BUSINESS / SOCIAL WELFARE / PARLIAMENTARY / CONSTITUTIONAL / ADMINISTRATIVE / LEGISLATIVE / CIVIC / MINISTERIAL / POLICY-MAKING / PARTY POLITICAL

जयपुर में होटल ताज आमेर पर बुलडोजर चलाने की तैयारी:पूरी बिल्डिंग ध्वस्त की जा सकती है, एक साल पहले ही हुआ है शुरू

TIN NETWORK
TIN NETWORK
FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

जयपुर में होटल ताज आमेर पर बुलडोजर चलाने की तैयारी:पूरी बिल्डिंग ध्वस्त की जा सकती है, एक साल पहले ही हुआ है शुरू

जयपुर

जयपुर में दिल्ली बाइपास पर बने होटल ताज आमेर की बिल्डिंग पर बुलडोजर चलेगा। होटल के खिलाफ वन विभाग और जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की ओर से बड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। होटल शहर के पास चिमनपुरा गांव में है।

दरअसल, 22 फरवरी को राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की स्थायी समिति की 78वीं बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में दिल्ली बाइपास पर इको सेंसेटिव जोन में बने कान्हा होटल एंड स्पा प्राइवेट लिमिटेड (होटल ताज आमेर) को इको सेंसेटिव जोन में माना गया। बैठक में बिल्डिंग निर्माण को ध्वस्त कर हटाने का फैसला किया गया है। इसके बाद 18 जून को इको सेंसेटिव जोन मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक हुई। बैठक में निर्णय की पालना को लेकर जेडीए को कार्रवाई के लिए कहा गया।

राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक मे लिए गए निर्णय की कॉपी।

राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक मे लिए गए निर्णय की कॉपी।

वन विभाग ने निर्माण का प्रस्ताव भेजा था
वन विभाग ने ही पहले आमेर तहसील के चिमनपुरा गांव के खसरा संख्या 54, 55 और 56 में 0.0845 हैक्टेयर क्षेत्र में कान्हा होटल्स एंड स्पा प्राइवेट लिमिटेड की परियोजना के निर्माण का प्रस्ताव भेजा था। इसमें लग्जरी होटल ग्रुप ताज समूह को लीज पर दिया गया था, यह नाहरगढ़ वन्यजीव अभयारण्य की सीमा से 95 मीटर की दूरी पर स्थित है। ऐसे में अब इसे हटाने की तैयारी शुरू की जा रही है। बता दें कि होटल की बिल्डिंग का निर्माण कुछ साल पहले हुआ था। इसकी शुरुआत साल 2023 में शुरू हुआ। इसके बाद इको सेंसेटिव जोन में निर्माण के खिलाफ शिकायत मिलने पर राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड ने बैठक आयोजित की थी।

एक्टिविस्ट राजेंद्र तिवारी ने कहा- इको सेंसेटिव जोन क्षेत्र की सीमा के एक किलोमीटर के अंदर कोई भी नया वाणिज्यिक होटल और रिसॉर्ट बनाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। यहां सिर्फ इको-टूरिज्म गतिविधियों के लिए छोटे अस्थायी ढांचों का निर्माण हो सकता है। ऐसे में वन इको सेंसेटिव जोन में बनी ताज आमेर होटल पूरी तरीके से अवैध है। होटल का निर्माण पहले एनबीडब्ल्यूएल से वन्यजीव मंजूरी हासिल किए बिना ईएसजेड के भीतर किया गया है।

राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक मे लिए गए निर्णय की कॉपी का दूसरा पेज।

राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक मे लिए गए निर्णय की कॉपी का दूसरा पेज।

उप वन संरक्षक बोले- जेडीए करेगा आगे की कार्रवाई
वन विभाग के उप वन संरक्षक जगदीश गुप्ता ने बताया- स्थायी समिति की ओर से होटल के निर्माण को मंजूरी न देने का निर्णय लेने के बाद इको सेंसेटिव जोन मॉनिटरिंग कमेटी ने जेडीए से (होटल) बिल्डिंग के निर्माण को हटाने के लिए कहा है। जिस पर आगामी कार्रवाई जेडीए की ओर से की जाएगी। वहीं, जब इस मामले पर जब हमने जयपुर कलेक्टर और नाहरगढ़ को सेंसेटिव जोन मॉनिटरिंग कमेटी के अध्यक्ष से संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन फोन रिसीव नहीं किया।

होटल अधिकारी बोले- सूचना नहीं मिली
इस पूरे मामले पर टाटा समूह की कंपनी इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों ने कहा- हमें अभी तक किसी तरह के निर्णय के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। ताज आमेर से संबंधित सरकारी अधिकारियों से सभी आवश्यक मंजूरी हासिल कर ली है।

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

About the author

THE INTERNAL NEWS

Add Comment

Click here to post a comment

error: Content is protected !!