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CHO भर्ती परीक्षा रद्द हुई, 3 मार्च को होगी:SOG ने माना लीक हुआ था पेपर, एक लाख अभ्यर्थी हुए थे शामिल

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CHO भर्ती परीक्षा रद्द हुई, 3 मार्च को होगी:SOG ने माना लीक हुआ था पेपर, एक लाख अभ्यर्थी हुए थे शामिल

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया है। पिछले साल 19 फरवरी को राजस्थान के तीन जिलों जयपुर, अजमेर और कोटा में इस भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसमें लगभग एक लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। 19 फरवरी को परीक्षा शुरू होने से पहले ही सोशल मीडिया पर पेपर लीक हो गया था। इसके बाद राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने एसओजी से भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच करवाई थी। इसकी रिपोर्ट आने के बाद अब बोर्ड ने पिछले साल हुई भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया है। अब अगले साल 3 मार्च को फिर से भर्ती परीक्षा आयोजन करने का फैसला किया है।

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने कहा की भर्ती परीक्षा को लेकर पिछले लंबे वक्त से जांच चल रही थी। इसकी रिपोर्ट के आधार पर बोर्ड ने भर्ती परीक्षा को रद्द कर नए सिरे से पेपर करने का फैसला किया है। ताकि किसी भी अभ्यर्थी के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना हो।

दरअसल, 19 फरवरी को परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू होनी थी। परीक्षा का पेपर सुबह 7 बजे ही सोशल मीडिया पर आ गया था। सुबह 7 बजे वायरल पेपर कई अभ्यर्थियों ने आपस में शेयर किए। इसके बाद पेपर लीक होने के सारे स्क्रीन शॉट भी सोशल मीडिया पर आ गए थे। इसके बाद बेरोजगरों ने परीक्षा रद्द करने की मांग उठाई थी।

पहले बोर्ड ने पेपर रद्द करने के इंकार कर दिया था
20 फरवरी को बड़ी संख्या में अभ्यर्थी राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के ऑफिस पहुंच पेपर रद्द करने की मांग करने लगे। अभ्यर्थियों ने बोर्ड के तत्कालीन चेयरमैन हरिप्रसाद शर्मा को सुबह 7 बजे वायरल पेपर के सबूत भी दिखाए। पेपर भेजने वाले के मोबाइल नंबर भी बताए। इसमें उन्होंने बताया कि वायरल पेपर में 100 में से 87 सवाल हूबहू मिल गए थे। इसके बावजूद भी बोर्ड के तत्कालीन चेयरमैन पेपर लीक मानने को तैयार नहीं हुए। अभ्यर्थियों के बढ़ते विरोध के बाद हरिप्रसाद शर्मा ने एसओजी से जांच करने का आश्वासन दिया था।

एसओजी ने अभ्यर्थियों से सारे सबूत लिए

इसके बाद एसओजी ने अभ्यर्थियों से सारे सबूत लिए। उनकी जांच की। जिन मोबाइल पर वायरल पेपर फॉरवर्ड हुए, उन्हें जब्त किया। एसओजी ने अपनी रिपोर्ट में मान लिया कि पेपर लीक हुआ है। वायरल पेपर में 87 सवाल हूबहू मिल रहे थे। दो महीने की जांच के बाद एसओजी ने अपनी रिपोर्ट कर्मचारी चयन बोर्ड को भेज दी। अब सरकार बदलने के बाद एक बार फिर CHO भर्ती विवाद जोर पकड़ने लगा और सरकार ने तत्काल इस मामले पर एक्शन लेकर पेपर रद्द कर परीक्षा की नई तारीख का ऐलान कर दिया है।

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