देशनोक ओवरब्रिज की इंजीनियरिंग खामियों की जांच होगी: खबर के बाद प्रशासन हरकत में, देशनोक हादसे में हुई थी छह की मौत
बीकानेर

बीकानेर के देशनोक में बने रोड ओवरब्रिज की इंजीनियरिंग की अब जांच होगी। पता लगाया जाएगा कि बार-बार इस ओवरब्रिज पर एक्सीडेंट क्यों हो रहे हैं? छह जनों की मौत के बाद खबरों में इस ओवरब्रिज की इंजीनियरिंग खामियों को उजागर किया था। इस संबंध में खबर छपने के बाद जिला कलेक्टर ने इसे गंभीरता से लिया है और इंजीनियर्स की एक टीम बनाने के निर्देश दिए हैं।
शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में हुई प्रशासनिक अधिकारियों की नियमित बैठक के दौरान कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से कहा कि वो देशनोक में बने पुल की जांच कराए। इस पुल में जो कमियां बताई जा रही है, उसकी जांच के लिए आईआईटी स्तर के इंजीनियर्स को बीकानेर बुलाकर जांच कराई जानी चाहिए। ओवरब्रिज के दोनों तरफ बार-बार सड़क हादसे हो रहे हैं। अब तक यहां आठ से दस लोगों की मौत हो चुकी है। दस से ज्यादा बड़े हादसे हो चुके हैं। माना जा रहा है कि प्रशासन जोधपुर आईआईटी के सहयोग से देशनोक ओवरब्रिज की जांच कराएगा। अन्य एजेंसियों को भी इस काम से जोड़ा जा सकता है।
सड़क सुरक्षा समिति की मासिक बैठक में कलेक्टर वृष्णि के साथ पुलिस अधीक्ष्क कावेंद्र सिंह सागर भी उपस्थित रहे। इस दौरान सबसे पहले देशनोक हादसे का मुद्दा ही उठा। इसके अलावा श्रीडूंगरगढ़ में बार बार हो रहे सड़क हादसों पर भी चर्चा की गई।
ये है बड़ी कमियां
- पीडब्ल्यूडी के रिटायर्ड सिटी एक्सईएन नरेश जोशी का कहना है कि ओवरब्रिज के दोनों तरफ लंबाई कम है। थोड़ी लंबाई होने की स्थिति में पुल पर हादसे नहीं होते।
- फॉरलेन होना चाहिए। S आकार में बने ओवर ब्रिज के फॉरलेन होने से हादसे कम होते। छोटी जगह में S कर्व के पुल खतरनाक होते हैं।
- दोनों तरफ पुल जहां खत्म होता है, वहां सड़क करीब छह ईंच धंसी हुई है। इससे स्पीड में आने वाले वाहनों को झटका लगता है। ओवरलोड वाहन इसी कारण पलट सकते हैं।
- इस पुल पर दोनों तरफ पहियों के कारण सड़क धंस गई है। करीब छह ईंच तक के व्हील ट्रेक बनने से भारी वाहनों के ट्रेक से हटते ही पलटने की आशंका रहती है।
- इस पुल पर ओवरटेक नहीं होना चाहिए। अभी सीधी सफेद लाइन नहीं है, जिसका आशय है कि ओवरटेक कर सकते हैं।
अन्य ब्रिज भी है खतरनाक
बीकानेर में सिर्फ देशनोक ही नहीं बल्कि इसी मार्ग पर बने बरसिंहसर गांव के पास बना ओवरब्रिज भी कम खतरनाक नहीं है। ये ओवरब्रिज देशनोक की तुलना में लंबा है लेकिन यहां भी कई तकनीकी खामियां है। इसके अलावा पूगल रोड पर बना ओवरब्रिज, खाजूवाला के आसपास बने ओवरब्रिज पर भी सवाल उठते रहे हैं।
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