आटा-साटा ने खत्म कर दी परिवार की तीन पीढ़ी:साले का घर टूटा तो पत्नी भी छोड़कर चली गई; बहन की दूसरी शादी से नाराज था
पाली
पाली में एक युवक ने गला घोंटकर पिता को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद 5 साल के बेटे के साथ तालाब में कूदकर जान दे दी। एक ही पल में परिवार की तीन पीढ़ी खत्म हो गईं और इसका कारण था आटा-साटा और नाता प्रथा (दूसरी शादी)।
घटना पाली जिले के जैतपुर थाना क्षेत्र के कुलथाना गांव की बुधवार रात 9 बजे की है। तालाब से प्रकाश पटेल (30) और बेटे राहुल (5) के शव देर रात 3 बजे निकाले गए। जब इस मामले में समाज और परिवार के लोगों से बातचीत की तो सामने आया कि प्रकाश और उसकी पत्नी नारायणी के बीच कोई मनमुटाव नहीं था। लेकिन, प्रकाश की बहन सीता देवी की पिता दुर्गाराम पटेल ने दूसरी शादी करवा दी थी, जिसकी वजह से प्रकाश का भी तलाक हो गया था।
प्रकाश अपने परिवार के टूटने का कारण पिता और बहन को मानता था। दो दिन पहले जब पंचायत हुई तो दोनों परिवारों में शादी के दौरान हुए लेनदेन का हिसाब भी हुआ। इसी पंचायत में प्रकाश ने बेटे के लिए कहा था- उसके बिना मन नहीं लगेगा, इसलिए वह उसे साथ ले आया।
प्रकाश ने पहले पिता का गला घोंटकर हत्या की और बाद में अपने बेटे के साथ तालाब में कूदकर जान दे दी।
10 साल पहले हुई थी शादी
प्रकाश की शादी 10 साल पहले आटा-साटा प्रथा के तहत धिंगाणा गांव (रोहट) निवासी नारायणी देवी से हुई थी। प्रकाश की शादी से पहले तय हो गया था कि इसके बदले उसकी बहन सीता देवी की शादी नारायणी के भाई भगाराम से होगी। प्रकाश की शादी के दो साल बाद सीता देवी और भगाराम की शादी हो गई।
पंचायत के फैसले के बाद प्रकाश अपने बेटे को साथ ले आया था। पिता के मर्डर के बाद कुछ लोगों ने उसे गांव के तालाब की तरफ जाते हुए भी देखा था।
6 महीने पहले अचानक सीता देवी अपने पति को छोड़कर पीहर आ गई। इसके बाद से प्रकाश को लगने लगा था कि साले का घर टूट गया है, कहीं उसका परिवार भी नहीं टूट जाए। इसके लिए प्रकाश ने बहन सीता को समझाना शुरू कर दिया और दोबारा ससुराल जाने को कहने लगा। लेकिन, सीता ने मना कर दिया। प्रकाश के पिता भी बेटी का पक्ष लेने लगे।
प्रकाश और उसकी पत्नी के बीच इस बात को लेकर तनाव बढ़ता गया। नारायणी ने भी अपने भाई का घर टूटते देखा तो वह बेटे को लेकर पीहर चली गई। इस बीच प्रकाश का पिता और बहन से विवाद बढ़ गया।
एक महीने पहले बहन की नाता प्रथा से शादी
प्रकाश के समझाने पर भी पिता और बेटी नहीं माने। पिता इस बात पर अड़ गए थे कि उसकी बेटी वहां खुश नहीं है इसलिए वे उसे नहीं भेजेंगे। पिता ने एक महीने पहले नाता प्रथा से सीता की दूसरी शादी करवा दी। परिजनों ने बताया कि प्रकाश बहन की दूसरी शादी के लिए बार-बार मना कर रहा था। उसे पता था कि यदि बहन की दूसरी शादी हो गई तो उसका परिवार टूट जाएगा। उसकी पत्नी को उसके घर वाले दोबारा नहीं भेजेंगे।
जैसे ही सीता की दूसरी शादी हुई, प्रकाश के ससुरालवालों ने तलाक कराने का फैसला ले लिया। इस बीच प्रकाश का पिता से झगड़ा बढ़ गया। वह कहने लगा कि उसकी इस हालत के जिम्मेदार पिता और बहन हैं।
घटना की जानकारी के बाद प्रकाश के गांव वाले और परिजन मॉर्च्युरी पहुंचे। इसके बाद शव सुपुर्द कर दिए।
एक महीने पहले बेटे को लेकर आया था, दो दिन पहले हुई थी पंचायत
तलाक की बात से प्रकाश परेशान रहने लगा। 5 साल का बेटा पत्नी नारायणी के पास ही था। एक महीने पहले ही प्रकाश बेटे को ससुराल से लेकर आया था। इसके बाद सामाजिक स्तर पर तलाक के लिए पंचायत शुरू हुई।
बताया जा रहा है कि दो दिन पहले हुई समाज की पंचायत में प्रकाश और नारायणी के परिवारों के बीच शादी के दौरान दिए जेवरात और अन्य सामान को लेकर लेनदेन हुआ। इसी में तलाक का फैसला सुना दिया गया। जब बेटे की बात आई तो पंचायत ने बेटे को उसे सौंप दिया।
तलाक के बाद से प्रकाश परेशान था। इसका पूरा दोष पिता और बहन को दे रहा था। आखिरकार उसने पिता की हत्या कर दी। गांव के लोगों ने बताया- प्रकाश ने यह भी कहा था कि अब मेरा और बेटे का ध्यान कौन रखेगा। शायद इसी वजह से प्रकाश ने बेटे के साथ सुसाइड कर लिया।
आटा-साटा प्रथा में कैसे होते हैं रिश्ते
आटा-साटा प्रथा में शादी होने के बाद रिश्ते भी कई तरह से होते हैं। कई बार सिर्फ दो परिवारों के बीच लड़की के बदले लड़की लेने-देने की बात होती है तो कई बार इसमें एक लड़की के बदले लड़की के घर सहित रिश्तेदारों तक की शादी हो जाती है। यानी तीन से चार रिश्ते। इनमें कई बार लड़के और लड़की के बीच उम्र को भी नजरअंदाज कर दिया जाता है। 21 साल की लड़की की शादी 40 साल के युवक तक हो जाती है।
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