कोलकाता रेप-मर्डर केस:पीड़ित के पिता बोले- बेटी का शव देते वक्त पुलिस ने पैसे ऑफर किए; कहा- हमने जिम्मेदारी निभा दी
कोलकाता में बुधवार देर रात सड़कों पर हजारों की संख्या में लोग हाथ में कैंडल लेकर विरोध प्रदर्शन करते नजर आए।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर को लेकर आज 28वें दिन प्रदर्शन जारी है। बुधवार देर रात डॉक्टर के माता-पिता भी प्रदर्शन में शामिल हुए।
पीड़ित के पिता ने कहा- पुलिस शुरुआत से ही इस केस को दबाने की कोशिश कर रही है। डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने तक हमें पुलिस स्टेशन में इंतजार करना पड़ा। बाद में, जब बेटी का शव हमें सौंपा गया तो एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने हमें पैसे देने की पेशकश की।
कोलकाता रेप-मर्डर पीड़ित के माता-पिता भी बुधवार को प्रदर्शन में शामिल हुए। सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि रेप पीड़ित या उसके परिवार की पहचान उजागर न हो, इसलिए हम उनकी फोटो को ब्लर करके दिखा रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने हाथ में कैंडल लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस में बुधवार देर रात कोलकाता में प्रदर्शन जारी रहा।
पश्चिम बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस ने बुधवार रात राजभवन में कैंडल जलाई।
कोलकाता पुलिस पर पीड़ित के पेरेंट्स के 2 आरोप
जब तक अंतिम संस्कार नहीं हुआ, 300-400 पुलिस वालों ने हमें घेर रखा था, लेकिन अंतिम संस्कार हो जाने के बाद वहाँ एक भी पुलिस वाला नहीं दिखा। परिवार क्या करेगा, कैसे घर जाएगा, पुलिस ने कोई जिम्मेदारी नहीं ली।
जब घर में बेटी का शव माता-पिता के सामने पड़ा था और हम आंसू बहा रहे थे, तब पुलिस पैसे दे रही थी, क्या यही पुलिस की मानवता है? पुलिस कह रही थी कि उन्होंने अपनी सारी जिम्मेदारियाँ पूरी कर दी हैं, क्या इसे ही जिम्मेदारी निभाना कहते हैं?”
सुकांत मजूमदार बोले- TMC संदीप घोष को बचा रही है
केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि हमारे राज्य में बलात्कार हुआ है। अगर ममता में हिम्मत है तो इस्तीफा दें। मैं इस राज्य से केंद्रीय मंत्री हूं। अगर ममता इस्तीफा देती हैं तो मैं भी रिजाइन करने को तैयार हूं। तृणमूल कांग्रेस (TMC) आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को बचाने की कोशिश कर रही है। ममता ने उन्हें एक के बाद एक पदों पर नियुक्त किया। जब उन्हें आरजी कर में प्रिंसिपल के पद से हटाया गया तो उन्हें नेशनल मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया।
घोष को जब नेशनल मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया, तब उन्हें स्वास्थ्य विभाग में विशेष कार्य अधिकारी के पद पर नियुक्त किया गया। पार्टी उस व्यक्ति को बचाने की कोशिश कर रही है, जिसके खिलाफ सबसे ज्यादा आरोप लगाए गए हैं।
इस बीच, 28 अगस्त को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने संदीप घोष की सदस्यता रद्द कर दी थी। वहीं 3 सितंबर को राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने भी घोष को सस्पेंड कर दिया था।
संदीप घोष की सुप्रीम कोर्ट में याचिका, HC के आदेश को चुनौती
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष ने बुधवार (4 सितंबर) को सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई। इसमें उसने 13 अगस्त को हाईकोर्ट के दिए आदेश को चुनौती दी है।
हाईकोर्ट ने CBI को आरजी कर रेप-हत्या केस और अस्पताल में वित्तीय गड़बड़ी की जांच CBI को सौंपी थी। सुप्रीम कोर्ट याचिका पर 6 सितंबर को सुनवाई करेगा।
3 सितंबर को ही अलीपुर जजेज कोर्ट ने संदीप और 3 अन्य लोगों को 8 दिन की CBI कस्टडी में भेजा। सभी पर आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय गड़बड़ी का आरोप है।
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