सितंबर 2024 को भी किया गया था अध्यक्ष अक्षत नागपाल ने यह भी बताया कि इस परंपरा को आगामी वर्षों में भी जारी रखने का उद्देश्य एवं संकल्प है, ताकि शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक ऊर्जा और नवचेतना का संचार होता रहे। इस वर्ष के कार्यक्रम का आयोजन International Advanced Journal of Engineering, Science and Management (ISSN: 2393-8048) के सहयोग से संभव हो पाया है, जो कि Shradha Educational Academy के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है। इस सहयोग ने इस आयोजन को वैश्विक स्तर पर नई पहचान और व्यापकता प्रदान की है।








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