बीकानेर, 16 दिसंबर। स्पर्श” अभियान के तहत शनिवार को पंचायती राज विभाग के सचिव आईएएस नवीन जैन ने ल्यॉल पब्लिक स्कूल में 6 से 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों को सुरक्षित और असुरक्षित स्पर्श या यानि “गुड टच बैड टच” संबंधी आमुखीकरण करते हुए किशोरावस्था में ध्यान रखने योग्य विशिष्ट विषयों पर जानकारी दी गई। जैन ने किस्से कहानियों, सत्य घटनाओं और संस्मरणों में पिरो कर गंभीर विषयों की सरलतम व्याख्या की। उन्होंने बच्चों को बताया कि गलत तरीके से छूना बैड टच की श्रेणी में आता है और इससे हैरानी, क्रोध, दुख, उदासी या चिड़चिड़ापन जैसी भावनाएं उत्पन्न होती है। इससे बच्चों के मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य पर गहरा दुष्प्रभाव पड़ सकता है। ऐसा घटित होने पर तुरंत इसका विरोध कर पलायन करते हुए अपने पेरेंट्स अथवा अन्य विश्वासप्रद व्यक्ति से चर्चा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 80% से अधिक ऐसे मामले सगे संबंधियों व परिवेश में रहने वाले व्यक्तियों के अध्यन से ही घटित होते हैं अतः हमेशा जागरूक व सतर्क रहते हुए अपने घर में मौजूद छोटे बच्चों को भी सतर्क व जागरूक करना चाहिए। उन्होंने चाइल्ड लाइन 1098 की उपयोगिता पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने सामाजिक व्यवहार के साथ-साथ इंटरनेट पर सुरक्षित सोशल मीडिया व्यवहार की भी जानकारी दी ताकि बच्चे साइबर पुलिंग के फेर में ना पड़े। इस अवसर पर जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार गुप्ता, एईएन एसएल गोदारा व मुकेश आहूजा, डॉ मनुश्री सिंह, डॉ तनुश्री सिंह, डॉ भानु प्रताप सिंह व आईईसी समन्वयक गोपाल जोशी व मालकोश आचार्य मौजूद रहे।
इस अवसर पर शाला निदेशक विपिन पोपली तथा प्राचार्य डॉ अंजू पोपली ने इस सकारात्मक कार्यशाला हेतु आईएएस नवीन जैन तथा स्पर्श टीम का आभार ज्ञापित किया।
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