सेहतनामा- यूरिन का रंग बताता है कितने हेल्दी हैं हम:जानें सफेद, भूरा या लाल रंग कितना खतरनाक, कौन सा रंग बीमारी का संकेत
क्या आपने कभी अपने यूरिन का कलर नोटिस किया है? सवाल अटपटा लग सकता है, लेकिन इसके जवाब में हमारी सेहत के कई राज छिपे हैं। यूरिन का रंग हमारी सेहत का हाल बता सकता है।
इसका रंग कभी पीला होता है, कभी भूरा, कभी गुलाबी, तो कभी पानी जैसा। यूरिन के इन सभी रंगों का कुछ-न-कुछ मतलब होता है। ये कुछ इशारा कर रहे होते हैं।
अगर हमारे यूरिन का रंग हल्का पीला है तो इसे अच्छे स्वास्थ्य की निशानी मान सकते हैं। जबकि डिहाइड्रेशन होने पर पेशाब का रंग भूरा हो सकता है। ऐसे ही कई अलग-अलग रंग हमारी हेल्थ कंडीशंस के बारे में बताते हैं।
इसलिए आज ‘सेहतनामा’ में बात करेंगे यूरिन कलर की। साथ ही जानेंगे कि-
- यूरिन के किस रंग का क्या मतलब है?
- क्या कहता यूरिन का गुलाबी या लाल रंग?
- अगर यूरिन का रंग दूधिया है तो इसका क्या मतलब है?
- किडनी हेल्थ खराब होने पर कैसा होता है इशारा?
यूरिन पास होना बहुत जरूरी
जयपुर में नारायणा हॉस्पिटल के नेफ्रोलॉजी विभाग में सीनियर कंसल्टेंट डॉ. कमल कस्वां कहते हैं कि किडनी को शरीर की छन्नी कहा जा सकता है। यह बिना रुके लगातार ब्लड की सफाई करती रहती है। ब्लड को छानकर उससे सारे विषाक्त पदार्थ बाहर निकालती है। अगर किडनी डैमेज या फेल हो जाए तो सारे विषाक्त पदार्थ शरीर में ही जमा होने लगेंगे और शरीर बीमारियों का घर बन जाएगा। इसलिए जरूरी है कि यूरिन पास होता रहे।
यूरिन की सबसे कमाल की बात ये है कि अपने रंग से हमारे शरीर के स्वास्थ्य का हाल बता सकता है।
अगर हम अपने यूरिन कलर पर नजर रखें तो कई बड़ी बीमारियों के आने से पहले इसका इशारा समझकर इलाज करवा सकते हैं।
क्या कहता है यूरिन कलर चार्ट?
यूरिन कलर चार्ट की मदद से हम यह पता लगा सकते हैं कि हमारे यूरिन का रंग क्या कह रहा है।
आइए ग्राफिक में देखते हैं:
डॉ. कमल कस्वां कहते हैं कि जरूरी नहीं है कि हमारे यूरिन का रंग किसी बीमारी के कारण ही बदले, यह हमारे खान-पान के कारण भी बदल सकता है। कई बार यह चिंताजनक हो सकता है। इसलिए ग्राफिक में बताए गए सभी यूरिन कलर्स का मतलब विस्तार से समझते हैं।
एकदम साफ रंग
हमारे यूरिन का एकदम साफ रंग यह बताता है कि हम दैनिक अनुशंसित मात्रा से अधिक पानी पी रहे हैं।
- हाइड्रेटेड रहना अच्छी बात है, लेकिन बहुत अधिक पानी पीने से भी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो सकती है। कभी-कभी साफ यूरिन उतना घबराने की बात नहीं है, लेकिन ऐसा कई दिनों तक बना हुआ है तो पानी पीना कुछ कम कर सकते हैं।
पीला रंग
आमतौर पर यूरिन का रंग हल्का पीला होता है। हमारी यूरिन में यूरोक्रोम नाम का तत्व होता है, जो इसे पीला बनाता है। हम जितना पानी पीते हैं, यूरोक्रोम डाइल्यूट होता जाता है और इसका रंग कम पीला। अगर हमारी ब्लडस्ट्रीम में विटामिन B की मात्रा अधिक हो तो यूरिन का रंग और पीला हो जाता है।
यूरिन का हल्का पीला रंग हमारे अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है।
नारंगी रंग
हमारे यूरिन का रंग नारंगी होने के कई कारण हो सकते हैं:
डिहाइड्रेशन: अगर यूरिन का रंग नारंगी दिखाई देता है तो यह डिहाइड्रेशन का लक्षण हो सकता है।
मेडिकल कंडीशन: यूरिन का रंग नारंगी हो गया हो और स्टूल का रंग हल्का है तो इसका मतलब है कि बाइल डक्ट्स या लिवर प्रॉब्लम्स के कारण बाइल ब्लडस्ट्रीम में मिल गया है। पीलिया भी हमारे यूरिन के नारंगी रंग का कारण हो सकता है।
दवाएं: एंटी इंफ्लेमेटरी डिजीज, कीमोथेरेपी या फेनाजोपाइरीडीन जैसी दवाओं के कारण भी यूरिन कलर नारंगी हो सकता है।
गुलाबी या लाल रंग
फूड आइटम्स: चुकंदर और ब्लूबेरी जैसे प्राकृतिक रूप से गहरे गुलाबी या मैजेंटा रंग वाले फल खाने के कारण यूरिन का रंग लाल या गुलाबी हो सकता है।
मेडिकल कंडीशंस: आमतौर पर तो लाल या गुलाबी रंग का यूरिन कुछ खाने के कारण होता है, लेकिन कभी-कभी मेडिकल कंडीशन भी इसकी वजह हो सकती है। इस मेडिकल कंडीशन को हेमट्यूरिया कहते हैं। प्रोस्टेट बढ़ने पर, किडनी स्टोन्स होने पर और किडनी ट्यूमर होना भी इसकी वजह हो सकते हैं। इस कंडीशन में यूरिन में ब्लड आने लगता है। ऐसे में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।
दवाएं: एंटीबायोटिक दवाओं, फेनाजोपाइरीडीन या जुलाब खाने के कारण भी यूरिन का कलर गुलाबी या लाल रंग का हो सकता है।
नीला या हरा रंग
नीले रंग का यूरिन कलर रेयर है। बहुत संभव है कि हमारे कुछ खाने के कारण ऐसा हुआ हो।
मोडिकल कंडीशंस: स्यूडोमोनास एरुगिनोसा बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण और हाइपरकैल्सीमिया जैसी मेडिकल कंडीशन की वजह से भी नीले या हरे रंग की यूरिन आ सकती है।
बहुत भूरा या काला रंग
डिहाइड्रेशन बढ़ने पर यूरिन कलर डार्क ब्राउन या काला हो सकता है।
- कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट से बनी खास मेडिकल कंडीशन के कारण हमारे यूरिन का कलर भूरा हो सकता है।
- एलोवेरा या बीन्स अधिक मात्रा में खाने से यूरिन कलर डार्क ब्राउन या काला हो सकता है।
- लिवर प्रॉब्लम्स के कारण यूरिन में बाइल्स आ सकती हैं। यह भी डार्क ब्राउन यूरिन कलर का कारण बन सकता है।
ओवर एक्सरसाइज: हाई इंटेंसिटी फिजिकल एक्टिविटीज, खासतौर पर तेज दौड़ने से गहरे भूरे रंग का यूरिन आ सकता है। इस कंडीशन को एक्सर्शनल हेमट्यूरिया कहते हैं। आमतौर पर यह कुछ घंटों में ही सामान्य हो जाता है। अगर 48 घंटे तक इसमें कोई सुधार न दिखे तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
बादल जैसा सफेद या दूधिया रंग
हमारे यूरिन के बादल जैसा सफेद या दूधिया होने के कई कारण हो सकते हैं:
मेडिकल कंडीशंस: यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शंस के कारण यूरिन कलर बादल के रंग जैसा हो सकता है। यह क्रोनिक किडनी डिजीज का भी संकेत हो सकता है। कई बार डिहाइड्रेशन में भी ऐसा हो सकता है, लेकिन ऐसा कम ही होता है।
प्रेग्नेंसी: अगर प्रेग्नेंसी में यूरिन कलर बादल जैसा सफेद या दूधिया दिखाई दे तो यह प्रीक्लेम्पसिया जैसी खतरनाक मेडिकल कंडीशन का संकेत हो सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
अगर सफेद रंग के यूरिन के साथ झाग और बुलबुले भी दिखाई दें तो इस कंडीशन को न्यूमेट्यूरिया कहते हैं। यह क्रोहन डिजीज या डायवर्टीकुलिटिस जैसी गंभीर मेडिकल कंडीशन का लक्षण हो सकता है। ऐसे मामलों में डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
हमें अपने यूरिन कलर पर गौर करना चाहिए और इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए। यह किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है। अगर समय पर इसका पता चल जाए तो आसानी से इलाज हो सकता है।
Add Comment