राजस्थान में सस्ती हो सकती है बजरी:9 जिलों में 48 लीज के ऑक्शन की तैयारी, कीमत हजार रुपए से नीचे आने की संभावना
जयपुर
राजस्थान में मानसून के बाद बजरी की कीमतें कम होने की उम्मीद है। सरकार ने इस महीने प्रदेश के 9 जिलों में बजरी की 48 लीज का ऑक्शन करने की तैयारी कर ली है। संभावना है कि मानसून सीजन पूरा होने के बाद नई लीज एरिया से खनन शुरू हो जाएगा। बाजार में लोगों को बजरी सस्ती मिलने लगेगी।
खान विभाग की तरफ से प्रदेश के 9 शहरों में 48 लीज जारी की जाएगी। इसके लिए ऑनलाइन ऑक्शन 27 जुलाई से शुरू होंगे, जो 24 सितंबर तक चलेंगे। ये लीज 5 साल तक के लिए दी जाएगी, जो 18 से लेकर 99 हेक्टेयर जमीन तक की होगी। सरकार ने इस बार बजरी के लिए अधिकतम 3 मीटर तक ही खुदाई करने की शर्त रखी है।
3 मीटर तक गहराई में खनन करने के बाद उस जगह को भरने की जिम्मेदारी लीज धारक की होगी। इसके लिए नदी के ही उबड़-खाबड़ क्षेत्र से मिट्टी लेकर उसे समतल करना होगा।
मानसून में बजरी खनन पर रोक है। फिलहाल स्टॉक से बजरी की सप्लाई हो रही है। (फाइल फोटो)
200 रुपए टन बेचने का प्रावधान
वर्तमान में जयपुर समेत आसपास के शहरों में बजरी 1150 से लेकर 1250 रुपए प्रति टन तक बिक रही है। मानसून में बजरी खनन पर रोक लगने के बाद ये और महंगी हो सकती है। सरकार ने इस बार जो ऑक्शन की शर्तें रखी हैं, उसमें लीज धारकों को बजरी अधिकतम 200 रुपए प्रति टन बेचने के लिए कहा है। इससे शहरों में बजरी की रेट 850 से 950 के बीच पहुंच सकती है।
इन जिलों में होगी नीलामी
इस बार सरकार नागौर, पाली, जोधपुर, बालोतरा, भीलवाड़ा, ब्यावर, झालावाड़, सवाई माधोपुर और चित्तौड़गढ़ जिलों में लीज ऑक्शन करेगी। इनमें सबसे ज्यादा 11 लीज भीलवाड़ा जिले के हमीरगढ़, मांडलगढ़ कस्बे में मौजूद नदियों की है। बालोतरा में 8, पाली और जोधपुर में 7-7, नागौर में 6, ब्यावर में 3, झालावाड़-सवाई माधोपुर में 2-2 और चित्तौड़गढ़ में 1 लीज है।
मार्च में किए थे 54 ऑक्शन, 14 में ही काम हो पाएगा शुरू
इससे पहले भी सरकार ने मार्च-अप्रैल में बजरी की 54 लीज ऑक्शन की थी। तब केवल 14 लीज के ही पैसे ऑक्शन उठाने वालों ने सरकार को जमा करवाए थे। 3 लीज राजस्थान स्टेट एंड मिनरल्स माइंस को दे दी गई थी। इनको अब खनन के लिए पट्टे जारी हो गए हैं, जबकि शेष लीज को दोबारा से ऑक्शन करने का निर्णय किया है।
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