गोली लगने से पहले कमांडो ने लगाई थी इंस्टा स्टोरी:लिखा- बुरे वक्त में अकेला हूं, किसी ने नहीं कहा कि मैं तेरे साथ हूं
जैसलमेर
ईआरटी कमांडो दिनेश कुमार गंभीर हालत में जोधपुर के मथुरादास माथुर हॉस्पिटल में भर्ती हैं।
पुलिस की इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (ERT) के कमांडो दिनेश कुमार जोधपुर के मथुरादास माथुर हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। बुधवार दोपहर 2 बजे जैसलमेर में कमांडो के सिर से गोली आर-पार हो गई थी।
घटना से एक घंटे पहले उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर 3 स्टेटस स्टोरी लगाई थीं। इन इंस्टा स्टोरी से लगता है कि वह परेशान थे। एक स्टोरी में उन्होंने लिखा- ‘मैं अपने बुरे वक्त में अकेला हूं, मुझे किसी ने नहीं कहा कि मैं तेरे साथ हूं।’
दिनेश की ड्यूटी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के जैसलमेर के दो दिवसीय दौरे में सुरक्षा के लिए लगाई गई थी। वे 10 जवानों के साथ बस में जोधपुर से जैसलमेर आ रहे थे। जैसलमेर से करीब 10 किमी पहले यह घटना हो गई।
अपनी गन से गोली दिनेश ने खुद मारी या फिर मिस-फायर हुआ, इसको लेकर अभी तक ईआरटी के अधिकारियों या साथी जवानों ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। लेकिन, घटना से कुछ देर पहले अपडेट की गई इंस्टा स्टोरी और बस में सीट बदलने की घटना से लगता है कि वे मानसिक तौर पर परेशान थे।
बुधवार को घटना के बाद कमांडो दिनेश को साथी जवान जैसलमेर के जवाहिर हॉस्पिटल ले गए थे।
साथी जवान से बदली थी सीट
दिनेश के एक साथी ने बताया- बस में दिनेश आगे की सीट पर बैठे थे। जैसलमेर से 10 किलोमीटर पहले उन्होंने बताया कि उनके सिर में दर्द हो रहा है, इसलिए पीछे की सीट पर सोने जा रहे हैं। सबसे पीछे की सीट पर बैठे साथी जवान से सीट बदल ली। वह साथी उठकर आगे आ गया और दिनेश पीछे की सीट पर लेट गए।
थोड़ी ही देर में गोली की आवाज गूंजी तो सब चौंक गए। दिनेश की कनपटी से खून निकल रहा था और गोली उनके सिर के आर-पार हो गई थी। जवान उन्हें जैसलमेर के जवाहिर हॉस्पिटल लेकर आए। हालत गंभीर होने के कारण ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उन्हें जोधपुर के मथुरादास माथुर हॉस्पिटल लाया गया।
साथी कमांडो के साथ दिनेश कुमार (बाएं से दूसरे)।
इंस्टा स्टोरी में लिखा- अकेला महसूस कर रहा हूं
दिनेश कुमार सांचौर जिले के चितलवाना थाना इलाके के इसरोल गांव के रहने वाले हैं। दिनेश ने गोली लगने की घटना से एक घंटे पहले बुधवार दोपहर करीब 1 बजे अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर 3 स्टोरी शेयर की। तीनों का कंटेंट दुख भरा था।
दिनेश ने ये लिखा था-
दिल से साफ थे, इसलिए दिमाग वालों से हार गए।
थक चुका हूं मैं, अब अपने हालात किसी से कहे नहीं जाते। सब चेहरे मुझे देखकर हंसते जाते हैं।
मैं अपने बुरे वक्त में अकेला हूं, मुझे किसी ने नहीं कहा कि मैं हूं तेरे साथ हूं।
गोली लगने के एक घंटे पहले दिनेश ने इंस्टाग्राम पर यह स्टोरी लगाई थी। इससे माना जा रहा है कि वह मानसिक रूप से परेशान थे।
माना जा रहा है कि इंस्टा स्टोरी लगाने के बाद दुखी मन से सिर दर्द का बहाना करके दिनेश बस की सबसे पीछे की सीट पर गए और उन्होंने खुद को गोली मारकर सुसाइड करने की कोशिश की।
सीनियर अधिकारी इस मामले पर फिलहाल चुप्पी साधे हैं और कोई भी कुछ नहीं बोल रहा है।
साथी जवान ने बताया- दिनेश की शादी 6 साल पहले हुई। उनके 2 बच्चे हैं। परिवार में सब ठीक है। हाल ही उन्होंने जोधपुर में घर भी बनाया है।
किसी मानसिक परेशानी से गुजर रहे थे कमांडो दिनेश।
यह रील दिनेश ने अपने इंस्टा अकाउंट पर शेयर की हुई है।
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