बिजली चोरी रोकने गई टीम पर हमला, दो घायल
बीकानेर। शहर के विश्नोई मोहल्ले में बुधवार को बिजली चोरी रोकने गई बीकेईएसएल (बीकानेर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई लिमिटेड) की टीम पर अचानक हमला कर दिया गया। इस हमले में एक अधिकारी सहित दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद पुलिस को सूचना दी गई और हमलावरों के खिलाफ नया शहर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई।
टीम पर अचानक हुआ हमला
बीकेईएसएल के सीओओ जयंत रॉय चौधरी ने बताया कि विश्नोई मोहल्ले में कई घरों में अवैध रूप से बिजली चोरी की जा रही थी। जांच के दौरान 12 घरों की वीसीआर (विजुअल कनेक्शन रिपोर्ट) भरी गई थी। बुधवार सुबह बिजली चोरी को रोकने और अवैध कनेक्शन हटाने के लिए बीकेईएसएल की टीम वहां पहुंची।
टीम के अधिकारी और कर्मचारी जैसे ही केबिल हटाने लगे, तभी अचानक 10 से 15 लोगों की भीड़ वहां आ गई। स्थानीय लोगों ने टीम के साथ हाथापाई शुरू कर दी और ईंट-पत्थर फेंकने लगे। इस हमले में एईएन (असिस्टेंट इंजीनियर) नीतीश कुमार और कर्मचारी अंशु मंडल गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस की मौजूदगी में कार्रवाई पूरी हुई
हमले की सूचना मिलते ही नया शहर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस की मौजूदगी में बीकेईएसएल की टीम ने 12 घरों की अवैध केबिल को हटा दिया। इसके अलावा बिजली चोरी करने पर 14 और लोगों की वीसीआर भरी गई।
हमलावरों पर एफआईआर दर्ज
बीकेईएसएल की ओर से देशराज डेलूं, पवन खिचड़, मांगीलाल, संजय सिंगड़ सहित 26 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इन पर सरकारी काम में बाधा डालने, मारपीट करने, बिजली चोरी करने और कर्मचारियों से हाथापाई करने के आरोप लगाए गए हैं।
इसके अलावा, इन लोगों पर रिस्ट वॉच और बाइक चोरी करने का मामला भी दर्ज किया गया है। पुलिस अब आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई कर रही है।
बिजली चोरी पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी
बीकेईएसएल के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि बिजली चोरी को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जो भी इस तरह की गतिविधियों में लिप्त होगा, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कंपनी ने जनता से अपील की कि वे अवैध रूप से बिजली लेने की बजाय नियमानुसार कनेक्शन लें और विद्युत विभाग के कर्मचारियों को उनके कार्य करने में सहयोग करें।
Add Comment