‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ थीम पर हज़ारों योग साधकों ने किया योगाभ्यास
बीकानेर में हुआ जिला स्तरीय मुख्य समारोह, ‘योग भी, वोट भी’ अभियान को भी मिली धार
बीकानेर। ग्यारहवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर शुक्रवार को बीकानेर सहित समूचे जिले में सामूहिक योगाभ्यास का व्यापक आयोजन किया गया। ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ थीम के तहत डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में जिला स्तरीय भव्य समारोह आयोजित हुआ, जिसमें हज़ारों योग साधकों ने भाग लिया। कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन एवं आयुर्वेद विभाग के संयुक्त तत्वावधान में हुआ।
समारोह का शुभारंभ श्री यादें माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष प्रहलाद राय टाक ने दीप प्रज्वलन कर किया। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योग को स्वस्थ जीवनशैली का आधार बताया और सभी को दैनिक योग अपनाने का संकल्प दिलाया। उनके अनुसार योग न केवल शरीर को स्वस्थ करता है बल्कि मानसिक संतुलन व आत्मिक शांति भी प्रदान करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का योग दिवस पर प्रसारित संदेश कार्यक्रम के प्रारंभ में सुनाया गया, जिसके बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रशासन रामावतार कुमावत ने योग के वैज्ञानिक पक्षों और समाज पर उसके प्रभाव पर प्रकाश डाला। योगाभ्यास की शुरुआत प्रशिक्षक मधुसूदन व्यास द्वारा ओंकार उच्चारण और प्रार्थना से की गई। इसके बाद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष शेषमा, योगाचार्य दीपक शर्मा, क्रीड़ा भारती की जाह्नवी, पतंजलि योग पीठ की स्नेहा, गायत्री परिवार के शिव कुमार शर्मा और ब्रह्मा कुमारी संस्थान की कमल बहन द्वारा क्रमशः विविध योगाभ्यास, प्राणायाम और ध्यान अभ्यास करवाए गए।
जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने योग दिवस को स्वास्थ्य जागरूकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया। उनके अनुसार ऐसी गतिविधियों से लोगों को जीवनशैली में सुधार के लिए प्रेरणा मिलती है। उन्होंने जिलेवासियों से अपील की कि वे योग को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएं और इसे केवल आयोजन के दिन तक सीमित न रखें।
पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सागर ने योग को तनावमुक्त जीवन का कारगर साधन बताया और कहा कि सुरक्षा बलों और पुलिस कर्मियों के लिए योग मानसिक सुदृढ़ता और निर्णय क्षमता को बढ़ाने में अत्यंत सहायक है। उन्होंने बताया कि विभाग स्तर पर भी योग को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में शामिल बीकानेर निवासी संजीव गोयल, जो पिछले कई वर्षों से योगाभ्यास कर रहे हैं, उन्होंने बताया कि योग ने उन्हें गंभीर रोगों से छुटकारा दिलाया है। उनका अनुभव इस बात का प्रमाण है कि नियमित योग न केवल दवाओं की निर्भरता को कम करता है बल्कि शरीर की प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।
योग प्रशिक्षक शुभम स्वामी ने युवाओं में योग के प्रति बढ़ते रुझान को उत्साहजनक बताया और कहा कि विद्यार्थी जीवन में योग को अपनाने से एकाग्रता, स्मरण शक्ति और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे डिजिटल और तनावपूर्ण जीवनशैली के बीच योग को संतुलन का माध्यम बनाएं।
समारोह के दौरान महिला अधिकारिता विभाग द्वारा स्टेडियम परिसर में रंगोलियां सजाई गईं और बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल द्वारा कपड़े के थैले व तुलसी पौधे वितरित किए गए। आयोजन में संभागीय आयुक्त डॉ. रविकुमार सुरपुर, नगर निगम आयुक्त मयंक मनीष, बीकानेर विकास प्राधिकरण आयुक्त अपर्णा गुप्ता, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहन लाल सहित अनेक विभागीय अधिकारी, छात्र-छात्राएं और स्वयंसेवी संस्थाएं उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम में निर्वाचन विभाग द्वारा चलाए जा रहे ‘योग भी, वोट भी’ अभियान के अंतर्गत उपखंड अधिकारी कुणाल राहड़ द्वारा उपस्थित जनसमूह को मतदाता जागरूकता की शपथ दिलाई गई। शपथ में सभी ने मतदाता सूची में नाम जुड़वाने, चुनावों में भागीदारी निभाने और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सशक्त बनाने का संकल्प लिया।
योग दिवस का यह आयोजन योग के सार्वभौमिक महत्व और सामाजिक चेतना के समन्वय का सशक्त उदाहरण बनकर उभरा, जिसमें विभिन्न आयु वर्ग, पृष्ठभूमि और विभागों के लोगों ने सहभागिता निभाई।
‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ थीम पर हज़ारों योग साधकों ने किया योगाभ्यास: बीकानेर में हुआ जिला स्तरीय मुख्य समारोह, ‘योग भी, वोट भी’ अभियान को भी मिली धार

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