एलियंस, भालू या कुछ और… बरमूडा ट्रायंगल को भूल जाइए, अलास्का में गायब हो चुके 20 हजार लोग, अनसुलझा रहस्य
जूनो, अलास्का के पास इस स्थित इस सुदूर क्षेत्र में आश्चर्यजनक संख्या में लोग गायब हो रहे हैं। भौगोलिक दृष्टि से अलास्का त्रिभुज दक्षिण में एंकोरेज और जूनो और उत्तरी तट पर उटकियागविक (पूर्व में बैरो) के बीच फैला है। 1970 के दशक के बाद से करीब 20 हजार लोग गायब हो चुके हैं
हाइलाइट्स
- अलास्का त्रिभुज बन गया है एक रहस्यमय क्षेत्र
- 20 हजार गायब लोगों का नहीं मिला कोई सुराग
- अलास्का त्रिभुज में अजीब चीजें घटित हो रही हैं
वशिंगटन: दुनिया मे कई ऐसे स्थान हैं, जिनको लेकर कई तरह के रहस्य हैं। ऐसी की जगह अलास्का ट्रायंगल है, जहां लोग गायब हो जाते हैं। बीते पांच दशकों में यहां करीब 20 हजार लोग रहस्यमय तरीके से गायब हुए हैं। अलास्का ट्रायंगल पर 1972 में दुनिया का ध्यान गया, जब दो अमेरिकी राजनेताओं को ले जा रहा एक छोटा विमान एंकोरेज से जूनो के रास्ते में अचानक गायब हो गया। इसके बाद से यहां लगातार लोगों के गायब होने के मामले सामने आए और ये एक ऐसी जगह बन गई, जहां गुमशुदगी के सबसे अधिक अनसुलझे मामले हैं। दक्षिण में एंकोरेज और जूनो के तीन बिंदुओं और उत्तरी तटीय शहर उटकियागविक के पास स्थित अलास्का त्रिभुज 20 हजार से ज्यादा लोगों के लापता होने के बाद एक रहस्य बना हुआ है। बरमूडा ट्रायंगल में लोगों का गायब होना दुनिया का चौंकाता रहा है लेकिन अलास्का भी अब हैरान कर रहा है।
आईएफएल साइंस के अनुसार, साल 1972 में यूएस के नेता थॉमस हेल बोग्स सीनियर और अलास्का कांग्रेसी निक बेगिच मिस्टर बेगिच के सहयोगी रसेल ब्राउन और पायलट डॉन जोन्ज एंकरेज से जूनो के लिए एक हल्के विमान में उड़ान भरते समय गायब हो गए। चारों लोगों को खोजने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास किए गए लेकिन शवों और विमान का कभी पता नहीं चला। इस घटना ने कई कॉन्सपिरेसी थ्योरी को जन्म दिया क्योंकि बोग्स जॉन एफ कैनेडी की हत्या की जांच के लिए बनाई गई कमेटी के सदस्य थे। हालांकि उनके विमान हादसे पर कुछ स्पष्टता नहीं हो सकी।
दो दशक बाद मिली शिकार के लिए गए शख्स की खोपड़ी
इस जगह पर किसी के गायब होने का एक और प्रमुख मामला 25 वर्षीय न्यू यॉर्कर गैरी फ्रैंक सोदरडेन का था। वह 1970 के दशक के मध्य में शिकार के लिए अलास्का के जंगल में गया था लेकिन फिर कभी नहीं लौटा। दो दशक बाद 1997 में पूर्वोत्तर अलास्का में साही नदी के किनारे एक मानव खोपड़ी मिली थी और 2022 में जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया कि खोपड़ी सोदरडेन की थी। माना जाता है कि किसी भालू ने उसको मार डाला था।
अलास्का ट्रायंगल में कई लोगों ने गायब होने के लिए एक्सपर्ट ने अलग-अलग दावे पेश किए हैं। कुछ का मानना है कि यहां बहुत ज्यादा चुंबकीय गतिविधि है, जो अपनी ओर खींच लेती है। वहीं इस तरह के भी दावे हैं कि यहां एलियंस हैं जो किसी इंसान की मौजूदगी स्वीकार नहीं करते हैं। वहीं इसकी सबसे सरल व्याख्या ये की गई है कि यह विशाल भूमि है जो जंगल और प्राकृतिक खतरों से भरी है। यहां घने जंगल, उबड़-खाबड़ पर्वत श्रृंखलाएं, बेहद ठंडा मौसम और बहुत सारे भालू हैं। यही कारण हो सकता है कि यहां जाने वाले लोग लापता हो गए और फिर कभी नहीं मिले। हालांकि किसी ने भी बहुत स्पष्टता के साथ इस इस ट्रायंगल में लोगों के गायब होने के रहस्य से पर्दा नहीं उठाया है।
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