भीषण गर्मी में भी राजस्थान में डेंगू-मलेरिया का प्रकोप:बीकानेर में इस सीजन में 200 केस मिले, एसीएस ने हेल्थ डिपार्टमेंट को टीम भेजने के लिए कहा
जयपुर

राजस्थान में भले ही तापमान 45-46 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया हो, लेकिन अब भी डेंगू-मलेरिया का कहर बरकरार है। राजस्थान में इन दिनों डेंगू-मलेरिया के केस सामान्य से ज्यादा आ रहे हैं। इसे देखते हुए हेल्थ डिपार्टमेंट की एसीएस शुभ्रा सिंह ने हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों को बीकानेर एरिया में टीम भेजने और वहां डेंगू-मलेरिया से बचने के लिए पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, सीजन में प्रदेश में अब तक कुल 893 से ज्यादा केस डेंगू के, जबकि 188 से ज्यादा केस मलेरिया के आ चुके हैं। ऐसा तब है जब प्रदेश में तेज गर्मी पड़ रही है। अमूमन अक्टूबर-नवंबर में बारिश के बाद डेंगू-मलेरिया के मच्छर ज्यादा होते हैं और मरीज भी ज्यादा आते है। इसे देखते हुए हेल्थ डिपार्टमेंट भी हैरान है कि आखिरी इतनी संख्या में डेंगू-मलेरिया के केस क्यों आ रहे है?
बीकानेर में सबसे ज्यादा केस
एससीएस ने आज एक रिव्यू बैठक करते हुए बताया कि बीकानेर एरिया में इस सीजन में सर्वाधिक डेंगू के केस डिटेक्ट हुए है। यहां करीब 200 डेंगू के केस अब तक सामने आ चुके हैं। हालांकि इससे किसी मरीज की डेथ नहीं हुई और इस समय डेंगू का इफेक्ट ज्यादा घातक नहीं है।
हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रयास फेल
सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से बीकानेर एरिया में बढ़ते केसों को देखते हुए बीकानेर सीएमएचओ और अन्य फील्ड स्टाफ को इससे बचाव के उपाय करने के लिए कहा, लेकिन उनका ये प्रयास कोई प्रभावी नहीं रहा। बैठक में डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने बताया कि हमने बीकानेर जोन एरिया में तैनात फील्ड स्टाफ को ट्रेनिंग देने के निर्देश दिए है, ताकि वे डोर टू डोर व अन्य जगह जाकर एंटी लार्वा का छिड़काव कर सके और आमजन को जागरूक कर सकें।
Add Comment