सप्त शक्ति कमान द्वारा चूरू में गौरव सेनानियों और वीर नारियों से संवाद, वीरगति स्मारक पर श्रद्धांजलि
जयपुर, बुधवार, 26 मार्च 2025

भारतीय सेना की सप्त शक्ति कमान ने 26 मार्च 2025 को चूरू में गौरव सेनानियों और वीर नारियों के साथ एक विशेष संवाद आयोजित किया, जिसमें सैनिकों और उनके परिवारों की निस्वार्थ सेवा और बलिदान को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सार्थक बातचीत, सम्मान समारोह और देशभक्ति की भावना का अद्वितीय संगम देखने को मिला। इस अवसर पर सप्त शक्ति कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने चूरू के वीरगति स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। यह भव्य स्मारक राष्ट्र के वीरों को समर्पित किया गया है और इसे श्री बसंत जी हीरावत, श्री अभय जी हीरावत और उनके परिवार के सहयोग से निर्मित किया गया है। स्मारक अब पूरी तरह से बनकर तैयार हो चुका है और जनता के लिए खोल दिया गया है।

यह स्मारक शांति, वीरता और बलिदान का प्रतीक है। इसके निर्माण का उद्देश्य राष्ट्र के उन बहादुर सैनिकों की स्मृति को जीवंत रखना है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर मातृभूमि की रक्षा की। हर शाम इस स्मारक को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जाता है, जिससे इसकी भव्यता और अधिक निखर जाती है। इसके साथ ही, शहीद सैनिकों के नामों से अंकित ग्रेनाइट की दीवार इसे प्रेरणा और गौरव का केंद्र बनाती है। चूरू जिला भारतीय सशस्त्र बलों में महत्वपूर्ण योगदान देता आया है, जहां से लगभग 25,000 सैनिक भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना में अपनी सेवाएँ दे चुके हैं या वर्तमान में दे रहे हैं। द्वितीय विश्व युद्ध से लेकर अब तक, चूरू जिले के 89 वीर सैनिकों ने राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। जिले को अनेक वीरता पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है, जिनमें एक महावीर चक्र, एक मिलिट्री क्रॉस, तीन कीर्ति चक्र, दो वीर चक्र, चार शौर्य चक्र, तीस सेना/नौसेना मैडल और एक युद्ध सेवा मैडल शामिल हैं।

कार्यक्रम के दौरान सप्त शक्ति कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने वीर सैनिकों और वीर नारियों को सम्मानित किया। उन्होंने अपने संबोधन में इस स्मारक के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक स्मारक नहीं है, बल्कि बलिदान, बहादुरी और देशभक्ति का जीवंत प्रमाण है। उन्होंने गौरव सेनानियों और वीर नारियों के कल्याण और खुशहाली के प्रति सप्त शक्ति कमान की प्रतिबद्धता को दोहराया और पूर्व सैनिकों तथा वीर नारियों के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने पूर्व सैनिक रैलियों, स्पर्श आउटरीच कार्यक्रमों, रोजगार मेलों, वेटरन्स सहायता केन्द्रों, पेशेंट ट्रांजिट फैसिलिटी और अन्य कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला, जिससे पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को लाभ मिल सके।

इस कार्यक्रम के दौरान आर्मी कमांडर ने वीरगति स्मारक के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले हीरावत परिवार के श्री बसंत जी हीरावत और श्री अभय जी हीरावत को सम्मानित किया। इसके साथ ही, 89 वीर नारियों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अनेक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें आयुध सेवा महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल सुरेश चंद्र टांडी, चेतक कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल नागेंद्र सिंह, रणबांकुरा डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल एके पुंडीर और ब्रिगेडियर एसपी दाश शामिल थे।

इसके अलावा, चूरू जिला प्रशासन की ओर से जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा, आईएएस, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कैप्टन (नौसेना) दिलीप सिंह, सेवानिवृत्त वरिष्ठ रक्षा अधिकारी और चूरू के जनप्रतिनिधियों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम का संचालन कैप्टन (नौसेना) दिलीप सिंह ने किया, जबकि ब्रिगेडियर एसपी दाश ने उपस्थित सभी अतिथियों और गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया।
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