नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज पुनः अपना कार्यभार ग्रहण किया।
बीजेपी सरकार बनने के बाद आज दूसरी बार राजनाथ सिंह के रक्षा मंत्रालय के दफ्तर में पदभार ग्रहण करते हुए रक्षा मंत्रालय में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ,चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, चीफ ऑफ एयरस्टाफ, चीफ ऑफ नेवल स्टाफ, आगामी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ उपेंद्र द्विवेदी,नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने रक्षा मंत्री से मुलाकात भी की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि रक्षा उत्पादन में भारत को आत्मनिर्भर बनाना उनकी सरकार की प्राथमिकता रहेगी। इसके साथ ही भारत को एक अभेद शक्ति के रूप में स्थापित करना है ताकि कोई भी भारत की संप्रभुता पर आक्रमण ना कर सके। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में सेना के मनोबल को बढ़ाने के लिए पूर्व में भी प्रयास किए जाते रहे हैं तथा इस दिशा में लगातार रचनात्मक कार्य होता रहेगा। उन्होंने कहा कि पिछली बार 5 वर्षों में भारत के रक्षा मंत्रालय द्वारा रक्षा उत्पादों में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही तीस हजार करोड़ से अधिक का एक्सपोर्ट किया गया है आगामी 2029 तक इस एक्सपोर्ट को पचास हजार करोड़ तक पहुंचाने की रूपरेखा चिन्हित की गई है।
इस अवसर पर रक्षा मंत्रालय की डीपीआर टीम भी उपस्थित रही जिसमे ए डी जी (एम एंड सी), डायरेक्टर (पीआर), पी आर ओ (डिफेंस), ए पी आर ओ, डायरेक्टर (एडमिन) और डी पी आर (सोशल मीडिया) टीम सभी रक्षा मंत्री से मिले तथा उन्हें किए जा रहे हैं कार्यों के विषय में अवगत कराया। रक्षा मंत्री ने इस दौरान स्टाफ से बातचीत करते हुए उनके काम को सराहा तथा विशेष रूप से इस क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं की बेहतरीन कार्य करने के लिए प्रशंसा की।
Add Comment