अंग्रेजों भारत छोड़ो आन्दोलन दिवस पर अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति का प्रदर्शन
बीकानेर, 9 अगस्त 2024: अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) ने आज “अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन दिवस” के अवसर पर बीकानेर में एक प्रभावशाली प्रदर्शन आयोजित किया। यह प्रदर्शन राष्ट्रीय आह्वान के तहत आयोजित किया गया और इसमें शहर के हृदय स्थल कोटगेट पर महिलाएं एकत्र हुईं। इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य महिला हिंसा, बेरोजगारी, महंगाई, भुखमरी, और मनुवादी सोच के खिलाफ आवाज उठाना था।
प्रदर्शन के दौरान राज्य महासचिव डॉक्टर सीमा जैन ने अपने बयान में कहा, “स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेज भारत छोड़कर चले गए, लेकिन उनकी नीतियां आज भी सत्ता वर्ग के लोग चला रहे हैं। आज हम महिला असमानता के खिलाफ और समानता के पक्ष में नीति निर्माण की मांग कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि भारत की सामाजिक और आर्थिक समस्याओं को हल करने के लिए एक सशक्त और न्यायपूर्ण नीति की आवश्यकता है।
जिला अध्यक्ष शारदा सियाग ने भी अपने संबोधन में वर्तमान सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “देश में बढ़ती महंगाई, महिला हिंसा, भुखमरी, बेरोजगारी और मनुवादी सोच खतरनाक हो रही है। यह समस्याएं आम लोगों के जीवन को कठिन बना रही हैं और सरकार को इन्हें प्राथमिकता देनी चाहिए।”
प्रदर्शन में शामिल रजिया और फरजाना ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने भारत में भुखमरी के उच्च पायदान की ओर इशारा करते हुए कहा, “सरकार खाद्य सुरक्षा प्रणाली को कमजोर कर रही है, जबकि भुखमरी सूचकांक में भारत का स्थान चिंताजनक है।”
प्रदर्शन का नेतृत्व मोनिका प्रजापत, सुगरा बानो, रामजानी, शांति, बिंदु देवी, रशीदा, रहमत, संतोष, और अमरीन निशा ने किया। इन नेताओं ने मिलकर प्रदर्शन को संगठित किया और समस्त समस्याओं के समाधान के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने का संकल्प लिया।
इस प्रदर्शन ने न केवल महिला अधिकारों के मुद्दों को उजागर किया बल्कि समाज में समावेशिता और समानता की आवश्यकता पर भी जोर दिया। महिलाओं के विभिन्न संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
Add Comment