बीकानेर। कोलायत विधान सभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी अंशुमान सिंह भाटी का कोलायत विधान सभा क्षेत्र में जन सम्पर्क कर अपने प्रत्येक मतदाता तक पहुंचने का प्रयास कर रहे है। जन सम्पर्क में कोलायत के मतदाताओं का स्नेह अपने लाडले प्रत्याशी पर बरस रहा है। अंशुमान के लिए पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी भी गांव-गांव घुमकर समर्थन जुटा रहे है। कार्यकर्ताओं के दल अलग-अलग गांवों में सघन जन सम्पर्क कर रहे है।
समुदरसिंह राठौड़ ने बताया अंशुमान सिंह ने आज मेडी का मगरा, बैरा देदावतान, नगरासर, सौफरा नगर, अर्जुन नाड़ा, सेवड़ा,
नैतावत नगर व दादू का गांव में सघन जन सम्पर्क किया। इस अवसर पर अंशुमानसिंह ने कहा कोलायत हमारा परिवार है। हमारे सुख-दुख एक दूसरे के साथ बन्धे हुए है। कोलायत में बिजली, पानी जैसी मुलभूत सुविधाओं का भी अभाव था। मेरे दादोसा देवीसिंह भाटी ने कोलायत के प्रतिनिधि के तौर पर बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, चिकित्सा, पशु चिकित्सा का मूलभूत ढांचा खड़ा किया। देवीसिंह जी जब सिंचाई मंत्री बने तो सबसे पहला काम योजना आयोग की फाईलों में बंद पड़ी नहर परियोजनाओं को जमीन पर उतारा। जिसका नतीजा है आज कोलायत समृद्धि की राह पर है लेकिन पिछले दस सालों में इन्ही नहरों में पानी की कमी से काश्तकारों की फसलें खराब होती गयी। उधर हमारे कोलायत के प्रतिनिधि भुमाफियों, जिप्सम माफिया, सोलर माफिया व रॉयल्टी वालों का हित साधने में लगे रहे। कोलायत में अफसरशाही हावी रही। जिससे आम आदमी को परेशानी का सामना करना पड़ा।
उधर पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने कोलायत प्रत्याशी अंशुमान सिंह भाटी के पक्ष में माणकासर, पंवारवाला, 931 आरडी, मोडायत, भाटियों की ढाणी, शास्त्रीनगर, 18 डीओबीबी कान्धरली, गौडू, रणजीतपुरा, रावलोतान का तला, जाटों का बैरा, धिगाणिया डेर, चक 19 केडब्ल्यूडी, चक 12 आरडीवाई में सघन जन सम्पर्क किया । इस अवसर पर माणकासर, मोडायत, शास्त्रीनगर, रणजीतपुरा में जमा हुए ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए भाटी ने कहा पिछले दस सालों में कोलायत का कोई धणीधोरी नहीं रहा। यहां के प्रतिनिधि सतामद में ही डूबे रहे व भ्रष्ट अफसरों की पैरवी करते रहे इस कारण जनता परेशान हुई । कांग्रेस ने मंत्रियों व अफसरों को लूट की छूट दे दी थी । इस छूट का परिणाम कोलायत की जनता को भुगतना पड़ा। भाटी ने उपस्थित जन समुदाय से आह्वान किया कि वे अपने वोट की चोट से इस भ्रष्ट व्यवस्था को उखाड़ फेंके। उपस्थित ग्रामीणों ने जोशीले नारे लगाकर भाटी के सुर में सुर मिलाया।
(समुन्द्रसिंह राठौड़ )
Add Comment