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लोकसभा प्रत्याशी के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं में तू-तू, मैं-मैं:प्रदेश प्रवक्ता ने गेट-आउट कहा; कार्यकर्ता बोले- बकवास सुनने नहीं आए

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लोकसभा प्रत्याशी के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं में तू-तू, मैं-मैं:प्रदेश प्रवक्ता ने गेट-आउट कहा; कार्यकर्ता बोले- बकवास सुनने नहीं आए

फतेहपुर (सीकर)

झुंझुनूं से भाजपा लोकसभा प्रत्याशी शुभकरण चौधरी के कार्यालय उद्घाटन कार्यक्रम में जमकर तू-तू, मैं-मैं हुई। फतेहपुर से विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे श्रवण चौधरी ने खुद की हार का ठीकरा बागी नेताओं पर फोड़ा। कहा- ये राहु-केतु पार्टी में रहेंगे तो वे भाजपा छोड़ देंगे।

प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण कुमार जांदू ने इसे अमर्यादित बताया तो श्रवण चौधरी के समर्थक नाराज हो गए। विवाद इतना बढ़ गया कि जांदू ने चौधरी के समर्थकों को गेट-आउट कह दिया। इसके बाद नारेबाजी शुरू हो गई। जब ये हंगामा हो रहा था, उस वक्त मंच पर लोकसभा प्रत्याशी शुभकरण चौधरी भी मौजूद थे। मामला फतेहपुर में गुरुवार रात 9 बजे हुआ।

फतेहपुर से विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे श्रवण चौधरी ने पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया और पूर्व चेयरमैन मधुसूदन भिंडा को इशारों में राहु केतु कहा।

फतेहपुर से विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे श्रवण चौधरी ने पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया और पूर्व चेयरमैन मधुसूदन भिंडा को इशारों में राहु केतु कहा।

श्रवण चौधरी बोले- हर बार हारे
श्रवण चौधरी ने कहा- हम कमल के फूल की पूजा करते हैं, भाजपा की पूजा करते हैं। मैं साफ बोलता हूं। जिस तरह मैं चार महीने से आपके साथ हूं, वैसे ही साढ़े 4 साल तक रहूंगा। फतेहपुर में भाजपा का भविष्य क्या होगा। यहां हम 2003 में हारे, 2008 में हारे, 2013 में हारे, 2018 में हारे और 2023 में हारे। हमारा न चेयरमैन है, न प्रधान और न विधायक। सोशल मीडिया पर ये लोग मुझे गालियां देते हैं। मैं क्या गालियां सुनने के लिए पैदा हुआ हूं। श्रीकृष्ण ने शिशुपाल की 100 गालियां सही फिर उसका वध कर दिया। लोकसभा चुनाव में अगर भाजपा की जीत हुई तो मेरे सिर से हार का कलंक मिट जाएगा। जिसको भाजपा से प्यार है, उसे मेरी बात ठीक लगेगी। बाकी सब सपने होते हैं। अपने तो अपने होते हैं।

मंच से प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण कुमार जांदू ने श्रवण चौधरी के बयान को अमर्यादित बताया तो सामने बैठे भाजपा कार्यकर्ता सुशील सोनी ने उन्हें गुस्से में टोका।

मंच से प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण कुमार जांदू ने श्रवण चौधरी के बयान को अमर्यादित बताया तो सामने बैठे भाजपा कार्यकर्ता सुशील सोनी ने उन्हें गुस्से में टोका।

श्रवण चौधरी ने बागी नेताओं पर आरोप लगाया कि भाजपा का शोषण कर उसका गलत उपयोग करने वाले लोगों को खत्म करना है। सिर्फ 51 हजार वोटों से काम नहीं चलेगा, 51 लाख वोटों से पार पड़ेगी। 2003 से लेकर 2023 तक हर बार फतेहपुर के इन राहु-केतु (बागी नेता) ने बारी-बारी से भाजपा को हराने का काम किया।

चौधरी ने कहा कि फतेहपुर में भाजपा के 3 कार्यालय नहीं खुलेंगे। एक ही कार्यालय खुलेगा। 2028 में पार्टी जिसको भी फूल का निशान (टिकट) देगी, मैं उसका सपोर्ट करूंगा। लेकिन कोई बागी अगर खड़ा हुआ तो मैं पार्टी छोड़ दूंगा। उनका इशारा भाजपा के बागी मधुसूदन भिंडा और पूर्व ‌विधायक नंदकिशोर महरिया की ओर था।

जांदू ने मंच संभाला तो हंगामा हुआ
भाजपा प्रवक्ता कृष्ण कुमार जांदू ने मंच संभाला तो श्रवण चौधरी के बयान को अमर्यादित बता दिया। इससे श्रवण चौधरी के समर्थक जांदू पर भड़क गए। जांदू ने कहा कि आपके कहने से मैं यहां नहीं बोल रहा हूं। एक पार्टी प्रवक्ता की हैसियत से बोल रहा हूं। इस दौरान कार्यकर्ताओं में से किसी ने कहा कि आपकी बकवास सुनने यहां नहीं आए हैं। जांदू ने गुस्से में गेट-आउट कह दिया। इतने में भाजपा कार्यकर्ता प्रमोद महरिया गुस्से में मंच की ओर बढ़े। इसके बाद नारेबाजी शुरू हो गई।

प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण कुमार जांदू ने कहा कि पार्टी में किसको शामिल करना है या नहीं ये पार्टी का काम है।

प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण कुमार जांदू ने कहा कि पार्टी में किसको शामिल करना है या नहीं ये पार्टी का काम है।

जांदू बोले- पार्टी लाइन से हटकर बात होगी तो टोकेंगे

जांदू ने बाद में सफाई दी, कहा- भाजपा में मनमुटाव नहीं है। विधानसभा चुनाव (2023) में पुराने कार्यकर्ता, जिन्होंने एक दो बार पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा, उन्हें लेकर पार्टी में 4 महीने पहले आए श्रवण चौधरी ने टिप्पणी कर दी थी। संगठन का पदाधिकारी होने के नाते उन्हें टोकना मेरी जिम्मेदारी थी। प्रत्याशी शुभकरण चौधरी की मौजूदगी में श्रवण चौधरी में जोश था।

चौधरी को उन बागी नेताओं की पार्टी में वापसी को लेकर आक्रोश है, जिन्होंने 2023 में बागी होकर चुनाव लड़ा। उन्हें भाजपा में शामिल करना है या नहीं करना है, ये फैसला पार्टी करेगी। यहां से कुछ बागी नेता दो दिन पहले जयपुर गए थे। पार्टी में वापसी का काम अरुण चतुर्वेदी वाली कमेटी देख रही है। जिला स्तर पर ओमेंद्र चारण की कमेटी है। जब ये बागी नेता जयपुर गए तो सीएम चूरू के दौरे पर थे, इसलिए बात नहीं बनी। अब सीएम चित्तौड़ से आएंगे, तब इन नेताओं की घर वापसी पर चर्चा कर फैसला लिया जाएगा। मेरी जिम्मेदारी है कि पार्टी लाइन से बाहर कोई बात करें तो मैं उसे टोकूं।

विवाद इतना बढ़ गया कि भाजपा के स्थानीय पदाधिकारी को बाहर ले जाना पड़ा।

विवाद इतना बढ़ गया कि भाजपा के स्थानीय पदाधिकारी को बाहर ले जाना पड़ा।

4 दिन पहले भाजपा जॉइन करने जयपुर गए थे बागी नेता, बैरंग लौटे
4 दिन पहले (26 मार्च) फतेहपुर से पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया, भाजपा से बगावत कर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले राजेंद्र भांभू, फतेहपुर से बीजेपी के बागी रहे मधुसूदन भिंडा, कैलाश मेघवाल, जेजेपी युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष प्रतीक महिरया सहित दर्जनों नेता और समर्थक भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने जयपुर स्थित भाजपा प्रदेश मुख्यालय पहुंचे थे। यहां कई घंटे इंतजार करने के बाद भी जब किसी बड़े नेता से मुलाकात नहीं हुई तो वे लौट गए थे।

मीटिंग के दौरान भाजपा पदाधिकारी प्रमोद महरिया (सफेद शर्ट में) गुस्सा हो गए।

मीटिंग के दौरान भाजपा पदाधिकारी प्रमोद महरिया (सफेद शर्ट में) गुस्सा हो गए।

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