नापासर पंचायत से पट्टों की प्रतियां गायब:2009 से 2020 तक नहीं हो पाई ऑडिट, तीन कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज
बीकानेर
बीकानेर की नापासर ग्राम पंचायत के तीन कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। आरोप है कि ऑफिस के महत्वपूर्ण कागजात की सार-संभाल नहीं की। बिल और वाउचर भी उपलब्ध नहीं करवाए गए। पुलिस ने मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।
बीकानेर पंचायत समिति के ब्लॉक विकास अधिकार भोम सिंह इंदा ने 30 अप्रैल को एक पत्र नापासर थानाधिकार को भेजा था, जिस पर तीन मई को एफआईआर दर्ज हुई। अब मामले की जांच की जा रही है। एफआईआर में अभय करण बिट्ठू, भागीरथ आचार्य और सुरेश कुमार मेघवाल का नाम दिया गया है। आरोप है कि बार-बार आदेश के बाद भी ऑफिस के कागजात नहीं दे रहे हैं। इस कारण साल 2009 से 2020 तक की ऑडिट नहीं हो पा रही है।
संभागीय आयुक्त की ओर से भेजे गए केस में भी जांच आगे नहीं हो पा रही है। कई पट्टा बुक से पट्टों के कॉपी उपलब्ध नहीं है। बुक में से पट्टों की प्रतियां गायब हो गई है। संभावना है कि पट्टों का गलत उपयोग किया गया है। एफआईआर में महत्वपूर्ण दस्तावेजों की सुरक्षा नहीं करने के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धारा 409 के तहत मामला दर्ज करके छानबीन की जा रही है। मामले की जांच थानाधिकारी जसवीर सिंह को सौंपी गई है। एफआईआर दर्ज होने के तीन दिन बाद भी पुलिस ने इस मामले में कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की है।
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