बीकानेर, 25 अगस्त। जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में बुधवार को जिला निष्पादक समिति की बैठक आयोजित हुई।
कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि 1 सितम्बर से नौंवी से बारहवीं तक की कक्षाएं प्रारम्भ हो रही हैं। इसके मद्देनजर सभी स्कूलों में कोविड एडवाइजरी की शत-प्रतिशत अनुपालना सुनिश्चित करवाई जाए। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही सहन नहीं की जाएगी तथा संबंधित स्कूल प्रभारी इसके लिए जिम्मेदार होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों का निरीक्षण करें। निजी स्कूलों का भी औचक निरीक्षण करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्कूल में कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की अनुपालना सर्वोच्च प्राथमिकता रहे।
जिला कलक्टर ने कहा कि 4 सितम्बर को जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में सघन पौधारोपण अभियान आयोजित किया जाएगा। इस दौरान नौवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थी लगभग पचास हजार पौधे लगाएंगे। इन पौधों को रखरखाव की दृष्टि से विद्यार्थियों को गोद दिया जाएगा तथा स्कूल प्रबंधन द्वारा इनकी माॅनिटरिंग की जाएगी।
जिला कलक्टर ने कहा कि जिले के सभी सरकारी स्कूलों को विद्युत कनेक्शन से जोड़ते हुए बीकानेर को ‘माॅडल‘ जिले के रूप में विकसित किया जाएगा। यह कार्य इस वर्ष दिसम्बर तक पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि विद्युत कनेक्शन विहीन स्कूलों की सूची अविलम्ब उपलब्ध करवाई जाए। जहां विद्युत कनेक्शन संभव होंगे, वहां प्राथमिकता से यह कनेक्शन करवाए जाएंगे। वहीं अन्य स्कूलों में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जाएंगे।
जिला कलक्टर ने जिले की सभी वंचित स्कूलों में सितम्बर और अक्टूबर तक आईसीटी लैब स्थापित करने के निर्देश दिए तथा कहा कि इसमें ढिलाई नहीं बरती जाए। प्रत्येक ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी इसकी समीक्षा करें। उन्होंने समग्र शिक्षा अभियान की विभिन्न योजनाओं के तहत निर्माण कार्यों की समीक्षा की तथा कहा कि प्रगतिरत 33 कार्य दो महीनों में पूर्ण किए जाएं। पालनहार योजना के तहत 4 हजार 486 बच्चों के वंचित अध्ययन प्रमाण पत्र जारी कर ई-मित्र के माध्यम से एक सप्ताह में अपडेट करने के निर्देश दिए।
मेहता ने कहा कि पढ़ना लिखना अभियान के तहत गत महीने आयोजित हुई चार दिवसीय परीक्षा के परिणाम संबंधित ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से आगामी तीन दिनों में उपलब्ध करवाया जाए। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा जारी रैंकिंग की समीक्षा की तथा कहा कि सभी मापदण्डों तथा लक्ष्यों की शत-प्रतिशत प्राप्ति सुनिश्चित की जाए, जिससे जिला, प्रदेश में उच्च रैंकिंग पर बना रहे। इस दौरान राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा की गई।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक शारदा चौधरी, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डाॅ. राज कुमार शर्मा, एडीपीसी हेतराम सारण, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सुरेन्द्र सिंह भाटी, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक अनिल कुमार अग्रवाल, डाइट प्राचार्य रमेश हर्ष, साक्षरता के सहायक परियोजना अधिकारी राजेन्द्र जोशी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एल. डी. पंवार आदि मौजूद रहे।
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