सबसे बड़ा जमीनी सर्वे शुरू:महाजन फायरिंग रेंज का 37 साल में सबसे बड़ा सर्वे, सीमा तय होगी, विवाद खत्म होंगे
बीकानेर
पाकिस्तान की सीमा से करीब 100 किमी दूर स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज का सीमाज्ञान करने के लिए सबसे बड़ा जमीनी सर्वे शुरू हो गया है। इससे रेंज की सीमा तय होगी। विवाद समाप्त हो जाएंगे। सर्वे इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि रेंज में देश ही नहीं विदेशी सेनाएं भी हर साल युद्धाभ्यास के लिए आती हैं।
महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के सीमाज्ञान की कार्यवाही 37 साल बाद हो रही है। 1982 में 34 गांव अवाप्त कर 337438.09 एकड़ जमीन सेना को युद्धाभ्यास के लिए आवंटित की गई थी, जिसका सीमांकन अब तक नहीं हो पाया। पिछले दो सर्वे सेना ने किए तो जमीन कम आई।
दो हजार एकड़ से अधिक जमीन पर ग्रामीणों के कब्जे हैं। अब राजस्व विभाग के सर्वे से रेंज की सीमा तय हो जाएगी। साथ ही जमीन को लेकर चल रहे विवाद भी समाप्त हो जाएंगे। इसके लिए बीकानेर और श्रीगंगानगर के राजस्व व सेटलमेंट अधिकारियों सहित रक्षा संपदा विभाग और महाजन के सैन्य अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाई गई है।
इस टीम में शामिल 31 से ज्यादा सदस्य रेंज के विभिन्न हिस्सों का डीजीपीएस यानी डिफरेंशियल ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम से सर्वे करेंगे। इस संयुक्त दल की रेंज में हुई बैठक में सर्वे की प्लानिंग तैयार की गई है। खास बात ये है कि यह सीमाज्ञान की कार्यवाही पोकरण की चांधण फायरिंग रेंज की तर्ज पर निशुल्क होगी। राज्य सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है।
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