विशिष्ट सेवा के बाद सेवानिवृत्त हुए तटरक्षक कमांडर (डब्ल्यूएस) पीटीएम, टीएम, एडीजी के.आर. सुरेश
अहमदाबाद
शनिवार, 30 मार्च 2024
अतिरिक्त महानिदेशक के.आर. सुरेश, पीटीएम, टीएम, तटरक्षक कमांडर (पश्चिमी सीबोर्ड) 31 मार्च 2024 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। एडीजी ने 37 वर्षों तक अद्वितीय समर्पण के साथ देश की सेवा की है और वे नेतृत्व और उत्कृष्टता की विरासत छोड़कर जा रहे हैं।
चेन्नई में जन्मे के.आर. सुरेश 19 जनवरी 1987 को भारतीय तटरक्षक में शामिल हुए थे। अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर पदोन्नत होने पर, उन्होंने 13 सितंबर 2022 से पश्चिमी समुद्री तट की कमान संभाली और लगभग 19 महीने तक कमान में रहे। इस अवधि के दौरान पश्चिमी समुद्र तट ने कई बेहतरीन उपलब्धियां हासिल की। इस दौरान सफलतापूर्वक 184 लोगों की जान बचाई, 26 को सफल चिकित्सा निकासी प्रदान की है, जिसमें पश्चिमी तट के ईईजेड के किनारे स्थित द्वीपों से भी लोग शामिल हैं। वेस्टर्न समुद्र तट ने मादक द्रव्य विरोधी और तस्करी अभियानों का भी सफल संचालन किया, जिसमें 1700 करोड़ रुपये का मादक द्रव्य, अवैध डीजल और तंबाकू उत्पादों को जब्त किया गया है। इंडियन कोस्ट गार्ड वेस्टर्न सीबोर्ड के शीर्ष पर रहते हुए वेस्टर्न सीबोर्ड की टीम को प्रतिष्ठित 2 राष्ट्रपति तटरक्षक पदक, 5 तटरक्षक पदक और 209 महानिदेशक भारतीय तटरक्षक प्रशस्ति पत्र से भी सम्मानित किया गया है।
संचार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध में विशेषज्ञ के.आर. सुरेश नई दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित नेशनल डिफेंस कॉलेज, मुंबई स्थित कॉलेज ऑफ नेवल वारफेयर और डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन के पूर्व छात्र हैं।
फ्लैग ऑफिसर ने अपने शानदार करियर के दौरान तटरक्षक जहाजों की लगभग सभी श्रेणियों की कमान संभाली है। तट पर उनकी महत्वपूर्ण कमांड नियुक्तियों में कमांडर कोस्ट गार्ड रीजन (अण्डमान और निकोबार), कमांडर कोस्ट गार्ड स्टेट कर्नाटक और कमांडिंग ऑफिसर आईसीजीएस मंडपम शामिल हैं। उन्होंने सीजीएचक्यू, नई दिल्ली में प्रधान निदेशक (संचालन और तटीय सुरक्षा), मुंबई में नाविक ब्यूरो के प्रभारी अधिकारी और तटरक्षक मुख्यालय में उप महानिदेशक (संचालन और तटीय सुरक्षा) जैसे विभिन्न प्रमुख पदों पर कार्य किया है। नई दिल्ली के सीजीएचक्यू में डीडीजी (ऑपरेशंस एवं सीएस) के रूप में कार्यकाल के दौरान आईसीजी ने राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्तर के संचालन और अभ्यासों के संचालन में नवीनीकृत परिचालन गति और गौरव हासिल किया।
एडीजी सुरेश का श्रीमती जयंती सुरेश से विवाह के 34 वर्ष से भी ज्यादा समय हो गए हैं। इस दंपति की एक बेटी श्वेता है, जो इंजीनियर है। श्वेता का विवाह महेश से हुआ है और उनका एक पोता लक्ष्य है। रिटायरमेंट के बाद केआर सुरेश अपने गृहनगर चेन्नई में रहेंगे।
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