Modi 3.0: संभावित मंत्रियों की लिस्ट, नीतीश का बिहार फॉर्मूला… हर सवाल का जवाब
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को भी मोदी कैबिनेट में एक सीट मिल सकी है।
नरेंद्र मोदी की 3.0 सरकार का शपथ ग्रहण कल (रविवार) शाम को होने वाला है। इस बार भारतीय जनता पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। सरकार चलाने के लिए उसे अब NDA के अपने सहयोगियों पर निर्भर रहना होगा। कल होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शपथ लेने वाले मंत्रियों की लिस्ट पर भी इसका असर देखा जा सकता है। अब इस बार यह देखना होगा कि मोदी सरकार की नए कैबिनेट में कौन-कौन से नए चेहरे होंगे। इस बार यह साफ है कि टीडीपी और जेडीयू के नेताओं को भी तवज्जो दी जाएगी।
टीडीपी से कौन बन सकता है मंत्री?
अब हम बात करेंगें कि चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी से किसको मोदी कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। यहां से चंद्रबाबू नायडू राममोहन नायडू और पवन कल्याण का नाम आगे कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, टीडीपी मोदी मंत्रिमंडल में तीन से चार पद मांग सकती है।
बिहार से किस फॉर्मूले के तहत बनेंगे मंत्री?
बिहार में भारतीय जनता पार्टी, जेडीयू और चिराग पासवान की लोजपा, हम और उप्रेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी को जीत मिली है। अब बिहार में भी मंत्रियों से किस प्रकार से मंत्री बनाए जाएंगे उसका फॉर्मूला भी सामने आ चुका है। सूत्रों के अनुसार, बिहार सरकार में जिस फॉर्मूले से मंत्री बनाए गए थे। उसी तरह से केंद्र में भी मंत्री का पद दिया जाएगा। मतलब बिहार से भारतीय जनता पार्टी के जितने सांसद मंत्री बनेंगे, उतने सांसद ही जदयू के भी मंत्री बनेंगे। जेडीयू और भाजपा अलग-अलग जातीय समीकरण के हिसाब से सांसदों के नाम को आगे बढ़ाएंगे। अब हम इसको उदाहरण के तौर पर देखें तो बीजेपी कोटे से अगर किसी यादव जाति के किसी सांसद को मंत्री बनाया जाता है तो जेडीयू का कोई यादव सांसद मंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश नहीं कर पाएगा। एलजेपी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतनराम मांझी को एक-एक मंत्री पद मिलेगा।
महाराष्ट्र से किसे मिलेगा मौका?
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को भी मोदी कैबिनेट में एक सीट मिल सकी है। सूत्रों के अनुसार, एकनाथ शिंदे गुट से एक मंत्री शपथ लेगा, जिसमें शिवसेना के सबसे सीनियर नेता प्रतापराव जाधव का नाम सबसे आगे है। इसके अलावा श्रीरंग बारणे का नाम भी मोदी कैबिनेट के लिए चल रहा है। हालांकि, अभी तक सीएम एकनाथ शिंदे ने इसके बारे में कोई भी घोषणा नहीं की है। वहीं, महाराष्ट्र में एनसीपी में फूट करने वाले अजित गुट को भी मोदी टीम में जगह मिलना लगभग तय है। एनसीपी का एक मंत्री शपथ ले सकता है। इसमें प्रफुल्ल पटेल की दावेदारी मजबूत है।
उत्तर प्रदेश से नए चेहरों को मिल सकती है जगह?
उत्तर प्रदेश से मोदी टीम में इस बार क्षेत्रीय और सामाजिक समीकरण साधने के साथ ही नए और पुराने चेहरों में संतुलन बिठाने की चुनौती पार्टी नेतृत्व के सामने होगी। पुराने चेहरों की बात करें तो राजनाथ सिंह, अनुप्रिया पटेल और रालोद मुखिया जयंत चौधरी का मंत्रिमंडल में आना लगभग तय है। दो दलित चेहरों को भी टीम में शामिल किया जा सकता है। शाहजहांपुर के सासंद अरुण सागर की भी लॉटरी लग सकती है। महेंद्र नाथ पांडे के हारने के बाद ब्राह्मण चेहरे के रूप में जितिन प्रसाद, दिनेश शर्मा, महेश शर्मा और लक्ष्मीकांत वाजपेयी में से किसी एक को शामिल किया जा सकता है।
किन मौजूदा सांसदों को हार का मुंह देखना पड़ा
इस बार के लोकसभा इलेक्शन में मोदी सरकार के कई मौजूदा कैबिनेट मंत्रियों को हार का मुंह देखना पड़ा है। इस सूची में स्मृति ईरानी से लेकर राजीव चंद्रशखर जैसे बड़े नाम शामिल हैं। मोदी कैबिनेट के अन्य जो मंत्री इस बार इलेक्शन हारे हैं उनमें अजय मिश्रा, सुभाष सरकार, कौशल किशोर, अर्जुन मुंडा, कैलाश चौधरी, कल्याण, एल मरुगन, निसिथ प्रमाणिक, संजीव बालियान, भगवंत खूबा, महेंद्रनाथ पांडेय, कपिल पाटिल, रावसाहेबी दानवे, भारती पवार, साधवी निरंजन ज्योति, भानुप्रताप, वी मुरली धरन, और आरके सिंह शामिल जैसे नाम शामिल हैं।
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