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जरूरत की खबर- आंखों के अंदर काजल लगाना खतरनाक:कॉर्निया डैमेज हो सकता है, जानें काजल लगाने का सही तरीका

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जरूरत की खबर- आंखों के अंदर काजल लगाना खतरनाक:कॉर्निया डैमेज हो सकता है, जानें काजल लगाने का सही तरीका

यह कहानी है एक ऐसी महिला की, जिसे स्टाइ (Stye) हो गया। यह आंखों की एक बीमारी है, जिसमें आईलिड की एज पर दाना या फुंसी जैसा हो जाता है और उसके अंदर पस जमा होने लगता है। अगर स्थिति गंभीर हो जाए तो सर्जिकल ऑपरेशन के जरिए उसे रिमूव करना पड़ता है।

नीचे ग्राफिक में देखिए कि आंखों में हुआ स्टाइ (Stye) कैसा दिखता है। आपने अपने आसपास इस तरह के कई केस देखे होंगे।

क्या आपको पता है कि आंखों में यह कंडीशन एक ऐसी चीज के कारण भी हो सकती है, जिसे महिलाएं सुंदरता का प्रतीक मानती हैं। हम बात कर रहे हैं काजल की। उस महिला को यह आई कंडीशन हर वक्त काजल लगाने के कारण ही हुई।

भारत के जाने-माने ऑप्थेमेलॉजिस्ट डॉ. अश्विन अग्रवाल हाल ही में एक पॉडकास्ट में आंखों की सेहत के बारे में बात कर रहे थे। उनसे बात कर रहे थे हिंदुस्तानी मूल के अमेरिकन चिकित्सक डॉ. पाल मनिक्कम। जब डॉ. मनिक्कम ने उनसे काजल को लेकर सवाल किया तो जवाब में डॉ. अश्विन ने कहा कि अगर काजल आंखों के बाहर, आईलिड के ऊपर लगाया जा रहा है तो उससे कोई दिक्कत नहीं है।

लेकिन महिलाएं काजल आईलिड की भीतरी लेयर की एज पर लगाती हैं। बिल्कुल लिड की मार्जिन के ऊपर। इससे मिबोमिअन (Meibomian) ग्लैंड डिसफंक्शन हो सकता है।

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि काजल उस ग्लैंड के पोर्स के रास्ते को ब्लॉक कर देता है। ग्लैंड से तो सीक्रेशन हो ही रहा होता है, लेकिन रास्ता ब्लॉक होने की वजह से वह बाहर नहीं आ पाता और फ्लुइड जमा होता रहता है। इससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है और स्टाइ हो सकता है। जमा हुए पस को निकालने के लिए सर्जिकल प्रॉसेस करना पड़ सकता है।

काजल भारतीय संस्कृति से लेकर मॉडर्न फैशन तक महिलाओं के सौंदर्य का अहम हिस्सा रहा है।

इसलिए आज जरूरत की खबर में बात करेंगे काजल की। साथ ही जानेंगे कि-

  • हर रोज काजल लगाने से आंखों को क्या नुकसान हो सकता है?
  • काजल खरीदने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
  • काजल लगाने का सही तरीका क्या है?

एक्सपर्ट: डॉ. वंदना खुल्लर, ऑप्थेमेलॉजिस्ट, पुष्पावती सिंघानिया हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली

सवाल- काजल में किस तरह के खतरनाक केमिकल्स की मिलावट हो सकती है?

जवाब- नीति आयोग और काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) की एक रिपोर्ट बताती है कि भारत में काजल और अन्य आई कॉस्मेटिक्स में शीशे (Lead) जैसे कणों की मात्रा 70% तक पाई गई, जो बच्चे या बड़े, सभी की आंखों के लिए बेहद खतरनाक है।

ऑस्ट्रेलिया में भी एक नामी ब्रांड के काजल में शीशे की मात्रा 84% थी। इसके साथ ही आर्सेनिक, कैडमियम, क्रोमियम और पारा सहित अन्य खतरनाक मेटल्स की मात्रा अधिक पाई गई। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने इसके इस्तेमाल को लेकर चेतावनी दी थी।

एक्सपर्ट बताते हैं कि काजल में पाए जाने वाले ये खतरनाक मेटल्स आंखों के कार्निया को डैमेज कर सकते हैं।

सवाल- दिन भर काजल लगाने से आंखों को क्या नुकसान हो सकता है?

जवाब- डॉ. वंदना खुल्लर कहती हैं कि आमतौर पर दिन भर काजल लगाने से कोई समस्या नहीं होती है। असल में यह आपके काजल लगाने के तरीके पर काफी हद तक निर्भर करता है। अगर काजल आंखों की वॉटरलाइन के अंदर पहुंचता है तो इससे आंखों में जलन या इंफेक्शन हो सकता है।

इससे कॉर्नियल अल्सर भी हो सकता है। कॉर्नियल अल्सर एक प्रकार का घाव है, जो कॉर्निया पर होता है। इसके अलावा लंबे समय तक काजल लगाने से पलकों पर सूजन यानी ब्लेफेराइटिस (Blepharitis) या आंखों के नीचे डार्क सर्किल हो सकते हैं।

नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि लंबे समय तक काजल लगाने से किस तरह की समस्याएं हो सकती हैं।

सवाल- काजल खरीदते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

जवाब- आज बाजार में पेंसिल, जेल, लिक्विड, पाउडर कई तरह के काजल उपलब्ध हैं। नकली या खराब क्वालिटी का काजल लगाने से स्किन के साथ आंखों में भी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में बेहद सोच-समझकर काजल खरीदने की जरूरत है।

नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि काजल खरीदते समय किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए।

सवाल- काजल लगाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

जवाब- नीचे दिए इन पॉइंट्स से समझिए कि काजल लगाते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

  • काजल लगाते समय हमेशा हाथों को साफ रखें। गंदे हाथों से काजल लगाने से आंखों में बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है।
  • आंखों की वॉटरलाइन के अंदर काजल लगाने से बचें क्योंकि इससे ड्राईनेस या जलन हो सकती है। इसकी बजाय काजल पलकों के बाहरी हिस्से पर ही लगाएं।
  • इसके अलावा आई मेकअप प्रोडक्ट्स को किसी के साथ शेयर करने से भी बचना चाहिए।

सवाल- रात को सोने से पहले काजल क्यों हटाना चाहिए?

जवाब- रात के समय बिस्तर पर जाने से पहले अधिकांश लोग आलस की वजह से मेकअप रिमूव नहीं करते। लेकिन जब तक आप अपना मेकअप, खासतौर पर काजल हटा न लें, तब तक सोने न जाएं।

दरअसल रात भर काजल लगा रहने से वह आंखों के पास सूखकर चिपक जाता है। इससे आंखों के आसपास की सेंसिटिव स्किन को नुकसान पहुंचता है। मसकारा, काजल, या आईलाइनर सोते समय आंखों में जा सकता है। इससे ड्राई आईज, इंफेक्शन और आंखों के नीचे कालापन यानी डार्क सर्किल जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

इसके अलावा आई प्रोडक्ट्स को रात भर लगाए रहने से बालों के रोम बंद हो सकते हैं और आपकी पलकों के आसपास की ऑयल ग्लैंड ब्लॉक हो सकती है। इससे पलकें कमजोर हो जाती हैं और ऊपरी पलकें गिरने लगती हैं। इसे टोसिस (Ptosis) कहा जाता है।

अगर सोते समय काजल या आईलाइनर तकिए पर रगड़कर आपकी आंखों में चला जाए तो आंखों में जलन हो सकती है या कॉर्निया को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए कभी काजल या आईलाइनर लगाकर नहीं सोना चाहिए।

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