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नकल गिरोह के लिए फर्जी डॉक्युमेंट बनाने वाला वांटेड गिरफ्तार:REET -2021 केस में 3 साल से चल रहा था फरार;2 साल पहले बना सरकारी टीचर

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नकल गिरोह के लिए फर्जी डॉक्युमेंट बनाने वाला वांटेड गिरफ्तार:REET -2021 केस में 3 साल से चल रहा था फरार;2 साल पहले बना सरकारी टीचर

बाड़मेर

REET में नकल करवाने वाले गिरोह को फर्जी एडमिट कार्ड और डॉक्युमेंट बनाकर उपलब्ध करवाने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी 3 साल से फरार चल रहा था। उस पर बालोतरा पुलिस ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था।

2 साल पहले आरोपी सरकारी टीचर बन गया और सांचौर जिले के चितलवाना इलाके सरकारी स्कूल में शारीरिक टीचर (पीटीआई) के पद पर पदस्थापित था।

12 आरोपियों को गिरफ्तार कर भेज दिया था जेल
थानाधिकारी ओमप्रकाश गोदारा ने बताया- साल 2021 में आयोजित रीट परीक्षा से 2 दिन पहले बालोतरा पुलिस ने एक मकान पर दबिश देकर 2 टीचर को गिरफ्तार कर बड़े नकल गिरोह का पर्दाफाश किया था। इस मामले में पुलिस 22 आरोपियों को नामजद किया गया था। इनमें से मास्टरमाइंड सहित 12 आरोपियों को पुलिस ने पहले गिरफ्तार कर लिया था और जेल भेज दिया था।

गोदारा ने बताया- आरोपियों से पूछताछ में सामने आया था कि ई-मित्र संचालक आरोपी मनोहरलाल ने गिरोह को फर्जी तरीके से एडमिट कार्ड और अन्य दस्तावेज बनाकर उपलब्ध करवाए थे। आरोपी 3 साल से फरार चल रहा था। पुलिस ने उस पर इनाम भी घोषित किया था। पुलिस ने मंगलवार को आरोपी मनोहरलाल को गिरफ्तार कर लिया। मनोहरलाल बालोतरा थाने के टॉप-10 वांटेड में शामिल था।

पुलिस आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।

पुलिस आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।

आरोपी 4 दिन की पुलिस रिमांड पर
थानाधिकारी ने बताया- पुलिस ने आरोपी मनोहरलाल को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया और 4 दिन की रिमांड पर लिया है। अब आरोपी से नकल गिरोह के संबंध में पूछताछ की जा रही है। साल 2022 में आरोपी मनोहरलाल पीटीआई बन गया और गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, रामपुरा में पोस्टिंग मिली थी। आरोपी अभी वहीं पर पदस्थापित था।

ई-मित्र पर फर्जी दस्तावेज बनाता था आरोपी
थानाधिकारी ने बताया- आरोपी मनोहरलाल नकल गिरोह के खुलासे के समय ई-मित्र का काम करता था। उसने मामले में पूर्व में गिरफ्तार किए गए सुरेश कुमार के रीट एग्जाम के आवेदन पत्रों में फर्जीवाड़ा कर दस्तावेज तैयार किए थे। परीक्षा से पहले पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया था। मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर था।

रीट-2021 से 2 दिन पहले पहले पकड़ा था नकल गिरोह
दरअसल, 26 सितंबर 2021 को रीट परीक्षा से 2 दिन पहले बालोतरा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मूंगड़ा सर्किल के पास कृष्णा सिटी में एक रहवासीय मकान पर दबिश देकर सरकारी टीचर रमेश कुमार पुत्र बुधाराम निवासी कुड़ी हाल कृष्णा सिटी बालोतरा और सुरेश कुमार पुत्र चुतराराम निवासी चितलवाना को गिरफ्तार किया था। तलाशी के दौरान दोनों टीचरों के कब्जे से अभ्यर्थियों के फर्जी आवेदन-पत्र, बैंक डायरी, पेन कार्ड, आधार कार्ड, एडमिट कार्ड, फोटो सहित अन्य डॉक्युमेंट के साथ ही 9.50 लाख रुपए कैश बरामद हुए थे।

पुलिसने इनसे पूछताछ के बाद रिटायर्ड फौजी महेंद्र दान निवासी पटाऊ को गिरफ्तार किया था। गिरोह के मास्टरमाइंड सीनियर टीचर रमेश कुमार पुत्र फूसाराम निवासी सांचौर को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने मामले में कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए कुल 22 आरोपियों को नामजद किया था। इसमें 12 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

12-12 लाख रुपए लेकर एग्जाम में बैठाते थे डमी अभ्यर्थी
आरोपियों से पूछताछ में अभ्यर्थियों से 12-12 लाख रुपए लेकर परीक्षा से 4 घंटे पहले पेपर सॉल्व करवाकर देने की बात सामने आई थी। इसके अलावा गिरोह फर्जी पहचान पत्र बनाकर डमी अभ्यर्थी बैठाकर परीक्षा पास करवाता था। गिरोह में टीचर, पुलिसकर्मी भी शामिल थे, जो अभ्यर्थियों की जगह में परीक्षा में बैठते थे। गिरोह में शामिल सभी सदस्यों के जिम्मे अलग-अलग काम था।

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