बीकानेर । भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र (एनआरसीसी) में स्वच्छ भारत अभियान के तहत दिनांक 16 दिसम्बर से 31 दिसम्बर 2023 के दौरान मनाए जा रहे स्वच्छता पखवाड़े के विशेष दिवस उत्सव-किसान दिवस के उपलक्ष्य में नगासर सुगनी गांव में अनुसूचित जाति उपयोजना (एससीएसपी) के अंतर्गत इस पशु स्वास्थ्य शिविर व किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें इस गांव के 32 महिला एवं पुरुष किसानों के 404 पशुओं (गाय, भैंस, ऊँट, भेड़ व बकरी) की स्वास्थ्य जांच व उनका उपचार किया गया साथ ही बीमार पशुओं के लिए पशुपालकों को नि:शुल्क दवाइयां वितरित की गई।
केन्द्र के डॉ.आर.के.सावल, नोडल अधिकारी, एससीएसपी ने पशु पालकों से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि पशुओं से पर्याप्त उत्पादन लेने के लिए उनका आहार चारा व खनिज लवण आदि आवश्यकताओं का ध्यान रखना बहुत जरूरी है क्योंकि अक्सर देखने में आता है कि पशु के शरीर में कैल्शियम आदि खनिज की कमी होने पर वह कंकड़/पत्थर खाने लगता है, इसके लिए उन्हें खनिज मिश्रण, लवण व दवाई आदि पशु चिकित्सक की सलाह से दी जानी चाहिए। डॉ.सावल ने दूध की गुणवत्ता बढ़ाने हेतु पशुओं से स्वच्छ दूध उत्पादन कैसे लिए जाए ? के संबंध में प्रदर्शन करते हुए इसकी जानकारी दीं ।
इस अवसर पर केन्द्र के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. काथी नाथ ने पशुओं के स्वास्थ्य की दृष्टि से उनका रखरखाव तथा भरपूर उत्पादन के लिए पशुओं की देखभाल व उचित खुराक आदि पहलुओं के बारे में जानकारी दी साथ ही सर्दी के दौरान पशुओं में होने वाली श्वसन आदि समस्याओं से बचाव/निराकरण के उपाय सुझाए ।
केन्द्र द्वारा नगासर सुगनी गांव में आयोजित इस शिविर के बारे में केन्द्र दल से जानकारी लेते हुए केन्द्र निदेशक डॉ.आर्तबन्धु साहू ने कहा कि किसानों/पशुपालकों की आजीविका में पशुधन का विशेष योगदान है, अत: इस दृष्टि से उनके स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति विशेष एहतियात बरती जानी चाहिए और एनआरसीसी, केन्द्र सरकार की इस एससीएसपी उप योजना के तहत किसानों को अधिकाधिक लाभ पहुंचाने हेतु सतत प्रयत्नशील है।
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