रिलायंस-डिज्नी मर्जर से देश का सबसे बड़ा नेटवर्क बनेगा:120 चैनल और 2 OTT होंगे, एडवर्टाइजमेंट मार्केट में होगी 40% हिस्सेदारी
मुंबई
डिज्नी और रिलायंस एंटरटेनमेंट एक हो रहे हैं। इसके मर्जर को कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया, यानी CCI से मंजूरी मिल गई है। ये भारत की सबसे बड़ी एंटरटेनमेंट कंपनी बनेगी। ये एक स्पोर्ट्स पावरहाउस भी बन जाएगा। कंपनी के पास पूरे भारत में 75 करोड़ दर्शक होंगे।
सवाल: नई कंपनी के पास कितने चैनल और OTT प्लेटफॉर्म होंगे?
जवाब: इस मेगा-मर्जर में डिज़्नी स्टार के 80 चैनल और रिलायंस Viacom18 के 40 चैनल जुड़ जाएंगे। यानी, कुल 120 चैनल हो जाएंगे। हालांकि इनमें से कुछ चैनल्स को बंद किया जा सकता है। दोनों के पास OTT ऐप भी है- डिज्नी हॉटस्टार और जियो सिनेमा। मर्जर के बाद बनी नई कंपनी के पास 2 लाख घंटे का डिजिटल कंटेंट हो जाएगा।
वायाकॉम 18 के पास BCCI मैनेज्ड क्रिकेट मैचों के टीवी अधिकार भी हैं, जबकि डिज्नी स्टार के पास 2027 तक IPL ब्रॉडकास्ट करने के टीवी अधिकार हैं। वहीं रिलायंस के पास उसके OTT प्लेटफॉर्म जियो सिनेमा पर IPL दिखाने के अधिकार हैं। रिलायंस के न्यूज चैनल्स इस डील का हिस्सा नहीं होंगे, क्योंकि वो नेटवर्क 18 ग्रुप के तहत आते हैं।
जॉइंट वेंचर को 30,000 से अधिक डिज्नी कंटेंट एसेट के लाइसेंस के साथ भारत में डिज्नी फिल्मों और प्रोडक्शन को डिस्ट्रीब्यूट करने के एक्सक्लूसिव राइट भी दिए जाएंगे।
सवाल: रिलायंस-डिज्नी का मर्जर क्यों हो रहा है, इसका क्या फायदा?
जवाब: वॉल्ट डिज्नी के CEO बॉब ईगर ने बीते दिनों कहा था- मार्केट में काफी कॉम्पिटिशन है, इसलिए मर्जर से एक बड़ी कंपनी बनेगी जिससे उसे बाजार में टॉप पर बने रहने में मदद मिलेगी। नई कंपनी के पास सबसे बड़ा OTT कस्टमर बेस होगा। डिज्नी हॉटस्टर के करीब 3.6 करोड़ और रिलायंस के 1.5 करोड़ पेइंग सब्सक्राइबर्स है। यानी, कुल 5.1 करोड़ सब्सक्राइबर्स।
रिलायंस के साथ पार्टनरशिप से डिज्नी को बिजनेस बढ़ाने और रिस्क कम करने का मौका मिलेगा। वहीं इससे मुकेश अंबानी को 28 अरब डॉलर यानी, करीब 2.3 लाख करोड़ रुपए के एंटरटेनमेंट सेक्टर पर मजबूत पकड़ मिल जाएगी। नई कंपनी सोनी और नेटफ्लिक्स जैसी कंपनियों को टक्कर दे सकेगी।
सवाल: मर्जर के बाद एडवर्टाइजमेंट मार्केट में कितनी हिस्सेदारी होगी?
जवाब: मर्जर से बनी नई कंपनी के पास टीवी और स्ट्रीमिंग सेगमेंट में भारतीय विज्ञापन बाजार की 40% हिस्सेदारी होगी। नई कंपनी के पास क्रिकेट एडवर्टाइजमेंट रेवेन्यू में एक तरह से मोनोपली होगी। क्रिकेट के अलावा विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप, मोटो जीपी और इंग्लिश प्रीमियर लीग के प्रसारण अधिकार भी होंगे।
सवाल: इस मर्जर का आप पर क्या असर होगा, क्या सस्ते प्लान मिलेंगे?:
जवाब: भारत एंटरटेनमेंट सर्विसेज का बहुत बड़ा बाजार है। ऐसे में नेटफ्लिक्स, अमेजन जैसी अमेरिकी स्ट्रीमिंग कंपनियां भारतीय बाजार की ओर अट्रैक्ट हुई हैं। डिज्नी और रिलायंस भी OTT पर हैं, जिन्हें नेटफ्लिक्स, अमेजन से टक्कर मिल रही है।
ये दोनों कंपनियां यूजर बेस बढ़ाने के लिए सस्ते प्लान लॉन्च कर सकती हैं। इसका सीधा फायदा दर्शकों को मिलेगा। वहीं डिज्नी के दर्शकों की पहुंच रिलायंस के कंटेंट तक और रिलायंस के दर्शकों की पहुंच डिज्नी के कंटेंट तक हो जाएगी।
सवाल: ये डील कितने रुपए की है, नई कंपनी का चेयरपर्सन कौन होगा?
जवाब: ये डील 8.5 बिलियन डॉलर (करीब 71 हजार करोड़ रुपए) की है। विलय के बाद बनी कंपनी में रिलायंस की 63.16% और डिज्नी की 36.84% हिस्सेदारी होगी। नीता अंबानी इसकी चेयरपर्सन होंगी।
सवाल: रिलायंस डिज्नी की डील कब तक पूरी होगी, इसमें क्या अड़चनें हैं?
जवाब: इस डील के 6 महीने के भीतर क्लोज होने की उम्मीद है। डील कम्प्लीट करने के लिए इसे इंडियन कंपनीज ट्रिब्यूनल की मंजूरी की भी जरूरत होगी। CCI में विलय के पूर्व प्रमुख के.के शर्मा ने कहा है कि अगर यह डील पूरी हो जाती है, तो यह “ब्रॉडकास्टिंग मार्केट में बिग फिश” होगी जिसका “क्रिकेट एडवर्टाइजमेंट रेवेन्यू पर एकाधिकार” होगा।
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