रिलेशनशिप- विक्की कौशल पिता और पत्नी से लेते सलाह:फैसलों में पार्टनर और परिवार दोनों को करें शामिल, रिश्तों में बढ़ेगा भरोसा
‘उरी’, ‘सैम बहादुर’ और ‘मसान’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में बेहतरीन किरदार निभाने वाले बॉलीवुड एक्टर विक्की कौशल अपनी उम्दा एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि फिल्म साइन करने से पहले विक्की उस फिल्म की स्क्रिप्ट और किरदार के बारे में अपने पिता और पत्नी कैटरीना से सलाह लेते हैं।
हाल ही में एक इंटरव्यू में विक्की कौशल ने बताया कि वे डिसीजन मेकिंग में अपनी फैमिली को जरूर शामिल करते हैं। वे किसी भी फिल्म की स्क्रिप्ट को अपने पिता और पत्नी को जरूर सुनाते हैं और उनसे उस बारे में सलाह लेते हैं। ऐसे में उनके पिता और कैटरीना उन्हें अपने दिल की सुनने की सलाह देते हैं। ऐसा करने से उन्हें सही फैसले लेने में मदद मिलती है।
काउंसलर्स और साइकोलॉजिस्ट का मानना है कि जब कोई व्यक्ति डिसीजन मेकिंग में अपनों को शामिल करता है तो ऐसे में वो अपने रिश्तों को और मजबूत करता है। अपने परिवार वालों से कोई सलाह लेना रिश्तों को और मजबूत बनाता है। ऐसा करना आपको अपने पार्टनर और परिवार के बाकी सदस्यों के प्रति सम्मान की भावना रखने में भी मदद करता है।
हम सबको जीवन में हमेशा छोटे-बड़े हर तरह के फैसले करने पड़ते हैं। कुछ फैसले ऐसे होते हैं, जिसमें हम ज्यादा सोचते और सलाह-मशविरा नहीं लेते। वहीं बाकी फैसले बहुत ध्यान से लिए जाते हैं क्योंकि वे जीवन पर गहरा असर डालते हैं। क्या करना है इस पर सोचना और समझदारी से फैसला लेना चीजों को सुचारु रूप से चलाने के लिए बहुत जरूरी है। ऐसे में पति-पत्नी का डिसीजन मेकिंग में एक-दूसरे की सलाह लेना बहुत फायदेमंद माना जाता है।
तो आज ‘रिलेशनशिप’ में बात करेंगे कि कैसे आप अपने पार्टनर और परिवार को डिसीजन मेकिंग में शामिल कर सकते हैं। साथ ही जानेंगे कि इससे आपको क्या फायदे हो सकते हैं।
पार्टनर और परिवार को डिसीजन मेकिंग में कैसे करें शामिल
सही फैसले लेना मुश्किल होता है। लेकिन जब हम अपने परिवार के किसी सदस्य या अपने पार्टनर को इसमें शामिल करते हैं तो ये आसान हो जाता है। हम वास्तव में इसे एक प्रैक्टिस बना सकते हैं। कई लोग इसमें असहज महसूस कर सकते हैं। वे सलाह लेने में झिझक महसूस कर सकते हैं। तो जानिए कैसे आप अपने परिवार को अपने फैसलों में शामिल कर सकते हैं-
- आप डिनर टेबल पर साथ में खाना खाते वक्त अपने फैसलों के बारे में बात कर सकते हैं।
- अगर पार्टनर के साथ कोई बात नहीं शेयर कर पा रहे तो परिवार में आप जिसके करीब हैं, उनसे सलाह ले सकते हैं।
- परिवार में जिसे उस विषय में ज्यादा जानकारी और तजुर्बा है, आप उससे भी अपने फैसलों के बारे में सलाह ले सकते हैं।
डिसीजन मेकिंग में परिवार को शामिल करना क्यों जरूरी
अपने जीवन के फैसले लेने में परिवार को शामिल करना कई तरह से जरूरी है। यह निश्चित रूप से हमें रिश्तों को बरकरार रखने में मदद कर सकता है। यह परिवार के सदस्यों के प्रति सम्मान और सहयोग की भावना बढ़ा सकता है। निर्णय लेने में उनका शामिल होना आपको सहज रखेगा क्योंकि निर्णय का बोझ केवल आप पर नहीं होगा।
नीचे ग्राफिक में जानिए, फैमिली और पार्टनर से सलाह लेना क्यों जरूरी है-
अपनों को फैसलों में शामिल करने से रिश्तों पर पकड़ होती मजबूत
अपने फैसलों में दूसरों की सलाह लेने का मतलब सिर्फ दूसरे व्यक्ति पर भरोसा करना नहीं है। यह इस बात का स्पष्ट संकेत है कि दूसरे व्यक्ति की राय को आप महत्व देते हैं। इससे रिश्ता और भी मजबूत और गहरा होता है।
कई बार पति-पत्नी के बीच बिना सलाह लिए गए काम को लेकर भी बहस हो जाती है। जिस पर वे आपसे पूछ सकते हैं, “आपने मुझसे पहले बात किए बिना ही यह फैसला ले लिया?” यह सिर्फ नाराजगी का सवाल भी हो सकता है क्योंकि फैसला लेने से पहले उनकी राय नहीं ली गई। इसलिए जब आप अपने पार्टनर या परिवार के सबसे करीबी को अपने डिसीजन मेकिंग में शामिल करेंगे तो यह आपको फायदा ही करेगा।
प्लान बनाने और फैसले लेने में परिवार की भागीदारी जरूरी
कोई फैसला लेना हो या फिर कोई प्लानिंग करनी हो, ऐसे में परिवार की भागीदारी बहुत जरूरी है। परिवार ही अपनों को सबसे बेहतर तरीके से जानता है। परिवार का सहयोग यह सुनिश्चित करता है कि आपको सही फैसले लेने में मदद मिले।
बच्चे भी बड़ों को देखकर लेते सीख
हमारे घर-परिवार के माहौल का असर बच्चों पर गहरा पड़ता है। वे बड़ों को जैसा करते हुए देखते हैं, आगे चलकर वैसा ही करते हैं। फैसले में परिवार को शामिल करने से बच्चों में भी वो सीख विकसित होती है। इसलिए ये बच्चों को भी सिखाने का अच्छा तरीका है।
कई बार हम खुद सही फैसले नहीं कर पाते
कई बार आप अपने फैसले सही तरीके से नहीं ले पाते हैं। आप सही-गलत में उलझे रहते हैं। इसी कन्फ्यूजन में परिवार या अपने पार्टनर से सलाह लेना बेहतर होता है। वो आपको उलझन, असमंजस की स्थिति से बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं।
पार्टनर के साथ फैसले लेने से बढ़ता है प्यार और भरोसा
रिश्ते में प्यार और भरोसा दोनों होना बहुत जरूरी होता है। जब आप अपने पार्टनर के साथ कोई फैसला लेते हैं या फिर अपने पार्टनर की सलाह से कोई फैसला करते हैं, ऐसे में ये आपके रिश्ते में प्यार और भरोसे को बढ़ाता है। ऐसा करने से आपके पार्टनर का आप के प्रति भरोसा और बढ़ जाता है। इसके साथ ही प्यार भी और गहरा होता है।
विक्की-कैटरीना के रिश्ते की सीख और रिलेशनशिप काउंसलर की सलाह यही है कि रिश्ते में कोई भी फैसला पार्टनर और परिवार की सलाह से, उन सबको शामिल करके लें तो फायदे में रहेंगे। रिश्ते को तो इसका फायदा होगा ही, साथ-ही-साथ पार्टनर की सलाह पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में बेहतरी का एक जरिया भी बन सकती है। अब भला पार्टनर से बड़ा शुभचिंतक कौन हो सकता है।
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